रूद्रपुर सिडकुल में नहीं थम रहा आंदोलन!! प्रशासन और प्रबंधन ने मूंदी आखे….श्रमिकों की बिगड़ी हालत…
इंटरार्क फैक्ट्री में दो श्रमिकों की हालत बिगड़ी,श्रम विभाग कर रहा किसी अनहोनी का इंतजार
रुद्रपुर। विभिन्न मांगों को लेकर सिडकुल स्थित इंटरार्क फैक्ट्री में पिछले कुछ दिनों से अनशन पर बैठे श्रमिकों में दो श्रमिकों की हालत आज कड़ाके की ठंड के बीच तेजी से बिगड़ गयी। जानकारी मिलने पर पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर दोनोंश्रमिकों को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भर्ती कराया। गौरतलब है कि अपनी विभिन्नमांगों को लेकर इंटरार्क फैक्ट्री के कई श्रमिक पिछले कई दिनों से बेमियादी धरना प्रदर्शन व अनशन पर बैठे हैं जिनमें कुछ अनशनकारियों को पुलिस पूर्व में जबरन उठाकर उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भर्ती करा चुकी है लेकिन अन्य श्रमिकों ने फैक्ट्री गेट पर अपना अनशन जारी रखा है। रात्रि में कड़ाके की ठंड के बीचअनशनकारी परिजनों के साथ आंदोलन जारी रखे हैं। आज प्रातः दो अनशनकारियों मोहल्ला शिवनगर निवासी संतलाल पुत्र मधुराम व रामप्रकाश पुत्र रोशनलाल की हालत तेजी से बिगड़ गयी। जिससे वहां मौजूद अन्य श्रमिकों में हड़कम्प मच गया। जानकारी मिलते ही सिडकुल चौकी प्रभारी केजी मठपाल साथी पुलिसकर्मियों के साथ तत्काल अनशन स्थल पर पहुंचे और उन्होंने दोनों श्रमिकों को उपचार के लिए तत्काल जिला चिकित्सालय पहुंचायो जहां उनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। गौरतलब है कि सिडकुल स्थित मिंडा व इंटरार्क सहित वोल्टाज फैक्ट्री के श्रमिक पिछले कई दिनों से आंदोलित हैं जिनमे मिंडा व इंटरार्क के श्रमिक आमरण अनशन पर बैठे हैं। पूर्व में प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों ने मिंडा व इंटरार्क के कई श्रमिकों को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भर्ती कराया है। अब इंटरार्क फैक्ट्री में दो श्रमिकों की हालत तेजी से बिगड़ जाने से उन्हें भी चिकित्सालय भर्ती कराया गया है। अनशनकारी श्रमिकों ने चिकित्सालय में भी किसी भी तरह का उपचार लेने से मना कर दिया है और कहा है कि जब तक श्रमिकों की न्यायोचित मांगें पूरी नहीं हो जातीं वह अपना अनशन जारी रखेंगे। प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों पर भी फैक्ट्री प्रबंधन से मिली भगत का आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारियों को कर्मचारियों पर दबाव बनाने की अपेक्षा फैक्ट्री प्रबंधन पर दबाव बनाना चाहिए। विभिन्न मांगों को लेकर सिडकुल स्थित इंटरार्क फैक्ट्री के श्रमिकों के आमरण अनशन का आज 18वां दिन है। कड़कड़ाती ठंड के बीच खुले आसमान में बैठकर अनशन कर रहे कई श्रमिकों की हालत नाजुक है। इनमें से दो श्रमिकों की हालत तो काफी बिगड़ गई। जिन्हे आज पुलिस कर्मियों द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका उपचार चल रहा है। यह दोनों श्रमिक पिछले 9 दिन से आमरण अनशन पर थे। इनके साथ प्रताप सिंह, बिरजु गिरि, रंजीत पाल, उमेश मिश्रा, सुनीता,आशा सिंह व सुशीला भी पिछले 9 दिन से आमरण अनशन पर है। जिनके स्वास्थ्य में भी गिरावट बताई जा रही है। सिडकुल की विभिन्न फैक्ट्रियों में श्रमिकों के हो रहे उत्पीड़न पर आज तक सिडकुल के साथ-साथ जिला प्रशासन का ध्यान न जाने से श्रमिक धरना प्रदर्शन करने के लिये मजबूर है। इंटरार्क के साथ-साथ मिंडा और वोल्टाज फैक्ट्री के श्रमिक भी पिछले कई दिनों से आंदोलित हैं। सिडकुल में बढ़ रहा श्रमिकों का असंतोष जहां उद्योगों पर प्रभाव डाल रहा है तो वही श्रमिकों का जीवनयापन भी प्रभावित हो रहा है।
मिंडा श्रमिकों ने दी सामूहिक बेमियादी अनशन की चेतावनी
रूद्रपुर। स्पार्क मिंडा के श्रमिकों का गांधी पार्क में आमरण अनशन 13 वें दिन व 84वें दिन भी धरना जारी रहा। आंदोलित श्रमिक अपनी मांगो को लेकर अनिश्चित कालीन अनशन में पिछले 13 दिनों से बैठे हैं और उनका स्वास्थ्य दिन प्रतिदिन ऽराब होता जा रहा है लेकिन श्रम प्रशासन व जिला प्रशासन फैक्ट्री प्रबंधन के दबाव में मौन है तथा कोई भी अनशनकारी श्रमिकों की मांगो को पूरी करने के लिए तत्पर नहीं है। आंदोलित श्रमिकों का कहना है कि अब तक फैक्ट्री प्रबंधन के िऽलाफ कार्यवाही न किये जाने से वह मनमानी,श्रमिकों का शोषण व उत्पीड़न पर उतारू है। आज समस्त स्पार्क मिण्डा के श्रमिकों द्वारा 12 बजे से धरना स्थल गांधी पार्क से उपश्रमायुत्तफ़ कार्यालय रुद्रपुर तक रैली का आयोजन किया गया और उपश्रमायुत्तफ़ से जल्दी मांगे पूरी कर समस्या का समाधान करने के सन्दर्भ में वार्ता की जायेगी अन्यथा समस्त श्रमिक इस आंदोलन को उग्र रूप देने के लिए मजबूर होंगे। अनशनकारी श्रमिकों ने कहा कि यदि जल्द उनकी मांगे पूरी नहीं हुईं तो वह सामूहिक रूप से अनिश्चित कालीन अनशन शुरू करने को बाध्य होंगे। इस दौरान पिंकी, किरन, कलावती, राधा, रितिका, पूजा, पूनम, ललित बिष्ट, दीपक अधिकारी, गोविंद सिंह, गजेन्द्र,रमेश चन्द्र, हीरा सिंह, वीर सिंह आदि श्रमिक शामिल थे।