ऑनलाइन वर्क फ्रॉम होम का झांसा देकर 26 लाख की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गुजरात से किया गिरफ्तार
देहरादून। थाईलैंड और दुबई में बैठे अपने आकाओं को भारतीय सिम और बैंक अकाउंट उपलब्ध कराने वाले 10 करोड़ से अधिक की ठगी के आरोपी साइबर ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। टेलीग्राम के माध्यम से पार्ट टाइम जॉब व टास्क पूरा करने के नाम पर देहरादून निवासी व्यक्ति से 26 लाख की धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्त को साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून ने सूरत गुजरात से गिरफ्तार किया। अभियुक्त के विरुद्ध देशभर में 104 मुकदमें दर्ज हैं और 2327 विभिन्न साइबर अपराधों में लिंक मिले हैं। इसका गैंग वर्क फ्रॉम होम के जरिये ऑनलाइन कमाई का झांसा देकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था। आरोपी से पूछताछ में पुलिस को गैंग के अन्य लोगों के बारे में भी अहम जानकारी मिली है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि पहले तो ये ठग लोगों को घर बैठे कमाई का झांसा देते। जब लोग इनके जाल में फंस जाते तो टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर निवेश का झांसा देकर लाखों रुपये ठग लेते। इसके लिए वह बड़ी कंपनियों से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइट भी बनाते थे। पुलिस ने आरोपी मोराडिया हार्दिक कुमार भगवान भाई ;32द्ध पुत्र भगवान भाई निवासी तपोवन सोसाइटी, सूरत, गुजरात को उसके घर के पास से गिरफ्रतार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी फर्जी दस्तावेजों के जरिये कंपनियां बनाकर उनके नाम पर बैंक खाते खोलता था। फर्जी दस्तावेजों से ही भारतीय सिम खरीदता था। इन सिम और खातों की को विदेश में अपने आकाओं को भेज देता था। इन्हीं फोन नंबर और बैंक खातों का उपयोग कर विदेश में बैठे साइबर ठग लोगों से साइबर ठगी करते हैं। आरोपी खुद कई बार थाईलैंड और दुबई जाकर सिम और बैंक खातों की किट पहुंचाकर आ चुका है। वह फिर से विदेश जाने की तैयारी कर रहा था। पुलिस के मुताबिक बीआरओ ग्रीफ शिवपुरी में तैनात भीम सिंह ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी। रेवाड़ी जिला राजस्थान निवासी भीम सिंह को घर बैठे कमाई का मैसेज आया। उन्होंने रुचि दिखाई तो उन्हें झांसे में लेकर ठग ने 26 लाख रुपये हड़प लिए। इसकी साइबर थाने में केस दर्ज कर जांच शुरू की गई। इसी जांच में ठग हार्दिक पुलिस की राडार में आया।