केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव: जनपद में आदर्श आचार संहिता प्रभावी,10 स्टैटिक सर्विलांस टीम 3 शिफ्ट में निगरानी रखेंगी
देहरादून। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में 07 केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के संबंध में मीडिया को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव हेतु 22 अक्टूबर 2024 को अधिसूचना जारी की जाएगी, नामांकन की अंतिम तिथि 29 अक्टूबर 2024 घोषित की गई है। 30 अक्टूबर 2024 को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी एवं नाम वापसी की अंतिम तिथि 04 नवंबर 2024 घोषित की गई है। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव हेतु बुधवार 20 नवंबर 2024 को मतदान संपन्न होंगे एवं शनिवार 23 नवंबर 2024 को मतगणना की जाएगी। उन्होंने बताया कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के चलते संपूर्ण जनपद में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो चुकी है। जो कि 25 नवंबर 2024 तक प्रभावी रहेगी। उन्होंने चुनाव तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के लिए 173 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। जिसमें 7 पोलिंग बूथों पर मतदान तिथि से 2 दिन पूर्व पोलिंग पार्टियों को रवाना किया जाएगा जबकि 166 पोलिंग बूथों पर पोलिंग पार्टियों को मतदान से एक दिन पहले रवाना किया जाएगा। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी दी कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र को 02 जोन और 27 सेक्टर में बांटा गया है जिसमें 10 स्टैटिक सर्विलांस टीम 3 शिफ्ट में निगरानी रखेंगी। इसके साथ ही सकुशल चुनाव संपन्न कराने के लिए 8 फ्लाइंग स्क्वायड की तैनाती की गई है जबकि दो वीडियो टीम निरंतर क्षेत्र में मॉनिटरिंग करेंगी। उपचुनाव के लिए एक रिटर्निंग ऑफिसर एवं तीन सहायक रिटर्निग ऑफिसर की तैनाती भी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में 90540 मतदाता है जिसमें 44765 पुरुष एवं 45775 महिला मतदाता शामिल है। पूरी विधानसभा में 1092 दिव्यांग मतदाता हैं जबकि 85 वर्ष से अधिक मतदाताओं की संख्या 641 है। विधानसभा क्षेत्र में सर्विस मतदाताओं की संख्या 2949 है। विधानसभा में दिव्यांग एवं 85 वर्ष से अधिक के मतदाताओं के लिए होम वोटिंग की सुविधा के लिए फॉर्म 12 का वितरण भी प्रारंभ कर दिया गया है। इस अवसर पर उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुश्री मुक्ता मिश्र, श्री के.एस नेगी, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री मस्तू दास उपस्थित रहे।