विधानसभा सत्र शुरू, धामी सरकार कल पेश करेगी यूसीसी विधेयक
पहले दिन सदन में पूर्व सदस्यों सरवत करीम, मोहन सिंह रावत, पूरण सिंह, कृष्ण सिंह, नरेंद्र सिंह और धनी राम को श्रद्धांजलि दी गई
देहरादून (उद संवाददाता)। विधानसभा सत्र सोमवार को शुरू हो गया। पहले दिन निधन प्रस्ताव के बाद सदन मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गया। इस बार विधानसभा सत्र, उत्तराखंड के लिए बड़ा खास है। समान नागरिक संहिता के अलावा राज्य निर्माण आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी सेवाओं में क्षैतिज आरक्षण विधेयक भी सदन में पारित हो सकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सत्र से पहले विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी भूषण से शिष्टाचार भेंट की। इसके बाद वह सदन में पहुंचे। सदन में पूर्व सदस्यों सरवत करीम, मोहन सिंह रावत, पूरण सिंह, कृष्ण सिंह, नरेंद्र सिंह और धनी राम को श्रद्धांजलि दी गई। निधन प्रस्ताव पर सीएम धामी ने कहा कि आज पूरा सदन दुखी है। कई साथियों को हमने खोया है। धामी ने कहा कि सरवत करीम जी का असमय चले जाना हमारे लिए बड़ी क्षति है। वह एक भाई की तरह व्यवहार करते थे। जब मैं विधानसभा सदस्य नहीं था, तब वो रात को मिलते थे। हम साथ में टहलते थे। उनकी शेरो शायरी सुनते थे। एक सूरज था तारों के घराने से उठा, आंख हैरान है क्या शख्स जमाने से उठा। आज वो भले हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन उन्होंने अपने क्षेत्र में जो काम किये हैं, हम सब उनको आगे बढ़ाएंगे। सीएम ने स्व. मोहन सिंह रावत गांववासी को भी श्रद्धांजलि दी। कहा कि उनका जीवन बहुत सादगीपूर्ण रहा। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने के लिए जो काम किया वो हमारे स्मरण में रहेगा। वह पार्टी के स्तंभ थे। वो फाउंडर मेंबर थे। उनका अतुलनीय योगदान था। उत्तराखंड की पहली सरकार में उन्होंने मंत्री के रूप में काम किया था। मैं बहुत भावुक होता हूं जब स्व. मोहन सिंह रावत के बारे में सोचता हूं। इतने बड़े नेता लेकिन कभी ऐसा नहीं लगा। सामान्य और सहज व्यक्तित्व के धनी थे। उन जैसे नेताओं के लिए राजनीति जनता की सेवा करने का माध्यम था। वो हमेशा हमारे स्मरण में रहेंगे।स्व. पूरण चंद्र शर्मा को लेकर उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना के बाद पार्टी के वह पहले अध्यक्ष थे। मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनका ज्ञान हमेशा हमें प्रेरित करता रहेगा। लक्सर विधानसभा से विधायक रहे स्व. नरेंद्र सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए सीएम ने कहा कि उनकी समाजसेवा हमेशा हमे याद रहेगी। नेता प्रतपिक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि सरवत करीम आज हमारे बीच में नहीं हैं। उनकी हाजिर जवाबी, शेरो शायरी हमें प्रेरित करती है कि कठिन समय में भी हमें हौसला और हिम्मत रखनी चाहिए। मैं अपनी, अपनी पार्टी और दल की ओर से उन्हें संवेदना, श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्होंने धनीराम, पूरण चंद्र शर्मा, किशन तड़ागी, मोहन सिंह रावत गांववासी को भी श्रद्धांजलि दी।