महेन्द्र भट्ट का बड़ा बयान : माफी मांगें तो बागियों की हो सकती है घर वापसी
रूद्रपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने बागियों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी के खिलाफ चुनाव में बगावत करने वाले लोग अगर जिलाध्यक्ष से माफी मांग लें तो उनकी घर वापसी पर विचार किया जा सकता है। एक होटल में प्रेस वार्ता के दौरान पूछे गये एक सवाल के जवाब में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जो लोग भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़े हैं। उनका कदम संगठन विरोधी था। पार्टी में संवैधानिक व्यवस्था के तहत ऐसे लोगों को छह साल के लिए निकाला जाता है। लेकिन ऐसा कोई कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष से क्षमा मांग ले तो उनकी घर वापसी पर विचार किया जा सकता है। कोई भूला भटका है तो उसे वापस लिया जा सकता है। शर्त यही होगी कि दुबारा इस तरह की अनुशासनहीनता और संगठन विरोधी काम जीवन में न करें। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर प्रदेश अध्यक्ष भटट ने कहा कांग्रेस को इस समय ‘कांग्रेस जोड़ो’ यात्रा निकालने की जरूरत है। प्रदेश में कई कांग्रेसी भाजपा से जुड़ने के लिए बेताब है। इसके लिए हमें कमेटी बनाने की जरूरत पड़ गयी है कि किसको ज्वाइन करायें किसको नहीं। भट्ट ने कहा आज कांग्रेसी देश जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं पहलें यह बतायें कि आखिर देश को तोड़ा किसने। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को जोड़ने के साथ साथ देश को दुनिया का सिरमौर बनाने का काम कर रहे हैं। आज एक विरासत एक संस्कृति के लिए अभियान चलाया जा रहा है। एक भारत श्रेष्ठ भारत जो अभियान चलाया जा रहा है उसमें सभी संस्कृतियों को जोड़ने का काम किया गया है। भाजपा का प्रयास है पूरा देश एक हो, आपस में कोई भ्रांतियां न हो। साठ साल में कांग्रेस ने देश के अंदर जो विसंगितयां खड़ी की थी आज भाजपा उन्हें खत्म करने का काम कर रही है। कांग्रेसी भारत जोड़ो यात्रा निकालकर नाटक कर रहे हैं। उस नाटक में भी वह असफल सिद्ध हो रहे हैं। जहां जहां राहुल गांधी जा रहे हैं वहां पर कांग्रेस के लोग भाजपा से जुड़ रहे हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री के बयान को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा जो अमर्यादित भाषा बोली गयी अगर विपक्ष के नेता भी उस भाषा को बोलेंगे तो उनकी सोच को जनता समझ चुकी है। देश समझ गया है। आज कांग्रेस समाप्ति के कगार पर पहुंच चुकी है। अब उनके पास गाली देने के अलावा कुछ नहीं बचा। अंकिता हत्याकाण्ड में वीआईपी के सवाल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा इस हत्याकाण्ड को लेकर सरकार पहले ही दिन से गंभीर है। ऐसे मामलों में कांग्रेस के शासन में तीन तीन साल में गिरफ्तारी हो पाती थी। अंकिता हत्याकाण्ड के आरोपियों को 24 घंटे में गिरफ्तार किया गया। अंकिता के परिवार ने जिस रूप में मदद मांगी वो दी गयी। अंकिता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। एसआईटी ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें जल्द ही दूध का दूध पानी का पानी होगा। इस तरह के जो अपराध हैं उसके दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा। अंकिता हत्याकाण्ड के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाकर एक नजीर पेश की जायेगी। महेन्द्र भट्ट ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री देश को नजीर दे रहे हैं । देश में समान नागरिक संहिता का संदेश देवभूमि उत्तरखण्ड से जायेगा। संविधान की धारा 44 में ये बात अंकित हैं कि देश के अंदर समय समय पर समान नागरिक संहिता के प्रयास होने चाहिए। विवाह का विषय हो, तलाक का विषय हो या विरासत का विषय। पूरा देश चाहता है कि समान नीति से निर्णय हो। खुशी की बात है कि सीएम धामी ने समान नागरिक संहिता के लिए कमेटी बनायी और कमेटी को अधिकर सुझाव इसके पक्ष में मिले हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा देवभूमि के अंदर जबरन धर्मांतरण एक अभिशाप बनता जा रहा था। गरीबों को लालच देकर धर्मांतंरण के प्रयास किये जा रहे थे। अब इसके खिलाफ दस साल तक की कठोर सजा तक के प्रावधान किये गये हैं। इसको करने वाला उत्तराखण्ड पहला राज्य है। जिसका संदेश पूरे देश में गया है। उत्तराखण्ड राज्य निर्माण में महिलाओं का अहम योगदान रहा है। महिलाओं को सम्मान देते हुए उत्तराखण्ड की धामी सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। मुख्यमंत्री धामी बहन बेटियों के लिए, धर्म के लिए और नागरिकों के लिए सम्मान के लिए ऐतिहासिक काम कर रहे हैं। पत्रकार वार्ता में भाजपा प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र बिष्ट, जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, अमित नारंग, वेद ठुकराल, राजकुमार साहा,सुरेश कोली, धीरेश गुप्ता, मयंक कक्कड़, विकास शर्मा, विवेकदीप सिंह आदि भी मौजूद थे।