मीडिया के सामने आये गणेश जोशी का बड़ा बयानः मुझे होता है बड़ा फायदा, मेरी बेटी राष्ट्रीय नेता बन गई…मैं हरीश रावत का बड़ा योगदान मानता हूं !
मैने सोलह साल की पूरी आय का विवरण भी मुख्यमंत्री को भेज दिया है
देहरादून(उद संवाददाता)। उत्तराखंड की धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी आय से अधिक संपत्ति केस की जांच को लेकर मीडिया के सामने आये है। उन्होंने अपनी प्रतिकया व्यक्त करते हुए बताया कि जो अरोप लगाये जा रहे हैं उसमें पिछले 16 साल में मेरे बेटे, मेरी बेटी और मेरे दामाद की संपत्ति को जोड़कर लगाये जा रहे थे। अब मैने पूरी आय का विवरण भी मुख्यमंत्री को भेज दिया है। वहीं पहली बार इस मामले पर सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान आया है। सीएम धामी ने कहा कि उनकी सरकार पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त है। ऐसे में किसी ने भी कोई भी चीज की है तो उसकी जांच होगी और जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। रविवार को आय से अधिक संपत्ति मामले में घिरे उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का बयान पहली बार सामने आया है। वहीं विपक्षी दल कांग्रेस के आरोपों पर तंज कसते हुए कहा कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि इसका पूरा विवरण उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को दे दिया है और इससे उन्हें बड़ा फायदा होने वाला है। गणेश जोशी ने कई उदाहरण देते हुए अपने बयान को सही साबित करने की कोशिश की। आय से अधिक संपत्ति मामले में गणेश जोशी से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो आरोप मुझ पर लगते हैं, उससे मुझे बड़ा फायदा होता है। 2016 में तत्कालीन हरीश रावत सरकार में मुझे शक्तिमान घोड़ा प्रकरण में फंसाया गया। इसका फायदा यह हुआ कि मेरी बेटी राष्ट्रीय नेता बन गई। जिसमें मैं हरीश रावत का बड़ा योगदान मानता हूं। उस समय मेरी बेटी यानी नेहा जोशी अगर सड़कों पर नहीं उतरती, तो उसको आज कोई नहीं पहचानता। कोविड के समय जब मैं राशन बांट रहा था, उस दौरान विपक्ष के नेता यह आरोप लगा रहे थे कि ऑक्सीमीटर कहीं नहीं मिल रहे हैं। आप कहां से बांट रहे हैं? गणेश जोशी आगे कहते हैं कि मैंने विपक्ष के नेताओं को कहा कि मैं चोरी करके ला रहा हूं। जिसका फायदा मुझे यह हुआ कि 2022 के विधानसभा चुनाव में मैंने पिछले चुनाव से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की। गणेश जोशी ने कहा कि अब जो मुझ पर आय से अधिक संपत्ति का आरोप लग रहा है, उसमें मेरे दामाद और बेटी की संपत्ति को जोड़ा गया गया। जबकि वो मुझसे अलग रहते हैं। मेरे दामाद की अच्छी खासी सैलरी है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि यदि मुझ पर आरोप लगाते तो ठीक-ठाक लगाते। गणेश जोशी आगे कहा कि इसका विवरण उन्होंने मुख्यमंत्री को दे दिया है, जिसका उन्हें बड़ा फायदा होने वाला है। गौरतलब है कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में जो हलफनामा दिया था, उसके मुताबिक उनकी आय से अधिक संपत्ति है। इसका खुलासा आरटीआई एक्टिविस्ट, सामाजिक कार्यकर्ता और अधिवक्ता विकेश नेगी ने किया। इसके बाद इस पूरे मामले में मंत्री गणेश जोशी घिरते नजर आए। मामले में सोशल मीडिया पर प्रदेश वासियों की भी कड़ी प्रतिक्रियाएं आईं। कई यूजरों ने लिखा कि मंत्रियों की आय में दिन दूनी और रात चौगुनी हो रही है। जबकि प्रदेश में बेरोजगारी दर बढ़ते जा रही है। इसी तरह सैकड़ों प्रतिक्रियाएं सोशल मीडिया पर देखने को मिलीं, जिससे सरकार और संगठन की भी खूब किरकिरी हुई। इससे पहले भी कथित उद्यान घोटाले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना सैन्य धाम के निर्माण में कथित भ्रष्टाचार या फिर किसान सम्मान निधि की बंदर बांट में भी मंत्री गणेश जोशी विवादों में रहे हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि इतने विवादों के बाद अब मंत्री गणेश जोशी को कौन सा बड़ा फायदा होने वाला है।