हरीश रावत पहुंचे भराणीसैंण,धरने पर बैठे
देहरादून। उत्तराखंड में गैरसैण की उपेक्षा के खिलाफ पूर्व सीएम ने मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस नेताओं के साथ दिल्ली में सत्याग्रह आंदोलन से छूटकर पूर्व सीएम हरदा अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गैरसैण पहुंच गये हैं इतना ही नहीं उन्होंने भाजपा सरकार पर गैरसैण की उपेक्षा का आरोप लगाया है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गैरसैंण स्थित भराड़ीसैंण विधानसभा के बंद दरवाजे के सामने धरने पर बैठ गए हैं। दोपहर तकरीबन साढ़े बारह बजे के आसपास हरीश रावत भराणीसैंण पहुंचे। हरीश रावत विधानसभा परिसर की सीढ़ियों पर बैठ गए। उनके साथ पूर्व विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल भी मौजूद थे। हरीश रावत उत्तराखंड विधानसभा का ग्रीष्मकालीन सत्र गैरसैंण की जगह देहरादून में कराए जाने का विरोध कर रहें हैं। हरीश रावत का आरोप है कि बीजेपी सरकार ने गैरसैंण को भुला दिया है। जब गैरसैंण को ग्रीष्म कालीन राजधानी घोषित किया गया है तो ऐसे में राज्य विधानसभा का ग्रीष्म कालीन सत्र देहरादून में करने का कोई औचित्य नहीं बनता है। वहीं हरीश रावत ने मंगलवार को पेश हुए बजट में भी गैरसैंण की उपेक्षा का आरोप लगाया है। हरीश रावत ने कहा है कि मौजूदा सरकार गैरसैंण के विकास को लेकर गंभीर नहीं है।