वैली ब्रिज बनाने के लिये जुटे सेना के जवान: केदारघाटी में आपदा के चार दिन बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी,मौसम बन रहा बाधा
सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाश आउट हुए मार्ग पर वैली ब्रिज बनाने के लिये जुटे सेना के जवान
रूद्रप्रयाग। केदारघाटी में आपदा से ध्वस्त हुए केदारनाथ पैदल मार्ग पर सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वैली ब्रिज बनाने की लिये सेना के जवान जुट गये हैं। केदारघाटी में जारी रेस्क्यू कार्यों में तेजी लाने के लिए अब सेना की भी मदद ली जा रही है।
जनपद में तैनात 6 ग्रेनेडियर यूनिट रास्तों को पुनर्स्थापित करने और बेली ब्रिज बनाने के अलावा सर्च ऑपरेशन में भी मदद करेगी। प्राथमिकता के आधार पर सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाश आउट हुए मार्ग पर ब्रिज बनाया जा रहा है।
केदारघाटी में आपदा के चार दिन बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अब केदारनाथ में रेस्क्यू के लिए भारतीय सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। हेली से रेस्क्यू करने में मौसम बाधा बन रहा है। बारिश होने के कारण चार दिन बाद भी सभी लोगों को रेस्क्यू नहीं किया जा सका है। बुधवार को केदारनाथ में बादल फटने के बाद आई आपदा के बाद से अब तक केदारघाटी में हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। केदारनाथ धाम और पैदल मार्ग व पड़ावों पर फंसे सभी तीर्थयात्रियों को अब तक रेस्क्यू नहीं किया जा सका है। मौसम खराब होने के कारण हेली से रेस्क्यू नहीं किया जा पा रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग में फंसे यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए पुलिस-प्रशासन लगातार कोशिश कर रहा है। रेस्क्यू कार्यों में तेजी लाने के लिए अब सेना भी मोर्चे पर उतर रहा है। रास्तों को पुनर्स्थापित करने और पुल बनाने के साथ ही सर्च ऑपरेशंस में सेना मदद करेगी।