विशाखापट्टनम में गैस लीक से 10 लोगों की मौत, बच्चों-बुजुर्गों की हालत गंभीर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई
हैदराबाद(उद ब्यूरो)। कोरोना महामारी व देशव्यापी लाॅकडाउन के बीच आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में दर्दनाक घटना से हड़कंप मच गया हैं। यहां एक फार्मा कंपनी में गैस लीकेज का मामला सामने आया है। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो चुकी है।बताया जा रहा है कि आरआर वेंकटपुरम में स्थित विशाखा एलजी पॉलिमर कंपनी से खतरनाक जहरीली गैस का रिसाव हुआ है। इस जहरीली गैस के कारण फैक्ट्री के तीन किलोमीटर के इलाके प्रभावित हैं। फिलहाल, पांच गांव खाली करा लिए गए। सैकड़ों लोग सिर दर्द, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। घंटों मेहनत के बाद रिसाव पर काबू पा लिया गया है। इसके साथ ही फैक्ट्री के आस-पास से 3 हजार लोगों का रेस्क्यू किया गया है। अभी 170 लोगों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। सीएम जगन मोहन रेड्डी भी विशाखापट्टनम के लिए रवाना हो गए हैं। साथ ही पूरे घटना की जांच शुरू कर दी गई है।सरकारी अस्पताल में 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इसमें अधिकतर बुजुर्ग और बच्चे हैं। विशाखापट्टनम में एक जहरीली गैस के लीक होने से जान और माल का बड़ा नुकसान हुआ है. हादसे की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई. इस दौरान उन्होंने सीएम जगन मोहन रेड्डी, गृह मंत्रालय और एनडीएमए के अधिकारियों से बात की. डिसास्टर मैनेजमेंट से जुड़े आला अधिकारियों की मौजूदगी में पीएम मोदी ने हर संभव मदद का निर्देश दिया है. बता दें कि आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक मल्टीनेशनल कंपनी के केमिकल प्लांट में गुरुवार को बड़ा हादसा हुआ. ताजा जानकारी के मुताबिक, जहरीली गैस लीक होने से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं.बताया जा रहा है कि सरकारी अस्पताल में 150-170 लोग भर्ती कराए गए हैं। इसके अलावा कई लोगों को गोपालपुरम के प्राइवेट अस्पताल में भी भर्ती कराया गया है। 1500-2000 बेड की व्यवस्था कर ली गई है। विशाखापट्टनम नगर निगम के कमिश्नर श्रीजना गुम्मल्ला ने कहा कि शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार पीवीसी या स्टेरेने गैस का रिसाव हुआ है। रिसाव की शुरुआत सुबह 2।30 बजे हुई। गैस रिसाव की चपेट में आस-पास के सैकड़ों लोग आ गए और कई लोग बेहोश हो गए, जबकि कुछ लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।हालांकि, गैस लीकेज के असली कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। फिलहाल मौके पर विशाखापट्टनम के जिलाधिकारी वी विनय चंद पहुंच गए हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं। उनका कहना है कि दो घंटे के अंदर हालत को नियंत्रण में कर लिया गया। कुछ लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जा रहा है।मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी लगाई गई हैं और गांवों से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। पुलिस अधिकारी लोगों से घर से बाहर निकलने की अपील कर रहे हैं और सुरक्षित जगह जाने को कह रहे हैं। साथ ही लोगों से प्रभावित इलाकों में न जाने की अपील भी की जा रही है।