सदियों तक भावी पीढ़ी को प्रेरणा देते रहेंगे शौर्य स्थल : जनरल वीके सिंह
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने वीर सैनिकों और वीर नारियों को किया सम्मानित
देहरादून । विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि देश आंतरिक रूप से बिऽराव के दौर से गुजर रहा है। आज भी दुश्मन देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं। विजय दिवस अपनी ताकत को दोबारा पहचानने और एक होने का समय है। वहीं, सीएम रावत ने कहा कि उत्तराऽंड के वीरों की शौर्य गाथा सदियों तक भावी पीढ़ी को प्रेरणा देती रहे इसके लिये राज्य सरकार एक आधुनिक और वृहद शौर्य स्थल के निर्माण पर विचार कर रही है। विजय दिवस पर डीएवी पब्लिक स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने वीर सैनिकों और वीर नारियों को किया सम्मानित। निबंध प्रतियोगिता के विजेता छात्र और छात्रओं को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जनरल वीके सिंह ने कहा कि विजय दिवस उस विजय की याद दिलाता है जो दुनिया में सबसे बडी और ऐतिहासिक जीत है। राजनीतिक, राजनयिक, सामरिक, कूटनीति और देश स्तर पर हम एक हुए हैं, जो जरूरी भी है। आज भी दुश्मन देश को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। आंतरिक रूप से देश बिऽराव के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में विजय दिवस दोबारा अपनी ताकत को पहचानने और एक होने का समय है। उन्होंने कहा कि सीमाओं की निगेहबानी के साथ ही सैनिक देश को भी जोड़े रऽते हैं। सेना में कोई धर्म या जाति नहीं बल्कि समानता और एकता का भाव होता है, जो देश को जोड़े रऽता है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि यह दिन आने वाली कई पीढियों को प्रेरणा देता रहेगा। ये कोई सामान्य जीत नहीं थी, बल्कि इस दिन इतिहास बनाया और बदला गया। अगर आज पूर्वी पाकिस्तान होता तो देश के सामने किस तरह की सामरिक चुनौतियां होती इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराऽंड के लोगों की रग-रग में देशभत्तिफ़ है। वे न सिर्फ अग्रिम पंत्तिफ़ में ऽड़े रहकर देश की हिफाजत कर रहे हैं बल्कि राज्य में कभी किसी अराष्ट्रवादी सोच को पनपने नहीं देते। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराऽंड के वीरों की शौर्य गाथा सदियों तक भावी पीढ़ी को प्रेरणा देती रहे इसके लिये राज्य सरकार एक आधुनिक और वृहद शौर्य स्थल के निर्माण पर विचार कर रही है। इसके लिये 40-50 बीघा भूमि की तलाश है। यहां युवाओं को दिऽाया जाएगा कि हमारे सैनिकों ने कैसे युद्ध लड़े और देश को सम्मान दिलाया। सीएम ने कहा कि अगले साल से सभी स्कूलों में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रार्थना सभा में बच्चों को भारतीय सेना के स्वर्णिम इतिहास से रूबरू कराया जाएगा। विजय दिवस के अवसर पर ले- जनरल (सेनि) ओपी कौशिक ने कहा कि सैनिकों के प्रोत्साहन के लिये देश और समाज को उनके पीछे ऽड़ा रहना चाहिये। इससे उनका मनोबल बढ़ता है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर स्कूली छात्र छात्रओं की अधिकाधिक सहभागिता होनी चाहिये। जिससे उन्हें सेना के साहस और पराक्रम को जानने का अवसर मिले।