बाल विवाह का सनसनीखेज मामला सीएम तक पहुंचा:मानव तस्करी के मामलों को रोकने के लिए पुख्ता कार्ययोजना बनाने के निर्देश
देहरादून। चमोली में 13 साल की लड़की की शादी 6000 रुपये के लिए माता पिता ने 32 साल के युवक से करदी। युवक देहरादून का रहने वाला है। इस मामले से पूरे उत्तराखंड में हलचल मच गई है। मामला काफी गंभीर है। पहाड़ों में नाबालिगों की तस्करी मामले से हड़कंप मचा हुआ है। वहीं चमोली का मामला बाल अधिकारी संरक्षण आयोग से लेकर सीएम तक जा पहुंचा है। सीएम ने इसको लेकर सख्त रुख अपनाया है। चमोली जिले की पोखरी तहसील के एक गांव में बाल विवाह का सनसनीखेज मामला सामने आया है। अनुसूचित जाति बस्ती की निवासी 13 वर्षीय किशोरी की उसके पिता ने देहरादून के युवक से उसकी शादी रचा दी। वायरल वीडियो के जरिये यह मामला उजागर होने पर प्रशासन ने किशोरी के पिता और युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। मामले में शिक्षक उपेंद्र सती ने भी तहरीर दी है। राज्य महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए प्रशासन को अविलंब कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिला बाल कल्याण समिति व चाइल्ड हेल्पलाइन के सदस्यों ने भी किशोरी से जानकारी हासिल कर बाल विवाह की पुष्टि की है। चर्चा यह भी है कि युवक ने शादी के लिए किशोरी के पिता को छह हजार रुपये भी दिए। सीएम तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को प्रदेश में मानव तस्करी के मामलों को पूरी तरह से रोकने के लिए एक पुख्ता कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि चमोली में नाबालिग की शादी और उत्पीड़न के मामले को बेहद गंभीर मानते हुए निर्देश दिए महिलाओं और बच्चों के प्रति अपराधों पर सख्त से सख्त कार्रवाई जाए। आपको बता दें कि बीते दिन बुधवार को सीएम तीरथ सिंह रावत ने बीजापुर में उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में सीएम ने मानव तस्करी के मामलों की लगातार निगरानी के लिए फुल टाइम अपर सचिव स्तर के अधिकारी की तैनाती करने के भी निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि साइबर अपराध और बच्चों व महिलाओं से संबंधित अपराधों के मामलों को कार्रवाई के लिए सीधे रेगुलर पुलिस को सौंपें। फास्ट ट्रैक मोड में कार्रवाई सुनिश्चित हो। सीएम ने कहा कि सिर्फ मामला ही दर्ज नहीं करना है बल्कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि अपराधी को सख्त से सख्त सजा मिले। बैठक में मुख्य सचिव ओमप्रकाश, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अशोक कुमार, सचिव नितेश झा, अमित नेगी, आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। आपको बता दें कि मंगलवार को चमोली जिले में पोखरी क्षेत्र के एक गांव की नाबालिग 13 की शादी देहरादून निवासी एक 32 साल के युवक से कराने का मामला सामने आया। कहा गया कि 6000 रुपये की लालच में माता पिता ने अपनी बेटी की शादी 32 साल के युवक से कर दी। शिक्षक का वीडियो वायरल होने पर जिला बाल विकास कल्याण समिति ने गांव जाकर किशोरी और उसके पिता के बयान दर्ज किए थे। राजस्व उपनिरीक्षक भी गांव पहुंचे थे और बयान लिए थे। शादी 18 जनवरी को की गई थी। ससुराल में उसका उत्पीड़न किया जा रहा था। जिसके बाद जब 8वीं कक्षा में पढ़ने वाली किशोरी जब परीक्षा देने स्कूल आई तो उसने आपबीती अपने शिक्षक को बताई। शिक्षक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। महिला आयोग ने मामले का संज्ञान लिया और साथ ही बाल सरंक्षण आयोग ने भी। महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने चमोली के डीएम को पत्र भेजकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कहा है। वहीं मामला सीएम तक पहुंचा तो सीएम ने भी सख्त रुप अपनाया है। पोखरी तहसील के एक गांव निवासी किशोरी कक्षा आठ की छात्रा है। दरअसल, कोरोनाकाल का समय बीतने के बाद भी जब छात्रा विद्यालय नहीं आई तो शिक्षक उपेंद्र सती ने उसकी ढूंढ़-खोज की। पता चला कि उसकी शादी पिता ने कुछ रुपयों के लालच में देहरादून निवासी एक युवक से कर दी है। शादी के कुछ दिन बाद ही तथाकथित पति ने किशोरी की पिटाई शुरू कर दी और घर से निकाल दिया। शिक्षक ने पता किया तो वह अपने मायके में मिली। शिक्षक ने उसे स्कूल आने व पढ़ाई आगे जारी रखने का खर्चा उठाने की जिम्मेदारी ली। डरी-सहमी किशोरी बड़ी मुश्किल से तैयार हुई। एक शिक्षक के वीडियो के जरिये यह मामला उजागर करने के बाद प्रशासन हरकत में आया। मामले में प्रशासन की टीम ने राजस्व उप निरीक्षक शशि प्रसाद डिमरी के नेतृत्व में संबंधित गांव जाकर किशोरी और उसके पिता से पूछताछ की। मामले की पुष्टि होने के बाद लड़की के पिता व देहरादून निवासी युवक के विरु( पोक्सो, बाल विवाह अधिनियम, बाल व्यापार अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उपजिलाधिकारी वैभव गुप्ता ने कहा कि मामले की जांच के लिए टीम मौके पर भेजी गई है। जांच की जा रही है। जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष प्रभा रावत व सदस्य महानंद बिष्ट, उमाशंकर बिष्ट ने भी मौके पर पहुंचकर किशोरी के बयान दर्ज किए। प्रभा रावत ने बताया कि किशोरी के बयानों से बाल विवाह की पुष्टि हुई है। उन्होंने राजस्व उप निरीक्षक शांति प्रसाद डिमरी को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।