केदारघाटी के स्थानीय उत्पादों को मिलेगी व्यवसायिक पहचान: धामी

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मुख्यमंत्री ने 195 करोड़ 75 लाख 16 हजार की लागत से 141 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया
रूद्रप्रयाग। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान में लखपति दीदी अभियान- शक्ति को सम्मान कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि केदारघाटी के स्थानीय उत्पादों को देश- विदेश में केदार ब्रांड बनाकर तैयार कर विपणन किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 195 करोड़ 75 लाख 16 हजार की लागत से 141 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। जिसमें उन्होंने 30 करोड़ 85 लाख 68 हजार रुपए से 49 योजनाओं का लोकार्पण, 164 करोड़ 89 लाख 48 हजार की 92 योजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने जनपद के लिए अन्य 25 घोषणाएं भी की जिनमें त्रियुगीनारायण-तोषी गरूडचट्टðी मार्ग स्वीकृति, सुमाड़ी को नगर पंचायत बनाया जाना भी सम्मिलित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृशक्ति की आजीविका सुधार की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा वहीं घाटी के होम स्टे से लेकर अन्य सुविधाओं को भी इसके अंतर्गत पहचान दी जाएगी। केदारघाटी की धार्मिक पहचान के साथ राज्य सरकार घाटी को नई पहचान दिलाने के लिए इसके अंतर्गत कार्य करेगी। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने केदारनाथ विधानसभा की दिवंगत विधायक शैला रानी रावत को श्र(ांजलि देते हुए कहा कि उनके निधन पर मैंने इस विधानसभा की जिम्मेदारी बतौर उनका प्रतिनिधि लेने का आश्वासन दिया था। इसी क्रम में लगातार क्षेत्र के विकास के लिए शासन- प्रशासन सहित वरिष्ठ मंत्री इसमें लगे हुए हैं।उन्होंने कहा कि बीते दिनों 31 जुलाई को अतिवृष्टि के चलते भारी नुकसान हुआ, सड़कें और पैदल मार्ग बंद हो गए थे। यात्रा मार्ग पर फंसे विभिन्न स्थानों से करीब 15 हजार लोगों को रिकॉर्ड समय में मैनुअल एवं हैली से रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला गया। 15 दिनों में पैदल मार्ग को सुचारू कर एक महीने के भीतर ही यात्रा को पूर्व जैसे भव्य स्वरूप में वापस लाया गया। उन्होंने स्थानीय जनता एवं केदार घाटी के लोगों को इस पूरे रेस्क्यू अभियान से लेकर यात्रा को दोबारा समय पर शुरू करवाने के लिए धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हाउस ऑफ हिमालयाज कम्पनी का गठन कर प्रदेश के उत्पादों की नई सिरे से ब्रांडिंग कर मातृशक्ति को मजबूत करने का काम किया जा रहा है। इन्हीं महिला समूहों द्वारा 110 आउटलेट चारधाम यात्रा मार्गों पर खोले गए हैं जिनसे उनकी आजीविका सुदृढ़ हो रही है। रुद्रप्रयाग जनपद में 4000 से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बनने में सफल रही हैं और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश और प्रदेशवासियों के हित में जल्द सख्त भू- कानून लागू होने जा रहा है। जिन लोगों ने अवैध रूप से जमीनों की खरीद फरोख्त की है उनसे जमीन वापस लेकर सरकारी भूमि में निहित की जाएगी। वहीं देश में सर्वप्रथम समान नागरिकता संहिता लागू करने वाला पहला प्रदेश भी उत्तराखण्ड बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम एक था, एक है और एक ही रहेगा, देश में किसी भी स्थान पर उत्तराखण्ड के चार धामों के प्रयोग कर कोई मंदिर नही बनने दिया जाएगा। इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य महेंद्र भट्ट, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, राज्यमंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, विधायक शक्ति लाल शाह, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा महिला मोर्चा आशा नौटियाल, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, प्रदेश महामंत्री भाजपा आदित्य कोठरी, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, आईजी करन नगन्याल, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्र“लाद कोंडे, मुख्य विकास अधिकारी डॉ जीएस खाती सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी एवं भारी संख्या में मातृशक्ति एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने मां भगवती के रूप में आई कन्याओं को भेंट किए उपहार
रूद्रप्रयाग। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग में आयोजित लखपति दीदी अभियान- शक्ति को सम्मानष्कार्यक्रम स्थल पर लगे विभागीय स्टॉल्स का अवलोकन किया। इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल्स में मां भगवती के नौ रूप शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंध माता, कात्यायिनी, कालरात्रि, महागौरी और सि(िदात्री धारण किए कन्याओं को देख मुख्यमंत्री प्रफुल्लित हुए, साथ ही मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर कन्याएं भी बेहद खुश नजर आई। मुख्यमंत्री ने मां भगवती के रूप में आई कन्याओं का आशीर्वाद लिया और उन्हें उपहार भेंट किए। इस दौरान उन्होंने महिला समूहों के साथ बैठकर गोबर के दिए भी बनाए। इससे पहले उन्होंने अगस्त्यमुनि मैदान के सामने स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर में पूजा अर्चना कर राज्य एवं विश्व के कल्याण की कामना की। वहीं नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के पर्यावरण मित्रों को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम में ग्राम विकास विभाग के द्वारा जनपद में एनआरएलएम के अंतर्गत 61 स्वयं सहायता समूहों की लखपति दीदियों को सामुदायिक निवेश निधि के जरिएघ्75 हजार प्रति महिला के हिसाब से 45 लाख 75 रुपए का अनुदान दिया गया। जबकि 06 महिला समूहों को सीसीएल के तहत डेढ़ से छह लाख रुपए तक के चेक वितरित किए गए। इसके साथ ही कृषि विभाग द्वारा 05 कृषकों को पावर बिडर 80 प्रतिशत अनुदान पर वितरित किए गए। उद्यान विभाग द्वारा 05 काश्तकारों को निशुल्क स्प्रे मशीन वितरित की गई एवं पर्यटन विभाग के तीन लाभार्थियों को चेक वितरित किए गए।

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