एसटीएच को ट्रूनैट किटें मिलने से जांच में आयेगी तेजी
हल्द्वानी (उत्तरांचल दर्पण संवाददाता)। मेडिकल कालेज हल्द्वानी में कोविड 19 के सैम्पलांे के विलम्ब से रिजल्ट आने से रोगियों के उपचार कराये जाने तथा उपचार की प्रक्रिया मे दिक्कतें आ रही है, जिससे मरीजों के साथ तीमारदारों को भी कठिनाई उत्पन्न होना ज्ञात हो रहा था। इस समस्या को गम्भीरता से संज्ञान लेते हुये जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा शासन से वार्ता कर समस्या का तत्काल निराकरण करने के लिए सुशीला तिवारी तथा मेडिकल कालेज को रेपिड एंटिजन बेस्ड टैस्ट परीक्षण व ट्रूनैट परीक्षण के लिए शासन से कई चरणों में वार्ता की गई, जिस पर अन्तोगत्वा आज शासन द्वारा सहमति प्रदान कर दी गई है। इन किटों के आ जाने से रोगियों के सैम्पलों की तेजी से जांच हो सकेगी। इससे रोगियों एवं उनके तीमारदारों को काफी सुविधा होगी। जिलाधिकारी श्री बंसल ने मेडिकल कालेज के मेडिकल कालेज प्रबन्धन को निर्देश दिये है कि वह वह ट्रूनैट किटों के माध्यम से ऐसे रोगियों की टैस्टिंग करें ताकि तेजी से रिजल्ट मिल सकें। उन्होने बताया कि आरटीपीसीआर टैस्टिंग से कोविड 19 परीक्षण के परिणाम में काफी देर हो जाने से रोगियोें तथा उनके तीमारदारों को विशेष कठिनाई का सामना करना पड रहा है तथा उपचार /उपकरण की प्रक्रिया मे काफी देरी हो जाती थी। उन्होने बताया कि पर्याप्त संख्या मे ट्रूनैट किटें एसटीएच को उपलब्ध करा दी गई है। गौरतलब है कि जिलाधिकारी श्री बंसल के प्रयासोें के उपरान्त शासन से मिली सहमति से ऐसे मामले जिनमें कोविड टैस्ट के परिणामों में निर्धारित प्रक्रिया मे विलम्ब होने के कारण रिपोर्ट प्राप्त होने मे कठिनाई उत्पन्न हो रही थी जिसके कारण मृतकों के शव परिजनों को प्राप्त होने मे कई दिनों का विलम्ब हो जा रहा था। इस रैपिड टैस्ट व्यवस्था से परिजनों को शव आसानी से अविलम्ब प्राप्त हो सकेंगे।