प्रकृति के जितना निकट रहेंगे, रोग उतने ही दूरःपाण्डेय
सितारगंज(उत्तरांचल दर्पण संवाददाता)। उत्तराखण्ड के विद्यालयी शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा, संस्कृति शिक्षा, खेल, युवा कल्याण व पंचायती मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने कहा कि कोरोना महामारी ने जहां पूरी दुनिया को दहशत में डाल रखा है, तो वही इस प्राणघातक बीमारी ने यह बता दिया है कि हम प्रकृति के जितने निकट रहेंगे, उतने ही स्वस्थ रहेंगे। इसलिए यदि हमें स्वस्थ रहना है तो प्रकृति से प्रेम करना होगा, उसका संरक्षण करना होगा। पाण्डेय सोमवार को राजकीय कन्या इंटर कालेज परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि हम प्रकृति से जितना दूर होते गए, तमाम प्रकार के रोग हमारे पास आते गए। इतना ही नहीं, कोरोना जैसी महामारी बीमारी ने तो यह साबित कर दिया है कि प्रकृति के संरक्षण के साथकृसाथ हमारा रहन सहन कैसा हो। हमारा भोजन कैसा हो जैसे अनेक विषय हमने लाॅकडाउन में समझे और उनपर अमल किया। अभी यह बीमारी गई नहीं है, इसलिए हमें इससे बचाव के लिए स्वयं को मजबूत बनाना होगा। प्रकृति से जितनी निकटता होगी, रोग उतना ही दूर होगा। सादा जीवन उच्च विचार वाली कहावत पर चलते हुए हम कोरोना को पराजित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का हरेला पर्व ऐतिहासिक पर्व है। जो प्रकृति संरक्षण को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हमें निश्चित ही कम से कम से एक पौधे का रोपण अवश्य करना चाहिए। ताकि धरती हरी भरी रहे, प्रकृति संतुलन बना रहे और हम स्वस्थ रहे। लेकिन ऐसा न हो कि हम पौधा लगाएं और फिर उसे भूल जाए, यह भी याद न रखें कि उसे भी समय समय पर पानी आदि देते रहे तभी वो विशाल वृक्ष बन सकेगा। इस मौके पर उन्होंने उपस्थित लोगों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं भी। इस मौके पर जीजीआईसी परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया। पूर्व सांसद बलराज पासी, विधायक सौरभ बहुगुणा, नगर पालिका अध्यक्ष हरीश दुबे, खण्ड शिक्षा अधिकारी इन्द्रजीत चैहान, प्रधानाचार्या अर्चना पाठक, मण्डल अध्यक्ष विजय सलूजा, कमल जिंदल, आदेश चैहान, गुरदीप सिंह चैहान, सतीश उपाध्याय, नवीन भट्ट ‘निराला’, शिवपाल सिंह चैहान आदि थे।