केदारनाथ, बदरीनाथ व माणा में 3400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा..पहाड़ों में सुविधाएं पहुंचाने को हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, स्थानीय उत्पाद जरूर खरीदें

0

देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बाबा केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम के दर्शन कर राष्ट्र कल्याण की कामना की। साथ ही उन्होंने केदारनाथ, बदरीनाथ व माणा में 3400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छठवीं बार बाबा केदार के धाम पर पहुंचें। प्रधानमंत्री ने श्री केदारनाथ धाम में रुद्राभिषेक कर सबकी सुख एवं समृद्धि की कामना की। शुक्रवार को प्रधानमंत्री वायुसेना के विमान से देहरादून पहुंचे। यहां राज्यपाल ले सेनि. गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित अन्य भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया। यहां कुछ देर रुकने के बाद वह केदारनाथ के लिए रवाना हो गये। केदारनाथ में उन्होंने विधिवित पूजा अर्चना एवं रूद्राभिषेक कर राष्ट्र कल्याण की कामना की। इस अवसर पर केदारनाथ धाम में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल, मुख्य सचिव, विधायक शैला रानी रावत, डीएम मयूर दीक्षित, एसपी आयुष अग्रवाल, तीर्थ पुरोहित विनोद शुक्ला, श्रीनाथ पोस्त , लक्ष्मी नारायण, कुबेर नाथ आदि लोग मौजूद हैं। पीएम मोदी ने केदारनाथ में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे का शिलान्यास किया। परियोजना से जुड़े नेशनल हाईवे लॉजिस्टक मैनेजमेंट लिमिटेड के अभियंता ने बताया कि प्रधानमंत्री को वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी के माध्यम से परियोजना के बारे में जानकारी दी गई। यह रोपवे केदारनाथ धाम तक करीब 9.7 किलोमीटर लंबा होगा। यह गौरीकुंड को केदारनाथ से जोड़ेगा। दोनों स्थानों के बीच यात्रा का समय वर्तमान में 6-7 घंटे से कम होकर लगभग 30 मिनट का रह जाएगा। वहीं, केदारनाथ रोपवे का शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी आदिगुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल गए। वहां से लौटकर पीएम ने पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इसके बाद वे बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबा केदार के दर्शन करने के बाद अब भगवान बदरीविशाल के दर्शन के लिए पहुंचें। आर्मी हेलीपेड पर प्रधानमंत्री का एमआई 17 उतरा। बदरीनाथ धाम में प्रधानमंत्री के विशेष विमान के उतरने से पहले ही तीर्थयात्रियों को देवदर्शनी में रोका गया। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में आने वाले आम लोगों को अपने साथ सिर्फ मोबाइल फोन लाने की अनुमति दी गयी। कैरी बैग, हैंड बैग सहित अन्य किसी तरह की सामग्री पूरी तरह प्रतिबंधित की गयी। सबसे पहले पीएम मोदी बदरीविशाल के दर्शनों के लिए गये। यहां भगवान बदरीनाथ के मंदिर में दर्शन करने के बाद उन्होंने रिवरÚंट के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। भगवान बद्रीविशाल के दर्शन और पूजा अर्चना के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने माणा गांव में पहुंचकर माणा क्षेत्र में रोपवे परियोजना का शिलान्यास किया। इस दौरान लघु फिल्म दिखाई गई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जय बदरीविशाल और जय बाबा केदार के जयकारों के साथ अपना संबोधन शुरू किया। कहा कि आज बाबा केदार और बदरीविशाल के दर्शन कर मेरा जीवन धन्य हो गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंतिम गांव माणा के महत्व पर प्रकाश डाला। कहा कि मैं राज्य में नई सरकार बनने के बाद सार्वजनिक कार्य में पहली बार आया हूं। 21वीं सदी में भारत निर्माण के प्रमुख स्तंभ अपनी विरासत पर गर्व व विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। आज उत्तराखंड इन दोनों पर कार्य कर रहा है। यहां मुझे दो रोपवे के शिलान्यास का सौभाग्य मिला है। कहा कि देश के सीमा से सटे इलाकों को सड़कों से जोड़ा जा रहा है। पहाड़ों पर सड़क कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए, सागरमाला, भारतमाला की तर्ज पर पर्वतमाला का काम आगे बढ़ रहा है। माणा पास तक जो सड़क बनेगी उससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। लोग अब बदरीनाथ से सीधा नहीं लौटेंगे, माणा की खूबसूरती का आनंद लेने आएंगे। सेना के जवानों की आवाजाही भी सरल होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम पहाड़ों में सुविधाएं पहुंचाने को प्रतिबद्ध हैं। पहाड़ के लोगों की ऊर्जा व्यर्थ जाए ये हमें मंजूर नहीं है। गांव-गांव तक बिजली पहुंच गई है। दूरस्थ क्षेत्रों में शौचालय बन गए हैं। यहां अंतिम गांव में डिजिटल पेमेंट किए जा रहे हैं।माताओं बहनों के स्टॉल के आगे पेमेंट के लिए क्यूआर कोड लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यात्रा में आप जितना खर्च करते हैं उसके पांच प्रतिशत भाग से स्थानीय उत्पाद जरूर खरीदें। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि उससे इन सीमांत गांवों का विकास होगा और मन में संतोष होगा। जब आप घर पर बताएंगे कि यह उत्पाद एक बूढ़ी मां से खरीदा है तो आपको खुशी और संतोष होगा। आपके घर में वह उत्पाद है तो दूसरा खरीद लीजिए, किसी को भेंट दे दीजिए, लेकिन वहां से स्थानीय उत्पाद जरूर खरीदिए। कहा कि पहाड़ के लोगों की यह पहचान होती है कि वह बहुत मेहनती होते हैं। कहा कि उत्तराखंड की देवभूमि विकास और आस्था का केंद्र बन रही है। केदारनाथ में जहां सीजन में पांच लाख श्रद्धालु आते थे, अब यह संख्या 45 लाख तक पहुंच गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां काम करना कठिन है, लेकिन हम बाबा केदार से, बदरी विशाल से और हेमकुंड साहिब से प्रार्थना करते रहेंगे कि यह रोपवे का कार्य समय पर और सुरक्षित ढंग से पूरा हो जाए। प्रधानमंत्री ने कहा जो इस प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे हैं, उन्हें मजदूर नहीं समझना, बल्कि भाई बहन की तरह संभालना। वह मजदूर नहीं है किजो केवल पैसा मिल रहा है इसलिए कार्य कर रहे हैं। वह सिर्फ सेवाभाव से कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पिछली बार मैंने कहा था यह दशक उत्घ्तराखंड का दशक होगा। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरे इन शब्दों पर बाबा केदार, बदरीविशाल और मां गंगा का आशीर्वाद बना रहेगा।जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वैसे तो माणा को अंतिम गांव कहते हैं लेकिन मैं इसे पहला गांव मानता हूं। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री का सानध्यि मिल रहा है। उनके नेतृत्व में हम सहयात्री हैं, जिनका लक्ष्य भारत को विश्व गुरु बनाना है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.