कोरोना से पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे हरदा,आर्थिक मदद देने की अपील
पूर्व सीएम ने वर्चुअल मीटिंग में कांग्रेस के मृतक लोगों को दी श्रद्धांजलि
देहरादून;उत्तरांचल दर्पण संवाददाताद्ध। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर वर्चुअल जूम मीटिंग के माध्यम से कोरोना महामारी के संक्रमण से प्रदेश के मृतक लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही प्रदेश के विभिन्न जनपदों से जुड़े कांग्रेस के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताआ ने अपने सुझाव और विचार साझा किये। बृहस्पतिवार को फेसबुक पर लाईव वर्चुअल मीटिंग में पूर्व मुख्यमंत्री हरदा ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड में कोरोना महामारी से निपटने के लिये राज्य सरकार को अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिये। कोरोनाकाल और लाॅकडाउन से कारोबारियों को आर्थिक नुकसान हो गया है। देश में महंगाई बढ़ने और रोजगार छिनने से आम लोगो को रोजी रोटी के लिये भटकना पड़ रहा है। प्रदेश के गरीब वर्ग के लोगों को आर्थिक मदद देने के लिये सरकार को योजना बनानी चाहिये। पूर्व मुख्यमंत्री संकट की इस घड़ी में पूरा कांग्रेस परिवार मृतकों के स्वजनो के साथ है। कोरोना का प्रभाव कम होने के बाद प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका सहयोग किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के क्रूर हाथों ने हमारे कई साथियों को असमय छीन लिया। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिवारों को आर्थिक सुरक्षा देने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। सरकार को कर्ज लेकर भी व्यत्तिफयों की जिंदगी बचाने के लिए बजट की व्यवस्था करनी चाहिए। जान है तो जहान है का नारा यहीं पर लागू होता है। उन्होंने प्रदेशवासियों से भी संकट की इस घड़ी में पीड़ित परिवारों की मदद को आगे आने को कहा। श्रद्धांजलि सभा में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि सरकार की विफलता के कारण कई लोग हमारे बीच नहीं हैं। सरकार को अपनी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए। कांग्रेस के शासन में मोबाइल मेडिकल वैन की व्यवस्था की गई थी। आज ये संचालित नहीं हो रही है। राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि संकट की इस घड़ी में कांग्रेसजनों से जो बन पड़ा, किया। सरकार को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। वर्चुअल सभा में राजपाल खरोला, जसवीर राणा, रमेश कापड़ी, डा रमेश पांडे, बलवंत सिंह बोरा, बृजेश बिष्ट, नारायण सिंह बिष्ट, विनोद थपलियात समेत कई व्यत्तिफयों ने विचार रखे। सभा का संचालन कमान सिंह धामी ने किया।