नगर में जाम से नहीं मिल पा रही निजात,व्यापारी भी जिम्मेदार
-कैलाश पंडित-
किच्छा। नगर में जाम से निजात पाने के लिए प्रशासन द्वारा किए जा रहे हैं प्रयासों के बावजूद जाम से नगर को निजात नहीं मिल पा रही है इसका मुख्य कारण वाहनों की बढ़ती संख्या तथा दुकानदारों द्वारा मनमर्जी माफीक दुकानों के आगे समान लगाना है। इसी परिपेक्ष में लोगों द्वारा जाम और अतिक्रमण की शिकायत न्यायालय में की जाती रही है। जिसका खामियाजा वर्तमान में पूरा शहर झेल रहा है। जिसकी परिणीति ध्वस्ती करण के अलावा कुछ नहीं है। व्यापारियों की दुकान सजाने की होड़ सड़क तक आ जाती है जिस वजह से जाम का लगना लाजमी है। उधर शहर के मध्य एकमात्र क्रॉसिंग भी जाम का मुख्य कारण बना हुआ है। इस क्रॉसिंग पर लोगों के द्वारा नियमों का पालन ना करना भी यदा कदा जाम को बढ़ा देता है। नगर में यात्रियों की आवाजाही के लिए हल्द्वानी रोड पर किच्छा हल्द्वानी मैजिक चालकों का अड्डा है । वही डीडी चौक के पास शत्तिफफार्म खटीमा के लिए जाने वाली प्राइवेट बसों एवं रोडवेज बस स्टेशन है। इसके अलावा किच्छा रुद्रपुर आने जाने के लिए टेंपो चालकों का अड्डा आदित्य चौक के पास है। इन सब के निर्धारित स्थानों के बावजूद भी वाहन चालकों द्वारा नियमों का पालन नहीं किया जाना भी जाम का मुख्य कारण है। यही नहीं कोतवाली के ठीक सामने स्थित रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के आने जाने पर टेंपो चालकों टुकटुक चालकों द्वारा बेतहासा संख्या में इकठठा होकर कुछ समय के लिए जाम को यात्रियों के चक्कर में बढ़ा दिया जाता है। यदा कदा पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही करने पर राहत तो मिलती है किंतु पुलिस प्रशासन के हटते ही टेंपो मैजिक टेंपो चालक अपनी मनमर्जी पर उतर आते हैं ।जिससे जाम का झाम बन जाता है। यहां पर वाहन चालक सवारियों को जबरन खींच खींचकर वाहनों में ठूंस कर ले जाने का कार्य करते रहते हैं जिससे कभी-कभी मारपीट तक की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। अब प्रश्न यह उठता है कि प्रशासन, लोक निर्माण विभाग अतिक्रमण क्षेत्र को खाली करवा लेता है तो क्या जाम से निजात मिल पाएगी? ऐसा होना संभव प्रतीत नहीं हो रहा है। क्योंकि अतिक्रमण क्षेत्र को खाली करने के बाद भी वाहनों के कारण व व्यापारियों की डेकोरेशन की प्रतिस्पर्धा जाम से निजात नहीं दिल पाएगी ।इसके लिए ठोस रणनीति की आवश्यकता है यह रणनीति व्यापारियों के हित में है। मैजिक, टेंपो ,टुकटुक चालकों के अलावा खटीमा सितारगंज के लिए चलने वाले बस चालकों के नियमों को फॉलो करने से ही संभव हो पाएगा। यहां यह भी उल्लेखनीय कि उप जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्र द्वारा पूर्व में हल्द्वानी किच्छा , रुद्रपुर किच्छा मैजिक टेंपो चालकों तथा खटीमा सितारगंज शत्तिफ फार्म प्राइवेट बस चालको के अलावा हल्द्वानी किच्छा इंटरसिटी बस का संचालन करने हेतु रूट व स्थान निर्धारित किया था। जो कुछ समय तक सामान्य चला रहा। उसके उपरांत स्थिति पूर्व की भांति वापस अपने ढर्रे पर लौट आई । अब प्रश्न यह उठता है कि नगर का आम नागरिक, आम व्यापारी, आम वाहन चालक नियमों को कितना पालन कर रहा है । यह कहीं भी दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसी स्थिति में प्रशासन द्वारा सख्ती बरतना नितांत आवश्यक है। इस पर आम नागरिकों का रोष प्रकट करना जायज प्रतीत नहीं होता। आम नागरिकों का भी कर्तव्य बनता है कि निर्धारित स्थान पर ही वाहन चलाकर जाम से निजात पाने की कोशिश करनी चाहिए। हालांकि सरकार द्वारा लेफ्रट पहा नहर का कवरिंग का कार्य किया जा रहा है । जिससे निजात पाने की उम्मीद तो है किंतु नहर की कवरिंग को जैसे ही बरेली रोड नेशनल हाईवे से जोड़ा जाएगा यातायात में बेहतासा वृद्धि होने की संभावना बढ़ जाएगी। जिससे जाम और लगने लगेगा ऐसी स्थिति में वाहनों का रूट निर्धारण करना प्रशासन का भी परम कर्तव्य है। नागरिकों का व्यापारियों का वाहन चालकों का भी का भी कर्तव्य बनता है कि निर्धारित मानकों का पालन करते हुए वाहनों का संचालन करें। यहां पर यह अभी उल्लेख करना है कि लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क की सीमा पर किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए दिए गए नोटिस पर भी आम नागरिकों को ही निर्णय लेना है क्योंकि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा सड़क को अतिक्रमण मुत्तफ करने का जो आदेश दिया गया है। वह भी प्रशासन के लिए अति आवश्यक जान पड़ता है। ऐसी स्थिति में माननीय उच्च न्यायालय ,प्रशासन एवं जनता के बीच तालमेल बनाकर अतिक्रमित क्षेत्र को खाली कर दिया जाता है तो इसमें जनता के साथ-साथ व्यापारियों का भी हित निहित है। अनावश्यक नुकसान से बचा जा सकता है। अब देखना है की लोक निर्माण विभाग द्वारा दिए गए नोटिस पर व्यापारियों प्रशासन कैसा सामंजस्य बैठ पाता है। व्यापारियों के हित सुरक्षित हो पाएंगे या फिर हल्द्वानी किच्छा मार्ग पर की गई कार्यवाही को मुख्य बाजार एमपी चौक से डीडी चौक तक दोहराया जाएगा या फिर तालमेल से सड़क की सीमा स्वत ही दुकानदार छोड़ देंगे ये भविष्य की गहराईयों में है।
व्यापारियों के साथ खड़ा है व्यापार मण्डल
किच्छा। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष नितिन फुटेला लोक निर्माण विभाग द्वारा नगर में अतिक्रमण को लेकर दिए गए नोटिस पर कहा कि व्यापारिक गणों के हितों की रक्षा के लिए व्यापार मंडल हमेशा तत्पर है। उन्होंने कहा कि त्योहारों के इस सीजन में लोक निर्माण विभाग को अतिक्रमण हटाने के संबंध में व्यापारियों को राहत प्रदान करनी चाहिए उन्होंने कहा कि इस माह रक्षाबंधन वह अगले माह श्री कृष्ण जन्माष्टमी जैसे त्योहार हैं इसके उपरांत माता के नवरात्रि,दशहरा एवं दीपावली है ऐसे में व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने के प्रकरण में धकेलना व्यापारी हित में ठीक नहीं है।उन्होंने कहा कि प्रशासन व व्यापारियों के बीच तालमेल बैठा कर सड़क की सीमा से अतिक्रमण हटाने का हल ढूंढना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को भी चाहिए कि सड़क की सीमा को छोड़ते हुए व्यापारी अपना व्यापार करें तथा जाम की स्थिति से बचने का प्रयास करे। कोषाध्यक्ष नितिन फुटेला ने कहा कि व्यापार इस समय भीषण मंदी के दौर से गुजर रहा है।ऐसे में अचानक अतिक्रमण के नाम पर व्यापारियों को परेशान करने से स्थितियां विपरीत बन सकती हैं,उन्होंने कहा कि शीघ्र ही शासन प्रशासन व व्यापारिक गणों की एक बैठक बुलाकर नगर में अतिक्रमण और जाम की स्थिति से निपटने के लिए ठोस रणनीति बनाई जाएगी।तथा नगर को जाम से मुत्तफ करने का प्रयास किया जाएगा,उन्होंने कहा कि नगर में जाम का एक मुख्य कारण बढ़ते हुए टुकटुक व भी है जिनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जो की जाम का एक मुख्य कारण है। इसके अलावा कुछ दुकानदार डेकोरेशन के नाम पर सड़क की सीमा तक समान को सजा लेते हैं जिस वजह से जाम लग जाता है उन्होंने व्यापारियों से भी निवेदन किया कि दुकान की सीमा से बाहर सामान ना लगाए,उन्होंने कहा कि दुकानदार नाली की सीमा के अंदर ही समान लगा कर रखें जिससे जाम नहीं लगेगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की सभी टुकटुकों का सत्यापन कर और इनका रूट निर्धारित करते हुए संचालन किया जाए तो समस्या से निजात मिल जाएगी।