जयंती पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को किया नमन
देहरादून (उद संवाददाता)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आवास पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उनके आदर्शों पर चलने का आहवान किया।वहीं राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ;से निद्ध ने राजभवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर उनके चित्रों पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया। राजभवन के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में भातखंडे संगीत महाविद्यालय देहरादून के कलाकारों द्वारा गांधी जी के प्रिय भजन- रघुपति राघव राजा राम,‘वैष्णव जन तो तैने कहिये जे पीर पराई जानि रे,श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमनतथा,ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैजनिया की संगीतमय प्रस्तुति दी गयी। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने पूरी दुनिया के लिए सत्य और अहिंसा का मार्ग प्रशस्त किया है, उनके सत्य और अहिंसा के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक हैं राज्यपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री को स्मरण करते हुए कहा कि उनकी सादगी व सरलता भरा जीवन हम सभी के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा। ये दोनों महानायक हमारे नैतिक और राष्ट्रीय आदर्शों के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि आज के दिन हमें उनके आदर्शों पर चलते हुए सत्य, अहिंसा, शांति और समाज की सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करना चाहिए। इस अवसर पर राज्यपाल ने सफाई के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले पर्यावरण मित्रों को सम्मानित किया और उनके कार्यों की सराहना की। इस दौरान प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, विधि परामर्शी अमित कुमार सिरोही, अपर सचिव स्वाति एस. भदौरिया, उप सचिव जी. डी. नौटियाल, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय व राजभवन के अन्य अधिकारीगण एवं कार्मिक उपस्थित रहे। वहीं मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने भी सचिवालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर उनका भावपूर्ण स्मरण किया। इस अवसर पर भारतखंडे संगीत महाविद्यालय द्वारा गांधी जी के प्रिय भजन वैष्णव जन तो.. गायन किया गया। अपने संबोधन में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि प्रतिवर्ष आज के दिन हम दो महान नेताओं गांधी जी एवं शास्त्री जी को याद करते हैं द्य राष्ट्रपिता के प्रिय भजन वैष्णव जन में एक सम्पूर्ण दर्शन समाहित है, जिससे हमें जीवन के बहुत से मानवीय मूल्यों को बनाए रखने की प्रेरणा मिलती है। महात्मा गांधी के विचार और सिद्धांत आज भी हमारे लिए प्रासंगिक हैं। हमें उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करना चाहिए, ताकि हम एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकें। हमें सत्य, अहिंसा और प्रेम के मार्ग पर चलने की प्रेरणा लेनी चाहिए। महात्मा गांधी का जीवन हमें सिखाता है कि सच्चाई और मानवता की सेवा सबसे महत्वपूर्ण है।