महाशिवरात्रि पर टपकेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे कोश्यारी
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि के पावन पर्व की शुभकामनाएं
देहरादून। महादेव की उपासना व साधना का पर्व महाशिवरात्रि आज शनिवार को मनाया जा रहा है। वहीं इससे पहले शुक्रवार मध्घ्यरात्रि से ही महादेव की उपासना का दौर शुरू हो गया। विभिन्घ्न शिवालयों में जलाभिषेक के लिए भक्तजन पहुंचे। देहरादून के टपकेश्वर मंदिर में रात 12 बजे से भगवान शिव की पूजा अर्चना शुरू हो गई। शनिवार को यहां दर्शन के लिए लंबी कतार लगी रही। वहीं शनिवार को दिनभर श्रद्धालु जलाभिषेक कर सकेंगे। महाराष्ट्र से राज्यपाल पद का इस्तीफा देने के बाद दून पहुंचे पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी महाशिवरात्रि पर टपकेश्वर मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने पूजा अर्चना की। कहा कि देहरादून में मेरा पहला दिन शिव का आशीर्वाद में व्यतीत हुआ। मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे आज इस विशेष दिन टपकेश्वर महादेव के दर्शन और आशीर्वाद लेने का मौका मिला है। राज्यपाल लेफ्रिटनेंट जनरल गुरमीत सिंह ;सेनिद्ध व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि पर्व पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि महाशिवरात्रि भगवान शिव एवं मां पार्वती के विवाह का पावन दिन है। यह शिव-शत्तिफ के मिलन का पर्व है। भारतीय संस्कृति में इस पर्व का अत्यंत महत्व है। राज्यपाल ने महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान भोलेनाथ से प्रदेशवासियों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि के पावन पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए अपने संदेश में कहा कि यह पावन पर्व शिव एवं शत्तिफ की आराधना का पर्व है। समाज को प्रेम एवं सद्भाव का संदेश भी यह पर्व देता है। मुख्यमंत्री ने इस पावन पर्व पर प्रदेशवासियों की खुशहाली एवं समृद्धि की कामना करते हुए कहा कि महाशिवरात्रि का पर्व असत्य से सत्य की ओर ले जाने की राह भी प्रशस्त करता है।वहीं शिवरात्रि के पावन पर्व पर शिवालय भोलेनाथ के जयकारों से गूंज उठे। दीयों की रोशनी, फूलों व रंग-विरंगी लाइटों से सजे मंदिरों में शिव के भजनों की प्रस्तुति पर श्रद्धालु झूमते रहे। गढ़ी कैंट स्थित ऐतिहासिक टपकेश्वर महादेव मंदिर, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर, जंगम शिवालय आदि मंदिरों में रुद्राभिषेक व विशेष भोग लगाया गया। इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए कपाट खोल दिए गए। शुक्रवार को मंदिरों में भीड़ को देखते हुए सेवादार जगह-जगह तैनात किए गए हैं। टपकेश्वर महादेव मंदिर गढ़ी कैंट, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर सहारनपुर चैक, जंगम शिवालय पलटन बाजार, कमलेश्वर महादेव मंदिर जीएमएस रोड, नर्वदेश्वर मंदिर डानलनवाला, प्राचीन शिव मंदिर धर्मपुर समेत शहर के विभिन्न मंदिरों में शिव पूजा की गई। मध्यरात्रि में कई श्रद्धालु टपकेश्वर में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक करने पहुंचे। मंदिर के महंत श्री 108 कृष्णागिरी महाराज व दिगंबर भरत गिरी के सानिध्य में मध्यरात्रि में टपकेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक के बाद 11 हजार लीटर दूध, फल मिठाई का विशेष भोग लगाया गया। इसके बाद दर्शन व अभिषेक के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। गढ़ी कैंट के डागरा स्थित प्राचीन श्री गोरक्षनाथ नागेश्वर महादेव मंदिर में महंत विश्वनाथ योगी के सानिध्य मे प्रभात फेरी निकाली गई। शाम को श्रद्धालुओं ने भजन कीर्तन का गुणगान किया। इस दौरान विश्व शांति के लिए प्रार्थना की गई। सहारनपुर चैक स्थित पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में 2100 दीयों की रंगोली में शिव पार्वती स्वरूप में भव्य दर्शन श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा। मध्यरात्रि में पृथ्वीनाथ महादेव का सामूहिक रुद्राभिषेक किया गया। महापौर सुनील उनियाल गामा, अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा ने श्रद्धालुओं संग आशीर्वाद लिया। श्रद्धालुओं ने बम बोल, ओम नमः शिवालय के जयकारे लगाए। मंदिर के दिगंबर दिनेश पुरी, सेवादार संजय गर्ग ने बताया कि आज श्रद्धालुओं को हरिद्वार से लाए गंगाजल अभिषेक के लिए दिया जाएगा। रात विशेष श्रृंगार व भस्म आरती होगी। गढ़ी कैंट स्थित पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर परिसर को तोरण द्वार व रंग-विरंगी लाइटों से सजाया गया है। मंदिर के महंत श्री 108 कृष्णागिरी महाराज व दिगंबर भरत गिरी ने बताया कि आज जलाभिषेक के लिए महिला व पुरुषों के लिए अलग अलग लाइन, दिव्यांग व बुजुर्ग लिफ्रट की व्यवस्था रहेगी। श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो इसके लिए जगह जगह सेवादार रहेंगे। पुलिस प्रशासन से भी व्यवस्था बनाने की अपील की गई है।