बख्शे नहीं जाएंगे महंत की मौत के दोषी: महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य समेत कई लोगों से पूछताछ

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सीएम योगी आदित्य नाथ ने बाघम्बरी मठ पहुंचकर महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए
प्रयागराज(दर्पण ब्यूरो)। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में कई लोग जांच के दायरे में आ गये हैं। पुलिस कई लोगों से पूछताछ कर सकती है। मौत के मामले में 8 लोगों का लाई डिटेक्टर टेस्ट भी किया जा सकता है। इसमें प्रयागराज का एक नामी बिल्डर भी शामिल है। बता दें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की कल संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी और उनका शव उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित बाघंबरी मठ के कमरे से फांसी के फंदे से लटकता मिला था। शव के पास मिले सुसाइड नोट में शिष्य आनंद गिरि समेत कई लोगों के नाम थे। बाघंबरी मठ के जिस कमरे में नरेंद्र गिरि का शव मिला, वो अंदर से बंद था। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला। पुलिस ने शुरुआती जांच में मिश्रा, शिवेक मिश्रा, प्रयागराज के एक बिल्डर ,प्रयागराज के कुछ प्राॅपर्टी डीलर, प्रयागराज के एक स्थानीय नेता आदि के नाम सामने आ रहे हैं। पुलिस ने महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से जो सुसाइड नोट बरामद किया है, उसमें नरेंद्र गिरि ने अपने शिष्य से नाराजगी की बात कही है। पुलिस के मुताबिक नरेंद्र गिरी ने सुसाइड नोट में आत्महत्या की बात लिखी है और वसीयतनामा भी लिखा है। मामले में अखाड़े की संपत्ति पर अधिकार का विवाद सामने आ रहा है। बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि ने आनंद गिरि को अखाड़े से बाहर कर दिया था। उधर हिरासत में लिए जाने से पहले आनंद गिरि मीडिया के सामने आए और खुद को बेकसूर बताया। आनंद गिरि ने आरोप लगाया कि मठ की जमीन हड़पने और वर्चस्व को लेकर नरेंद्र गिरि की हत्या की गई है और उन्हें झूठे केस में फंसाया गया है। सीएम योगी आदित्य नाथ ने आज प्रयागराज में बाघम्बरी मठ पहुंचकर महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए। योगी ने महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि भी दी। योगी ने कहा कि प्रयागराज कुंभ की भव्यता, सुरक्षता, 13 अखाड़ों के बीच संवाद और समन्वय, आचार्य धर्माचार्यों के बीच बेहतर संवाद और सम्मान, इन सबको लेकर उन्होंने सुदंर प्रयास किया था। इसी का परिणाम था कि प्रयागराज कुंभ पहली बार वैश्विक मंच पर पहली बार अद्भुत घटना के रूप में जाना जाता है। साधु समाज की समस्या हो, या धर्माचार्यों की समस्या, अखाड़ा परिषद के अंदर या मंदिर की समस्या। हर निर्णय में उनका सानिध्य और सहयोग मिलता था। सीएम योगी ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत की घटना से हम सब परेशान हैं। संत समाज और प्रदेश सरकार की ओर से उनके प्रति विनम्र श्र(ांजलि के लिए मैं खुद यहां आया हूं। ये हमारी आध्यात्मिक और धार्मिक समाज की अपूरणीय क्षति है। अखाड़ा परिषद और संत समाज के सेवा जिस तरह से की वो अविस्मरणीय है। योगी ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत के दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। योगी ने कहा कि संवेदनशील मुद्दे पर बयानबाजी से बचें। इस मामले में जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। जल्द ही मामले दोषियों को बेनकाब किया जायेगा।

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