अटल टनल देश का समर्पितः जब देश के लोगों के विकास की प्रबल इच्छा हो, तो रफ्तार बढ़ानी ही पड़ती है
पीएम मोदी हिमाचल में बोले ,अटलजी का सपना और हिमाचल का दशकों पुराना इंतजार खत्म हुआ,सेना के लिए बड़ी सौगात
हिमाचल प्रदेश/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया की सबसे लंबी हाईवे टनल का शुभारंभ कर दिया है। पीएम मोदी शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने आज सुबह दिल्ली से हवाई मार्ग के रास्ते हिमाचल प्रदेश पहुंचे थे। इस कार्यक्रम के दैरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उनके साथ उपस्थित रहे। सर्दियों में पूर्वी लद्दाख को पूरे भारत से जोड़ने वाले इस टनल का नाम अटल टनल रख गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि साल 2002 में अटल जी ने इस टनल के लिए अप्रोच रोड का शिलान्यास किया था। अटल जी की सरकार जाने के बाद, जैसे इस काम को भी भुला दिया गया। हालात ये थे कि साल 2013-14 तक टनल के लिए सिर्फ 1300 मीटर का काम हो पाया था। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि एक्सपर्ट बताते हैं कि जिस रफ्रतार से 2014 में अटल टनल का काम हो रहा था, अगर उसी रफ्रतार से काम चला होता तो ये सुरंग साल 2040 में जाकर पूरा हो पाती। आपकी आज जो उम्र है, उसमें 20 वर्ष और जोड़ लीजिए, तब जाकर लोगों के जीवन में ये दिन आता, उनका सपना पूरा होता। प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि जब विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ना हो, जब देश के लोगों के विकास की प्रबल इच्छा हो, तो रफ्रतार बढ़ानी ही पड़ती है। अटल टनल के काम में भी 2014 के बाद, अभूतपूर्व तेजी लाई गई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नतीजा ये हुआ कि जहां हर साल पहले 300 मीटर सुरंग बन रही थी, उसकी गति बढ़कर 1400 मीटर प्रति वर्ष हो गई थी। सिर्फ 6 साल में हमने 26 साल का काम पूरा कर लिया। वहीं अटल टनल के उद्धाटन कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस टनल को बनाने का सपना देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी जी ने देख था। पीएम मोदी ने कहा कि आज अटल जी का ही सपना नहीं पूरा हुआ है, बल्कि हिमाचल प्रदेश के करोड़ों लोगों का भी दशकों पुराना इंतजार ऽत्म हुआ है। भारत- चीन सीमा पर काफी लंबे समय से तनाव की स्थिती बनी हुई है। ऐसे समय में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया की सबसे लंबी हाईवे टनल का उद्घाटन कर दिया है। सर्दियों में पूर्वी लद्दाऽ को पूरे भारत से जोड़ने वाले इस टनल का नाम अटल टनल रऽा गया है। सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस टनल का उदघाटन करने हिमाचल प्रदेश पहुंचे थे। प्रधानमंत्री मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी अटल टनल के उद्धाटन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। हिमाचल प्रदेश के कुल्लु मनाली और लाहौल-स्पिति जिले में बनी 9 किलोमीटर लंबी इस सुरंग का काम पिछले 10 सालों से चल रहा था। अटल टनल दुनिया की सबसे लंबी हाईवे टनल है। यह 9 किलोमीटर लंबी सुरंग, मनाली को पूरे साल लाहौल-स्पीति घाटी से जोड़ती है। इससे पहले घाटी हर साल लगभग 6 महीने तक भारी बर्फबारी के कारण कट जाती थी। यह दुनिया का सबसे लंबा हाइवे सुरंग है जिसकी लंबाई दस हजार फीट से अधिक है। अटल टनल को पूरा करने का अनुमानित समय 6 साल से कम था, लेकिन इसे 10 साल में पूरा किया गया। सुरंग में हर 60 मीटर पर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है जबकि हर 500 मीटर पर आपातकालीन निकास है। सुरंग से मनाली और लेह की बीच दूरी कम होने की वजह से चार घंटों की बचत होगी।
आग लगने की स्थिति में सुरंग के अंदर फायर हाइड्रेंट भी लगाए गए हैं। इस टनल के बनने से हिमाचल प्रदेश का लाहौल-स्पिति इलाका और पूरा लद्दाख अब देश के बाकी हिस्सों से 12 महीने जुड़ा रहेगा। क्योंकि रोहतांग-पासघ् (दर्राे) सर्दियों के मौसम में भारी बर्फबारी के कारण बंद हो जाता था, जिससे लाहौल-स्पिति के जरिए लद्दाख जाने वाला हाईवे छह महीने के लिए बंद हो जाता था। लेकिन अब अटल टनल बनने से इससे निजात मिल जाएगी। अटल टनल के दोनों पोर्टल्स पर टनल एंट्री बैरियर लगे हुए हैं। किसी भी आपातकालीन संचार के लिए प्रत्येक 150 एमटीआर पर टेलीफोन कनेक्शन दिए गए हैं। टनल में प्रत्येक 60 एमटीआर पर अग्नि हाइड्रेंट सिस्टम लगा हुआ है। टनल के अंदर हर 250 माउंट पर सीसीटीवी कैमरों के साथ ऑटो घटना का पता लगाने की प्रणाली को इंस्टॉल किया गया है। टनल के अंदर हवा की गुणवत्ता का पता लगाने के लिए हर 1 किलोमीटर पर वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली लगी हुई है। बता दें कि सीमा सड़क संगठन ने प्रमुख भूवैज्ञानिक, भूभाग और मौसम की चुनौतियों को दूर करने के लिए अथक परिश्रम किया, जिसमें 587 मीटर सेरी नाला फॉल्ट जोन का सबसे कठिन सड़क शामिल था, 15 अक्टूबर, 2017 को इस चौनल को दोनों तरफ से होते हुए जोड़ दिया गया था।