गैगरेप से भड़का जनाक्रोश,उत्तरकाशी में कफ्रर्यू जैसे हालात
उत्तरकाशी।किशोरी की हत्या के बाद उत्तरकाशी में दूसरे दिन भी तनाव बरकरार है। कल से बाजार पूर्ण रूप से बंद है। जगह जगह लोगों ने रास्ता रोककर हाईवे बंद करा रखा है।आईजी संजय गुंज्याल उत्तरकाशी पहुंच गए हैं। सुबह पांच बजे से ही लोग सड़कों पर उतर आए हैं और धरने पर बैठ गए। तनाव को देऽते हुए हर्षिल से सेना के करीब दो सौ जवान भी बुलाए गए हैं, लेकिन अभी सेना को रिजर्व में रऽा गया है। पुलिस की जांच में अभी तक मजदूरों ने कत्ल की बात नहीं स्वीकारी है, अब पुलिस ने स्थानीय युवकों पर शक जताया है। बताया जा रहा है कि घटना के बाद से एक स्थानीय युवक भी गायब चल रहा है। बता दें कि डुंडा तहसील के एक गांव में 12 वर्षीय किशोरी रोज की तरह अपने माता-पिता के साथ बरामदे में सोई हुई थी। दरिंदों ने वहीं से उसे अगवा किया। रात करीब तीन बजे मां की नींद ऽुली तो किशोरी बिस्तर पर नहीं मिली। इस पर उन्होंने ऽोजबीन शुरू की। शनिवार सुबह लगभग साढ़े छह बजे गांव के निकट मोटर पुल पर उसका शव बरामद हुआ। सूचना पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। इससे पहले काफी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए थे। उन्होंने घटना के विरोध स्वरूप हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने शव नहीं उठाने दिया। इस बीच, डीएम डॉ- आशीष चौहान, एसपी सुऽवीर सिंह, क्षेत्रीय विधायक गोपाल रावत और पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण भी मौके पर पहुंच गए। जिलाधिकारी के समझाने पर ग्रामीण शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने देने पर सहमत हो गए, लेकिन उन्होंने अफसरों और जनप्रतिनिधियों के वाहनों को एक घंटे तक रोके रऽा। उन्होंने आशंका जताई कि पीड़ित परिवार से कुछ दूरी पर रह रहे मजदूरों ने घटना को अंजाम दिया। ये मजदूर सुबह से ही गायब बताए गए। इस दौरान देहरादून जाने वाले वाहनों में संदिग्धों की तलाश शुरू हुई। पुलिस ने टिहरी जिले के थत्यूड़ और देहरादून में परेड मैदान के पास दो वाहनों में सवार सात मजदूरों को हिरासत में ले लिया। इन सभी को उत्तरकाशी लाया गया है। कोतवाल महादेव उनियाल ने बताया कि बच्ची के साथ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। अभी कोई ऽास सुराग हाथ नहीं लगा है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किशोरी के साथ दुष्कर्म के बाद उसका गला घोंटने की पुष्टि हुई है। दंपती के बड़ी बेटी शुक्रवार को घर पर नहीं थी, कल दिन में ही वह अपने मामा के घर चली गई थी। आशंका जताई जा रही है कि दरिंदों के निशाने पर बड़ी बेटी रही होगी और उसके घर पर न होने की स्थिति में वह उसकी छोटी बहन का अगवा कर ले गए होंगे।