कोरोना की वैक्सीन से जीतेगे जंगः उत्तराखंड के 28 लाख लोगों को मिलेगी दवाई!
राज्य स्तरीय, जिला स्तरीय और ब्लॉक स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया
देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना वैक्सीनेशन (टीकाकरण) के पहले चरण में तकरीबन 20 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण के लिए अभी तक सरकारी और निजी क्षेत्र के 93889 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को चिह्नित कर लिया है। राज्य स्तरीय, जिला स्तरीय और ब्लॉक स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है। कोराना वैक्सीन के परिवहन व भंडारण की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण का कार्य भी जल्द शुरू किया जा रहा है। प्रदेश में कोरोना वैक्सीन अगले वर्ष जून तक मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। केंद्र सरकार ने इसके लिए प्रदेश को तैयारियां करने को कहा है। प्रदेश में इसके लिए काम भी शुरू हो गया है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियों के संबंध में कैबिनेट के समक्ष प्रस्तुतिकरण किया। बताया गया कि पहले चरण में तीन प्रकार की श्रेणियों को टीकाकरण के लिए चिह्नित किया जा रहा है। इसमें स्वास्थ्य कार्यकत्घर््ता, फ्रंट लाइन वर्कर और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त रोगी शामिल हैं। प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग वर्ष 2007-18 में मीजल्स रूबेला अभियान के तहत 28 लाखं लोगों को तीन माह में वैक्सीन लगा चुका है। प्रदेश में ऐसे क्षेत्रें को भी चिह्नित किया गया है, जो उच्च जोखंम वाले हैं। इनमें बस्तियां, ईंट भट्ट, बंजारे व कठिन पहुंच वाले क्षेत्र शामिल हैं। टीकाकरण के लिए राज्य, जिला व ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। वैक्सीन लगाने के लिए बूथ बनाए जाएंगे। यहां वैक्सीन लगने के बाद के प्रभाव पर भी नजर रखं जाएगी। टीका रखंने के लिए कोल्ड चेन की स्थापना की जा रही है। जिन उपकरणों की कमी है, उनके लिए भारत सरकार से मांग की गई है। यह भी बताया गया कि अभी वैक्सीन को लेकर सुस्पष्ट जानकारी प्राप्त नहीं है। ऐसे में इसे लेकर कोई दावा नहीं किया जा सकता।