हरिद्वार में भव्य डाक कांवड़ियों के आगमन का सिलसिला शुरू: रंग बिरंगी झालरों से सुसज्जित कांवड़ लिए लाखों डाक कांवड़िये गंगाजल भरकर रवाना हो रहे
हरिद्वार (उद संवाददाता) । कांवड़ मेला अपने चरम पर है। वहीं आज सावत के दूसरे सोमवार को भी हरिद्वार में कांड़ यात्रियों का रेला उमड़ा। हर रोज लाखों की संख्या में गंगाजल भरने के लिए शिवभत्तफ कांवड़िये हरिद्वार पहुंच रहे हैं। वहीं अब डाक कांवड़िये आने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। इस बीच रविवार को हरिद्वार के एसएसपी ने फील्ड पर उतरकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। रविवार को चिलचिलाती धूप के बीच जिले के कप्तान प्रमेंद्र डोभाल अपनी टीम के साथ नेशनल हाईवे पर पहुंचे। नगला इमरती बाईपास पर एसएसपी रुके जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया और एसपी देहात स्वप्नकिशोर सिंह समेत तमाम अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए। एसएसपी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि आज से कांवड़ मेले का तीसरा चरण शुरू होने जा रहा है। जिसको लेकर रुट डाइवर्जन प्लान लागू हो चुका है। इसके साथ ही पुलिस कांवड़ मेला सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। उन्होंने बताया कि जब पैदल कांवड़िए चल रहे हैं तब तक नहर पटरी चलेगी। इसके साथ ही वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से चल रही है। एसएसपी ने कहा जो भी कांवड़िये सड़क घेरकर चल रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही बिना साइलेंसर के चलने वाली बाइकों पर भी कार्रवाई की जा रही है। बता दें बीती रात पुलिस ने प्रेशर हॉर्न और बिना साइलेंसर के चल रहे दोपहिया वाहनों पर शिकंजा कसा। चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस ने चंडी चौक, शारदानंद घाट, ऋषिकुल तिराहा, हरि लोक तिराहा, शंकराचार्य चौक, जटवाड़ा पुल पर बिना साइलेंसर के 64 दोपहिया वाहन सीज किए गए। मॉडिफाइड साइलेंसर और बिना वैध कागज चल रहे 34 वाहनों के चालान कर 31 हजार रुपए वसूले। चेकिंग होती देख तीन दोपहिया चालक अपना वाहन छोड़कर भाग गए। उक्त वाहनों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। धर्मनगरी में कांवड़ मेले में लगातार लाखों शिवभत्तफ गंगाजल भरकर रवाना हो रहे हैं। अब तक 75 लाख से अधिक कांवड़ यात्री गंगाजल भरकर रवाना हो चुके हैं। अलग-अलग गंगा घाटों से गंगा में डूबने से नौ कांवड़ यात्रियों को एसडीआरएफ व जल पुलिस की टीम ने बचाया है। कांवड़ यात्र में इस बार दिल्ली के कुल 10 लोगों ने नोटों की कांवड़ बनाकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। पिछले चार वर्ष से कांवड़ लेने आ रहे इस समूह के सदस्यों का कहना है कि हर वर्ष वह अलग-अलग रंग और स्वरूप के साथ कांवड़ लेने आते हैं। नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने की मन्नत पूरी होने पर मेरठ के महादेव सेक्टर निवासी अरुण कुमार ने कांवड़ उठाई। अरुण कुमार ने बताया कि उसने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने की मन्नत भगवान भोलेनाथ से मांगी थी, जो पूरी हुई। सेवा संकल्प और अडिग अनुष्ठान के इस महापर्व में एक दिव्यांग के हौसले को भी लोग सलाम कर रहे हैं। अपने तीन पहिया वाहन से दिव्यांग उन तमाम कांवड यात्रियों के बीच हर-हर भोले बम-बम भोले की गूंज के साथ कदम ताल करते हुए हरिद्वार पहुंचा है।कांवड़ मेले में एक से बढ़कर एक भव्य कांवड़ देखने को मिल रही हैं। पांच सौ के नोटों से सजी कांवड़ में गंगाजल भरकर कांवड़ तीर्थ यात्री हरकी पैड़ी से दिल्ली के लिए रवाना हुए। पांच सौ के नोटों से सजी कांवड़ को देखने के लिए भारी भीड़ जुट गयी। दिल्ली के संबोली गांव निवासी सागर राणा अपने साथियों के साथ 500 के नोटों से सजी कांवड़ में गंगाजल लेकर दिल्ली के लिए निकले, तो लोग कांवड़ के साथ फोटो खींचते और तस्वीरें कैमरे में कैद करते नजर आए। सागर राणा ने बताया कि कावड़ में चार लाख 65 हजार रूपए कीमत के 500 के नोटों के अलावा 50 और 100 के नोट भी लगाए गए हैं। कांवड़ में कुल मिलाकर पांच लाख 21 हजार रुपए लगे हैं। उन्होंने बताया कि वह चार वर्षों से नोट वाली कांवड़ ला रहे हैं। सबसे पहले वह 10 के नोट वाली कांवड़ लाए थे, उसके बाद 100 के नोट की, उसके बाद 200 के नोट की और अबकी बार में 500 के नोट की कांवड़ लाए हैं। उन्होंने बताया कि अगली बार वह कुछ और नए अंदाज में कांवड़ लेकर हरिद्वार आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इन रुपयों को वह दिल्ली जाकर धार्मिक कार्यों में खर्च करेंगे। सुरक्षा व्यवस्था में पूछने पर उन्होंने बताया कि कांवड़ की सुरक्षा खुद कांवड़ में बैठे बाबा भोलेनाथ करते हैं।