धामी सरकार ने दिए सिलक्यारा सुरंग हादसे की जांच के आदेश: दीवाली की छुट्टी मनाने बाहर आ रहे थे मजदूर तभी धंस गई सुरंग
उत्तरकाशी(उद ब्यूरो)। उत्तरकाशी में हुए सुरंग हादसे की जांच की जाएगी। उत्तराखंड सरकार ने इसकी जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है। इस कमेटी में छह लोगों को शामिल किया गया है। ये कमेटी इस हादसे के कारणों का पता लगाएगी। सिलक्यारा सुरंग में कैविटी खुलने से हुए भूस्खलन और सुरंग के अंदर श्रमिकों के फंसने की सूचना के बाद सिलक्यारा में रेस्क्यू टीमों द्वारा ऑपरेशन जारी है। इस टीम में आइटीबीपी,एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व आपदा प्रबंधन की टीमें हैं। यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन से 40 मजदूर पिछले 60 घंटे से फंसे हुए हैं जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन मंगलवार को तीसरेे दिन भी जारी है। सुखद खबर है कि मजदूरों से वॉकी-टॉकी पर बात हुई है जिसमें उन्होंने बताया कि वे सभी सुरक्षित हैं। सुरंग के अंदर मुख्य खोज बचाव का कार्य इंजीनियरों की टीम और श्रमिक ही कर रहे हैं। दरअसल सुरंग के अंदर काम करने का अनुभव श्रमिकों को अधिक है। सलक्यारा सुरंग के भूधंसाव से अवरु( हिस्से में 900 एमएम व्यास के एमएस पाइप ऑगर ड्रिलिंग मशीन से डाले जाएंगे। ये पाइप करीब 40 मीटर हिस्से में डाले जाने हैं। भूस्खलन के दायरे के अनुसार इनकी लंबाई भी बढ़ सकती है। जिससे इन पाइपों के जरिये फंसे मजदूरों को निकालने के लिए क्षैतिज ड्रिलिंग पाइप के जरिये ही श्रमिकों से उनका हालचाल जाना है। उन्हें दवाई के लिए भी पूछा है। लेकिन श्रमिकों ने कहा कि वह सही है। इसलिए कोई दवाई नहीं भेजी गई। श्रमिकों ने खाना मांगा तो उन्हें चने आदि भेजे गए। जल्दी से जल्दी मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है। मलबा हटाने का कार्य श्रमिक ही कर रहे हैं। सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों से पाइप और वॉकी-टॉकी से बात करने वाले झारखंड निवासी एवं नवयुव इंजीनियरिंग कंपनी के श्रमिक सुदीप मंडल ने कहा कि मैंने सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों से पाइप के जरिये बात की है। फंसे श्रमिकों की आवाज सुनकर एक उम्मीद जगी है। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला के निर्देश पर सुरंग के पास एक अस्थायी अस्पताल बनाया गया, जिसमें छह बेड का अस्पताल स्थापित किया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरसीएस पंवार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से घटनास्थल पर छह बेड का अस्थायी अस्पताल स्थापित किया गया। मौके पर चौबीसों घंटे मेडिकल टीमों सहित 10 एम्बुलेंस को तैनात किया गया है। टनल के अंदर यह पाइपलाइन राहत और बचाव अभियान में काफी मददगार साबित हो रही है। इसी पाइपलाइन के जरिए मजदूरों से कम्युनिकेशन स्थापित करने का काम भी लिया जा रहा है। पहले टनल में फंसे मजदूर तक संदेश भेजने के लिए कागज पर लिखे संदेश की पर्ची पाइप लाइन के जरिए भेजी गई थी और अब ठीक हादसे वाले स्थल के पास से इस पाइपलाइन को खोलकर मजदूर तक संदेशों का आदान-प्रदान किया गया है। एसपी अर्पण यदुवंशी ने कहा कि फंसे मजदूरों का बचाव अभियान जारी है। सभी एजेंसियां और तकनीकी विशेषज्ञ घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। 60 मीटर मलबे में से 20 मीटर से ज्यादा मलबा हटा दिया गया है। हमें उम्मीद है कि कल रात तक अंदर फंसे 40 लोगों को निकाल लिया जाएगा। सुरंग में फंसे लोगों को सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। फंसे हुए लोगों के परिवार के सदस्यों से भी संपर्क किया गया है।
सुरंग में फंसे कई राज्यों के 40 मजदूरों की सूची जारी
देहरादून। सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन के चलते फंसे सर्वाधिक मजदूर झारखंड व उत्तर प्रदेश राज्य के हैं। इनमें उत्तराखंड के पौड़ी व पिथौरागढ़ के 2 व बिहार के 4, पश्चिम बंगाल के 3, असम के 2, झारखंड के 15, उत्तरप्रदेश के 8, हिमाचल का एक व ओडिशा के पांच शामिल हैं। फंसने वाले मजदूरों की सूची के अनुसार 1.गब्बर सिंह नेगी पुत्र उदय सिंह निवासी ग्राम बिशनपुर कुंभीचौड़ कोटद्वार।2. पुष्कर पुत्र नमालूम निवासी पिथौरागढ़ 3.सोनू शाह पुत्र स्वालिया शाह निवासी ग्राम साहनी बिहार। 4.वीरेंद्र किसकू पुत्र मुन्नी लाल निवासी तेतरिया कटोरिया बिहार।5.सुशील कुमार पुत्र राजदेव विश्वकर्मा निवासी ग्राम चंदनपुर बिहार।6.सबाह अहमद पुत्र मिसबाह अहमद ननासी ग्राम पेउर भोजपुर बिहार।7.जयदेव परमानिक पुत्र तापश परमानिक निवासी निमडांगी हुगली पश्चिम बंगाल।8.मानिर तालुकदार पुत्र केतालुकदार निवासी पश्चिम बंगाल।9.सेविक पखेरा पुत्र असिंध पखेरा निवासी हरीनाखली पश्चिम बंगाल।10.संजय पुत्र वीरेन निवासी कोकराझार असम।11.राम प्रसाद पुत्र रूपेन नरजरी कोकराझार असम।12.विश्वजीत कुमार पुत्र हेमलाल महतो ग्राम सिमराधाब झारखंड।13.सुबोध कुमार पुत्र बुधन कुमार ग्राम सिमराधाब झारखंड।14.अनिल बेदिया पुत्र चकरू बेदिया निवासी खिराबेरा रांची झारखंड।15.श्राजेंद्र बेदिया पुत्र श्रवण बेदिया निवासी खिराबेरा रांची झारखंड।16.सुकराम पुत्र वढन बेदिया निवासी खिराबेरा रांची झारखंड।17.टिंकू सरदार पुत्र बोनू सरदार निवासी दुमरिया झारखंड।18.गुनोधर पुत्र रिसपाल निवासी बाराबोतला झारखंड।19.रणजीत पुत्र रिसपाल निवासी बाराबोतला झारखंड। 20.रविंद्र पुत्र धनंजलय नायक निवासी दुमरिया झारखंड।21.समीर पुत्र संतोष निवासी दुमरिया झारखंड।22.महादेव पुत्र घासी राम नायक निवासी सिंहभूम झारखंड। 23.भुत्तफू मुर्मु पुत्र बसेत मुर्मु बांकीसोल झारखंड।24.चमरा उरांव पुत्र भगतु उरांव ग्राम लरता कुर्रा झारखंड।25.विजय होरो पुत्र अर्जुन होरो ग्राम गुमड लरता झारखंड।26.गणपति पुत्र खिदुवा ग्राम मदुगामा कुर्रा झारखंड।27.संजय पुत्र बीरेन निवासी कोकराझार झारखंड।28.विशाल पुत्र नामालूम निवासी मंडी हिमाचल प्रदेश।29.धीरेन पुत्र नामालूम निवासी बडाकुदर ओडिशा।30.विशेषर नायक पुत्र महेश्वर नायक निवासी मयूरभंज ओडिशा।31.भगवन बत्रा पुत्र मंतू बत्रा ग्राम नवरंगपुर ओडिशा।32.तपन मंडल पुत्र मंतू लाल निवासी सनकरसनापुर ओडिशा। 33.राजू नायक पुत्र नामालूम निवासी मयूरभंज ओडिशा। 34.अखिलेश कुमार पुत्र रमेश कुमार निवासी कोलाना मिर्जापुर उत्तरप्रदेश। 35.अंकित पुत्र नामालूम निवासी ग्राम मोतीपुर उत्तरप्रदेश।36.राम मिलन पुत्र सुख सागर निवासी मोतीपुर उत्तरप्रदेश। 37.सत्यदेव पुत्र रामसागर निवासी मोतीपुर उत्तरप्रदेश।38.संतोष पुत्र विशेश्वर निवासी मोतीपुर उत्तरप्रदेश। 39.जय प्रकाश पुत्र गनू निवासी मोतीपुर उत्तरप्रदेश। 40.राम सुंदर पुत्र मनीराम मोतीपुर उत्तरप्रदेश शामिल है।