भुगतान नही किया तो इंजेक्शन लगाकर जान से मार देंगे
रूद्रपुर। एक्सीडेंट में घायल हुए एक व्यक्ति ने किच्छा रोड स्थित निजी अस्पताल प्रबंधन पर ईलाज में मनमानी करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत की है। छोटी मार्केट टा कालोनी, पन्तनगर निवासी मोहन लाल गुप्ता पुत्र स्व0 जगदीश प्रसाद गुप्ता ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिये शिकायती पत्र में कहा कि कि 2जून को वह स्कूटी चलाते समय गिर गया था जिस कारण उसे सीने व बायंे हाथ की सबसे छोटी अंगुली में चोट आयी थी। जिसका ईलाज कराने के लिए वह 4 जून को किच्छा रोड बिगवाड़ा स्थित एक निजी अस्पताल में गया जहाँ उसने अपने नाम से भारतीय स्टेट बैंक द्वारा जारी जनरल इन्श्योरेन्स आरोग्य प्लस पॉलिसी का हवाला दिया जिस पर अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर ने मेरा पॉलिसी कार्ड देखते ही भर्ती कर लिया और उपचार शुरू कर दिया। उपचार के दौरान अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों ने उसे बिना बताये किडनी और लीवर का भी इलाज शुरू कर दिया। 9 जून को अस्पताल के कर्मचारियों ने 93 हजार का बिल थमा दिया। जब उसने कार्ड से भुगतान करने की बात कही तो अस्पताल के कर्मचारियों ने कहा कि कार्ड एप्रूवल के लिए लगा रखा है वहाँ से भुगतान नहीं हो रहा है। इसलिये नगद धनराशि जमा कराओ। असमर्थता जताने पर अस्पताल के कर्मचारियों सारा दिन अस्पताल में ही बैठाये रखा। शाम होने पर डॉक्टर ने अभद्रता करते हुए जल्दी भुगतान करने का दबाव बनाया और कहा कि जब तक भुगतान नहीं होगा तब तक बाहर नहीं जाने देंगे। आरोप है कि धनराशि का भुगतान नहीं होने पर एक इंजेक्शन लगाकर खत्म करने की धमकी भी दी गयी। बमुश्किल वह अस्पताल से बाहर निकला। अब उसे बार बार फोन पर जान से मारने की धमकियां दी जा रही है। पीड़ित ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से उक्त अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अस्पताल का पंजीकरण निरस्त करने की मांग की है। इस सम्बंध में अस्पताल प्रबन्धन से जानकारी लेनी चाही तो उनके द्वारा फोन नही उठाया गया।