12 मई को ब्रह्ममुहुर्त में खुलेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट

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टिहरी (उद संवाददाता)। बसंत पंचमी पर बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख तय हो गई है। बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को ब्रह्ममुहुर्त प्रातः 6 बजे खुलेंगे। बसंत पंचमी के अवसर पर नरेंद्रनगर (टिहरी) स्थित राजदरबार में कपाट खुलने की तारीख घोषित की गई। जबकि, केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख शुक्रवार 8 मार्च शिवरात्रि के अवसर पर तय होगी। गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के दिन खोले जाएंगे। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख परंपरागत रूप से राजमहल नरेंद्र नगर में तय हुई। बसंत पंचंमी के दिन बुधवार सुबह को धार्मिक समारोह शुरू होने के साथ ही पूजा-अर्चना, पंचाग गणना के बाद धाम के कपाट खोलने की तारीख का ऐलान किया गया। तेल-कलश यात्रा की भी तिथि 25 अप्रैल को तय हुई। केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तारीख 8 मार्च को शिवरात्रि के दिन तय होगी। पंच केदार गद्दस्थल श्री ओकारेश्वर मंदिर उखीमठ; रूद्रप्रयागद्ध में विधि-विधान पंचांग गणना के बाद कपाट खोलने की तारीख का ऐलान होगा। इसी दिन श्री केदारनाथ भगवान के पंचमुखी भोगमूर्ति के केदारनाथ धाम प्रस्थान का भी कार्यक्रम तय हो जायेगा। इस वर्ष अक्षय तृतीया शुक्रवार 10 मई को है परंपरागत रूप से गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया को खुलते है। अप्रैल माह में श्री गंगोत्री मंदिर समिति एवं श्री यमुनोत्री मंदिर समिति श्री गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के विधिवत कपाट खुलने की तिथि एवं समय का ऐलान करेंगे। चारधाम यात्रा के शुरू होने से पहले ही प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दीं हैं। सड़कों के ठीक करने के साथ ही बुनियादी सुविधाओं का सुदृढ़ किया जा रहा है। इससे पहले श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारी- सदस्यों ने तेल कलश राजदरबार के सुपुर्द किया। इसी कलश में राजमहल से तिलों का तेल पिरोकर 25 अप्रैल तेलकलश यात्रा राजमहल से शुरू होकर कपाट खुलने की तिथि पर भगवान बदरीविशाल के अभिषेक हेतु श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगी। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय होते ही यात्रा की तैयारियों शुरू कर दी गयी है। मंदिर समिति आगामी बजट में यात्री सुविधाओं हेतु पर्याप्त बजट प्रावधान करेगी।उन्होंने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय के अवसर पर सबको बधाई दी है। कपाट खुलने की तिथि तय होने के अवसर मुकुंदानंद महाराज डिमरी पंचायत अध्यक्ष आशुतोष डिमरी,मंदिर समिति सदस्य वीरेंद्र असवाल, श्रीनिवास पोस्ती, पुष्कर जोशी भास्कर डिमरी,राजपाल जड़धारी, हरीश डिमरी, विनोद डिमरी,सुरेश डिमरी, मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, अनुसचिव धर्मस्व रमेश रावत,धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, निजी सचिव प्रमोद नौटियाल,मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़, माधव नौटियाल, संजय डिमरी, ज्योतिष डिमरी आदि मौजूद रहे।
18 मई को ग्रीष्मकाल के लिए खोले जाएंगे चतुर्थ केदार ‘रुद्रनाथ मंदिर’ के कपाट 
पंच केदारों में से चतुर्थ केदार ‘रुद्रनाथ मंदिर’ के कपाट इस वर्ष 18 मई को ग्रीष्मकाल के लिए खोले जाएंगे। बसंत पंचमी के पर्व पर गोपीनाथ मंदिर में पंचांग गणना के आधार पर कपाट खुलने की तिथि निर्धारित की गई।
गोपीनाथ मंदिर में प्रातः कालीन पूजा के बाद 10 बजे मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में रुद्रनाथ मंदिर के पुजारी वेद प्रकाश भट्ट व अन्य हक-हकूक धारियों की उपस्थिति में पंचांग गणना के आधार पर तिथि निर्धारित की गई। उन्होंने बताया कि कपाट खुलने की प्रक्रियाओं के तहत भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह मूर्ति 14 मई 2024 पूजा अर्चना के बाद गोपीनाथ मंदिर के गर्भगृह से मंदिर परिसर में लाई जाएगी। जहां से 16 मई को भगवान रूद्रनाथ की चल विग्रह डोली रुद्रनाथ के लिए प्रस्थान करेगी। उन्होंने बताया कि 18 मई को विधि विधान से मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जायेंगे।

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