सभी जनपदों के सीएचसी-पीएचसी में भी आइसीयू बेड की व्यवस्था व अन्य सुविधाएं दुरस्त की जाएं
स्वास्थ्य महानिदेशक ने बैठक कर दिए निर्देश
देहरादून। स्वास्थ्य महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा ने शनिवार को सभी जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, जिला व बेस अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों व अन्य अस्पतालों के प्रभारी चिकित्साधिकारियों के साथ वीडियो कांÚेंसिंग के माध्यम से बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए कि संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए प्रत्येक चिकित्सा इकाई में उपचार की व्यवस्था व अन्य सुविधाएं दुरस्त की जाएं। ताकि संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के दौरान संक्रमित व्यक्ति को यथोचित उपचार दिया जा सके। इस दौरान उन्होंने जनपदवार जिला व बेस चिकित्सालय के साथ ही सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों के उपचार से संबंधित सुविधाओं व संसाधनों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि संक्रमण की तीसरी लहर के मद्देनजर सभी चिकित्सालयों में आक्सीजन युक्त बेड, आइसीयू व पीडियाट्रिक आइसीयू की संख्या बढ़ाई जाए। अन्य जरूरी संसाधन भी यथासमय जुटाए जाएं। साथ ही चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ को समय से प्रशिक्षण दिया जाए। स्वास्थ्य महानिदेशक को बताया गया कि सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आक्सीजन सिलिंडर, आक्सीजन कंसन्ट्रेटर, रैपिड एंटीजन टेस्ट किट व होम आइसोलेशन किट उपलब्ध हैं। इस पर महानिदेशक ने कहा कि जिन जनपदों में सामग्रियों की कमी है, वह यथासमय डिमांड राज्य मुख्यालय को भेजें। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने राज्य के लिए 25 आक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए गए हैं। जिनके सापेक्ष जिला अस्पताल अल्मोड़ा, चमोली, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, रुद्रपुर, उप जिला चिकित्सालय रानीखेत, खटीमा, एम्स )षिकेश और राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी में प्लांट जल्द ही कार्य कर शुरू कर देंगे। ये सभी प्लांट डीआरडीओ की ओर से स्थापित किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक ने चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए कि पीएम व सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त जन शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण किया जाए। क्योंकि जन शिकायतों के निस्तारण से जहां एक ओर आम नागरिक की स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर फीडबैक प्राप्त होता है, वहीं दूसरी ओर जन सामान्य में भी स्वास्थ्य सेवाओं की सकारात्मक छवि बनती है। उन्होंने कहा कि कोविड के उपचार के साथ अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को भी नियमित रूप से संचालित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रम में कोविड डड्ढूटी पात्र चिकित्सा कघ्मयों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि से संबंधित जानकारी राज्य मुख्यालय को प्रेषित की जाए। ब्लाॅक स्तर पर बनाए गए कोविड कंट्रोल रूम का संचालन भी प्रभावी तरीके से करने के निर्देश उन्होंने दिए हैं। बैठक में स्वास्थ्य निदेशक डा. एसके गुप्ता, अपर निदेशक डा. भागीरथी जंगपांगी, डा. मीतू शाह आदि भी मौजूद रहे।