गरीबों का राशन, उद्योगपति के गोदाम में
मटिहा गांव में एसडीएम, तहसीलदार ने मारा था छापा
सितारगंज। (उद सम्वाददाता)। मटिहा गांव में बने गोदाम से एसडीएम ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के करीब 897 चावल, गेंहू के बोरे बरामद किए थे। इस दौरान टीम ने एक कैंटर वाहन भी कब्जे में लिया था। जबकि कैंटर चालक टीम को चकमा देकर भाग गया। गुरुवार की शाम एसडीएम मनीष बिष्ट, तहसीलदार सतीश चंद ने नानकमत्ता के ग्राम मटिहा स्थित बंद हो चुके गन्ने के क्रशर के पास बने गोदाम में छापा मारा। प्रशासनिक टीम को देख मौके पर मौजूद कैंटर चालक ने वाहन को दौड़ा दिया। प्रशासनिक टीम ने अपनी गाड़ी कैंटर वाहन के आगे लगा दी। जिसके बाद चालक वाहन को छोड़ मौके से फरार हो गया। एसडीएम ने कैंटर यूके06सीबी 2269 को कब्जे में ले लिया। प्रशासनिक टीम ने गोदाम में भीतर जाकर देखा तो कुछ मजदूर सरकारी राशन के बोरो को दूसरे बोरो में काटकर पलट रहे थे। मौके से टीम ने चावल के 279 बोरे, गेंहू के करीब 628 बोर बरामद किए। इसके साथ ही सरकारी व प्राइवेट बारदाना भी टीम ने बरामद किया है। प्रशासन ने गोदाम से जो सरकारी राशन के बोरे बरामद किए है। वे बोरे सस्ता गल्ला विक्रेताओ को एसएमओ कार्यालय से आवंटित हुए है। सस्ता गल्ले की दुकानों से बरामद राशन उपभोक्तओं को सरकारी दर पर वितरण करना होता है। लेकिन सरकारी राशन की बीच में ही कालाबाजारी कर दी गई। मौके पर मौजूद पूर्ती निरीक्षक केके बिष्ट, लीना धामी बरामद राशन की जांच में जुटे है। जिला पूर्ति अधिकारी श्याम आर्य ने बताया कि मामला उनके सँज्ञान में है, टीम को मोके पर भेजा गया है। पूर्ति निरीक्षक केके बिष्ट ने बताया कि बोरे बरामद किए है। गोदाम मालिक से बोरो के बारे में जानकारी ली जाएगी। इसके बाद ही मामले में आगे की जांच होगी। सरकारी बोरे मिलने पर डीएम से मुकदमा लिखाने की अनुमति।ली जाएगी। इसके बाद रिपार्ट दर्ज होगी। मामले में शुक्रवार को तहसीलदार सतीश चंद ने एसएमओ कार्यालय जाकर वहा मौजूद अभिलेखों की जांच पड़ताल की है। उन्होंने बताया कि कार्यवाही की रिपोर्ट एसडीएम को प्रेषित की जाएगी।