किसानों ने किया भारत बंद का ऐलान,सियासी बयानबाजी शुरू

0

पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है किसानों की गर्जनाः सिद्धू
नई दिल्ली(दर्पण ब्यूरो)। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन 11वें दिन में प्रवेश कर गया है। किसानों के संगठनों ने मांगों को लेकर आठ दिसंबर को भारत बंद का ऐलान भी कर दिया है वहीं सरकार और विपक्षी दलों के नेताओं के बीच सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। दिल्ली-हरियाणा पर स्थित सिंधु बाॅर्डर पर हजारों किसानों की भीड़ पिछले 10 दिनों से 24 घंटे से दिन रात डटी है। किसानों का प्रदर्शन गाजीपुर बाॅर्डर, टिकरी बाॅर्डर पर भी जारी है। इसके अलावा बुराडी ग्राउंड पर भी कुछ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों और सरकार के बीच 5 दौर की बात हो चुकी है, लेकिन गतिरोध जारी है। अब किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है। इसी के साथ सबकी निगाहें अब 9 दिसंबर को सरकार के साथ होने वाली किसानों पर बातचीत पर टिकी है। केंद्र सरकार के समक्ष चैतरफा विरोध के बाद कानून वापिस लेने की चुनौती खड़ी हो गई है,केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चैधरी ने आरोप लगाया है कि विपक्ष किसानों को भड़का रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को समझना चाहिए कैसे इस मुद्दे का राजनीतिकरण किया जा रहा है, और उन्हें राजनीतिक फायदे के लिए काम कर रहे लोगों का शिकार नहीं होना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने स्पष्ट किया है कि एमएसपी की व्यवस्था जारी रहेगी। हम इसे लिखकर भी दे सकते हैं। मुझे लगता है कि कांग्रेस की राज्य सरकारें और विपक्ष किसानों को भड़का रही हैं। उन्होंने कहा कि देश का किसान इन कानूनों के पक्ष में है, लेकिन कुछ लोग उन्हें भड़का रहे हैं। मुझे भरोसा है कि देश के किसान कुछ भी ऐसा नहीं करेंगे जिससे कि देश की शांति खतरे में पड़े। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि इन कानूनों ने किसानों को आजादी दी है। बाॅक्सर विजेंदर सिंह ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन किया है। किसानों के समर्थन में विजेंदर सिंह सिंधु बााॅर्डर पहुंचे हैं। यहां पर उन्होंने कहा कि यदि किसान की मांग सरकार नहीं मांगती है और खेती से जुड़े काले कानूनों को वापस नहीं लेती है तो वे अपना राजीव गांधी खेल रत्न अवाॅर्ड वापस कर देंगे। बता दें कि राजीव गांधी खेल रत्न अवाॅर्ड देश का सर्वाेच्च खेल पुरस्कार है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी केंद्र सरकार को चेतावनी भरे अंदाज में कहा है कि अगर सरकार ने किसानों की मांगों पर विचार नहीं किया तो ये आंदोलन सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं रहेगा। पवार ने कहा कि सरकार को किसानों की मांगों पर परिपक्वता दिखानी चाहिए। कांग्रेस और तेलंगाना राष्ट्र समिति ने किसानों की मांगों के समर्थन में 8 दिसंबर को बुलाए गए भारत बंद का समर्थन किया है। कांग्रेस ने कहा है कि किसानों के हित में पार्टी इस बंद का पूरा समर्थन करेगी। पवार ने कहा कि अगर किसानों की मांग पर विचार नहीं हुआ तो लोग उन्हें समर्थन करेंगे। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि किसानों की गर्जना पूरी दुनिया ने सुनी है। सिद्धू ने ट्वीट कर कहा है कि आज भारत का सही बहुसंख्यक अपनी ताकत दिखा रहा है। किसान आंदोलन अनेकता में एकता की रचना कर रही है। ये असहमति की चिंगारी है जो एक आंदोलन में पूरे देश को एक कर देती है, जिसमें सभी जाति, रंग और नस्ल के लोग एक साथ हो जाते हैं। किसानों की ये हुंकार पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है। सिंधु बाॅर्डर पर किसान संगठनों की मीटिंग शुरू हो गई है। इस मीटिंग में आगे की रणनीति पर चर्चा हो रही है। दिल्ली पुलिस ने राजधानी में ट्रैफिक मैनेजमेंट की जानकारी देते हुए कहा है कि कालिंदी कुंज, सूरज कुंड, बदरपुर और आयानगर बाॅर्डर दोनों ओर खुला हुआ है। हरियाणा जाने के लिए धंसा, दरौला, कापसेहड़ा, रजोकरी एनएच-8, बिजवासन, पलाम विहार और दुंढेरा बाॅर्डर का इस्तेमाल किया जा सकता है। सिंधु बाॅर्डर, औचंदी, लामपुर, पियाओ मनियारी, मंगेश बाॅर्डर बंद है। एनएच-44 दोनों ओर से बंद कर दिया गया है। पुलिस ने कहा है कि लोग अभी सफीबाद, सबोली, एनएच-8, भोपरा, अप्सरा बाॅर्डर, और पेरिफेरल एक्सप्रेस वे का इस्तेमाल करें। नोएडा लिंक रोड पर चिल्ला बाॅर्डर को बंद कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक दिल्ली आने के लिए नोएडा लिंक रोड का इस्तेमाल न करें बजाय इसके डीएनडी का इस्तेमाल करें। सिंघु बाॅर्डर पर धरने पर बैठे किसानों की संख्या हर रोज बढ़ रही है तो यहां फोर्स की तैनाती में भी इजाफा हो रहा है। दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर स्क्वाड, स्पेशल सेल के सीनियर अफसर भी अब डड्ढूटी में तैनात किए गए हैं। ये अधिकारी बाॅर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। बाॅर्डर पर आईटीबीपी, आरएएफ, सीआरपीएफ के जवान तैनात किए गए है। यहां पर नए सिरे से सीमेंटेड बैरिकेडिंग की जा रही है। सिंघु बाॅर्डर पर एक तरफ सीआरपीएफ के जवानों को Úंटलाइन पर तैनात किया गया है तो दूसरी ओर किसानों की तरफ से Úंट लाइन पर निहंग सरदार तैनात हैं। हांथों में तलवार कृपाण लिए, घोड़े के साथ मौजूद निहंग सरदार वत्तफ वत्तफ पर तलवारबाजी दिखा रहे हैं। हरियाणा का स्वास्थ्य विभाग हरियाणा में जहां किसान धरना दे रहे हैं वहां पर मेडिकल हेल्थ कैंप लगा रहा है। इन स्थानों पर डाॅक्टर दवाइयां एम्बुलेंस सब मौजूद रहेंगी। ताकि आपात स्थिति में किसानों को चिकित्सा सेवा दी जा सके।

Leave A Reply

Your email address will not be published.