हत्याकाण्ड पर फूटा गुस्सा, प्रदर्शन और जाम
काशीपुर (उद संवाददाता)। शहर के पॉश इलाके में दिनदहाड़े सेल्सगर्ल की हुई जघन्य हत्या यहाँ पुलिस के गले की फास बन चुकी है। घटना के 24 घंटे बाद भी मामले का खुलासा न होता देख आज पर्वतीय समाज से जुड़े सैकड़ों लोगों ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर शक्ति प्रदर्शन करते हुए चीमा चैराहे पर हाईवे को जाम कर दिया। भीड़ ने बाजार बंद कराने का भी प्रयास किया। आक्रोशित लोगों ने पिंकी के हत्यारों को फांसी देने की मांग की। भीड़ की तल्खी देख प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। हाई प्रोफाइल मर्डर में सर्वाधिक किरकिरी विधायक तथा महापौर की हुई। पुलिस की कार्यशैली पर भी लोगों ने सवाल खड़े किए। पोस्टमार्टम के बाद आज मृतका पिंकी रावत के शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया। इस मामले में पुलिस ने शक के आधार पर पूछताछ के लिए लगभग आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस का मानना है कि जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर दिया जाएगा। ज्ञातव्य है कि ग्राम शुद्धओला बारवाल धुमाकोट पौड़ी गढ़वाल तथा हाल स्टेडियम के समीप निवासी पिंकी रावत 22 वर्ष पुत्री मनोज रावत पिछले लगभग 3 माह के करीब से यहां गिरीताल रोड स्थित भूमिका इंटरप्राइजेज मोबाइल वर्ल्ड नामक प्रतिष्ठान में सेल्स गर्ल के तौर पर काम करती है। गत दोपहर जब वह प्रतिष्ठान पर मौजूद थी इसी दौरान अज्ञात बदमाशों द्वारा उसकी धारदार हथियार से जघन्य हत्या कर दी गई। उसका शव स्टोर में रक्त रंजित हालत में पड़ा पाया गया। दुकान से लाखों की कीमती मोबाइल भी गायब मिले। घटना के वक्त प्रतिष्ठान स्वामी मनीष चावला वहां मौजूद नहीं था। मृतका के पिता मनोज रावत पुत्र चंदन सिंह रावत ने पुलिस को तहरीर देकर प्रतिष्ठान स्वामी मनीष चावला तथा उसके चार पांच अज्ञात साथियों पर हत्या का शक जताया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मनीष चावला तथा चार पांच अज्ञात के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करते हुए धरपकड़ के प्रयास शुरू किए हैं लेकिन हत्या के पीछे कारण क्या हो सकता है यह अभी साफ नहीं हो सका। हाई प्रोफाइल मर्डर के खुलासे को लेकर पुलिस के अधिकारी संजीदा है। उन्होंने एक टीम गठित कर हत्यारों की धरपकड़ के लिए लगाया है तो वहीं दूसरी ओर सर्विलांस के सहारे भी पुलिस कातिलों तक पहुंचने की जुगत में है। खबर लिखे जाने तक हत्यारों का कोई सुराग नहीं लग सका। इसी को लेकर देवभूमि पर्वतीय महासभा के बैनर तले आज सैकड़ों की तादात में स्त्री पुरुषों ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर शक्ति प्रदर्शन करते हुए गुस्से का इजहार किया। विधायक व महापौर के खिलाफ नारेबाजी करती हुई भीड़ चीमा चैराहे पर पहुंच गई। यहां भीड़ ने लगभग 1 घंटे से अधिक समय तक हाईवे पर जाम लगाया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आज शाम पांच बजे नगर निगम से महाराणा प्रताप चैक तक विशाल कैंडल मार्च निकालने का भी ऐलान किया। विरोध प्रदर्शन करने वालों में देवभूमि पर्वतीय महासभा के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जीना, डॉ गिरीश तिवारी, हीरामणि बलोदी, रवि लोहनी, डीडी कंडवाल, त्रिलोक अधिकारी, चंद्रभूषण डोभाल, गोविंद सिंह रावत, त्रिलोक सिंह राणा, दीपक कांडपाल, मुक्ता सिंह, संदीप सहगल, जीवन तिवारी, दीप जोशी, एसके भट्टð समेत भारी संख्या में लोग मौजूद थे।
मृतका को मिल रही थी 15 दिनों से धमकी
काशीपुर (उद संवाददाता)। मृतका पिंकी रावत को पिछले 15 दिनों से अज्ञात द्वारा फोन पर धमकी दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। मृतका के मोबाइल पर आिखरी फोन जिसका आया उसे भी पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है लेकिन हत्याकांड की गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही। शहर के पॉश इलाके में दिनदहाड़े हुई युवती की हत्या के बाद विधायक हरभजन सिंह चीमा तथा महापौर उषा चैधरी का मौके पर न पहुंचना स्थानीय लोगों को बहुत खला। आज पीएम हाउस पहुंचे पर्वतीय समाज के लोगों ने उषा चैधरी के समक्ष गुस्से का इजहार करते हुए उन्हें पीएम हाउस से बैरंग वापस कर दिया। भेदभाव की राजनीति करार देते हुए विधायक चीमा तथा महापौर चैधरी के खिलाफ नारे लगाए। वहीं भीड़ का गुस्सा पुलिस के भी प्रति जबरदस्त रहा। आक्रोशित लोगों का आरोप है कि पुलिस इस मामले में शिथिलता बरत रही है।