चोरी की आधा दर्जन घटनाओं में पुलिस के हाथ खाली
कुंडा थाने की शिवराजपट्टी चौकी सवालों के घेरे में, ग्रामीण करेंगे घेराव
चोरी की आधा दर्जन घटनाओं में पुलिस के हाथ खाली
कुंडा थाने की शिवराजपट्टी चौकी सवालों के घेरे में, ग्रामीण करेंगे घेराव
काशीपुर। कुंडा थान्तर्गत शिवराजपुर पट्टी चौकी क्षेत्र के ग्राम हल्दुआ साहू में पिछले दिनों एक के बाद एक खेतों में लगी पानी की पांच कीमती मोटरें चोरी होने के बावजूद पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करना तो दूर दूर भुक्तभोगियों की तहरीर तक रिसीव नहीं की। पुलिस की कार्यशैली से ग्रामीणों में आक्रोश है। इसी को लेकर आज ग्रामीणों ने पुलिस चौकी घेरने का मन बनाया है। ग्रामीणों ने तल्ख चेतावनी दी कि यदि अब भी चोरियों का खुलासा नहीं हुआ तो वह मामले को ऊपर तक ले जाएंगे। ग्रामीणों ने दबी जुबान में यह भी कहा कि शिवराजपुर पट्टी पुलिस चौकी चंद पुलिसकर्मियों के भरोसे चल रही है। चौकी प्रभारी सीमा कोहली दायित्व को लेकर गंभीर नहीं है यही कारण है कि क्षेत्र में अपराधिक घटनाओं की बाढ़ सी आ गई है। ज्ञातव्य है कि शिवराजपुर पट्टी चौकी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम हल्दुआ साहू मे लाॅक डाउन में पिछले माह अज्ञात चोरों ने पुलिस की समूची व्यवस्था को धता बताते हुए खेतों में लगी पानी की 5 कीमती मोटरों को एक के बाद एक उड़ा दिया। लाॅकडाउन में ही चोरों ने उपरोक्त गांव के पौराणिक शिव मंदिर से कीमती इनवर्टर और बैटरी चोरी कर लिए। गांव में खड़े ट्रैक्टर से बैटरी चोरी कर ली गई ली गई। दरवाजे के बाहर खड़ी साइकिल अज्ञात चोरों द्वारा उड़ा दी गई लेकिन पुलिस शिकायत के बाद भी मूकदर्शक बनी रही उसने आज तक पीड़ित पक्ष की तहरीर भी रिसीव नहीं किया। चौकी पुलिस के इस बर्ताव से ग्रामीणों में खासा आक्रोश है। उन्होंने जल्द ही चौकी घेरने का मन बनाया है।
पुलिस कर रही है खानापूर्ति
काशीपुर। शिवराजपट्टी चौकी प्रभारी सीमा कोहली से चोरी की घटनाओं के खुलासे के बारे में जब मोबाईल फोन पर बातचीत की तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि उनके पास कोई तहरीर नहीं आई जबकि मामला संज्ञान में है। उन्होंने बताया कि मोटर चोरी की घटनाओं की जांच चल रही है। यहां बता दें कि प्राचीन शिव मंदिर से चोरी गया इनवर्टर बैटरी भी पुलिस के कब्जे में है। इस मामले में भी पुलिस ने जिसके कब्जे से चोरी का इनवर्टर बैटरी बरामद किया उसके खिलाफ आज तक कोई कार्यवाही नहीं की। लोगों का आरोप है कि चौकी में आपराधिक मामले आने पर सुलह समझौते का प्रयास कराया जाता है और न्याय की गुहार लगाने वालों की सुनवाई नहीं होती।