किसानों का दिल्ली कूच,फूटा आक्रोश: बैरिकेडिंग उखाड़ कर नदी में फेंकी,पुलिस फोर्स तैनात
नई दिल्ली/पंजाब/हरियाणा। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू किये गये तीन कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग को लेकर किसानों का आक्रोश फूट गया हैं कई राज्यों में प्रदर्शन शुरू कर दिया जबकि कई कई राज्यों के किसानों ने दिल्ली कूच कर दिया है। पटियाला-अंबाला हाइवे पर किसानों को रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया जा रहा है, साथ ही किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। यहां किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है और अब किसानों ने बैरिकेडिंग को ही नदी में फेंक दिया है। नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट और आसपास करीब 2500 पुलिसकर्मि तैनात हैं जिनमे पैरमिलिट्री फोर्स भी शामिल है. इतना ही नही सभी बॉर्डर को भी सील किया गया है। बिगड़ती हुई स्थिति के बीच आरएएफ को बुलाया गया और अब एक्शन लिया जा रहा है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर पुलिस मुस्तैद है। दिल्ली से जम्मू जाने वाले हाइवे को करनाल के पास बंद किया गया है, जिसके कारण लोगों को परेशानी हो रही है। किसानों के प्रदर्शन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया है। केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं। ये बिल वापिस लेने की बजाय किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है, उन पर वॉटर कैनन चलाई जा रही हैं। किसानों पर ये जुर्म बिलकुल गलत है, शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है। बंगाल में लेफ्ट यूनियनों ने किसानों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया है, साथ ही नए लेबर लॉ का विरोध किया। कोलकाता, नॉर्थ 24 परगना में लेफ्ट ट्रेड यूनियन के कार्यकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक को ब्लॉक कर दिया और नारेबाजी की। ये प्रदर्शन केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए लेबर लॉ के खिलाफ है, साथ ही किसानों के पक्ष में भी है।अंबाला पटियाला बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने कुछ ट्रकों को खड़ा किया है, ताकि किसान आगे ना आ सके। लेकिन अब किसानों ने उसी ट्रक को तोड़ना शुरू कर दिया और धक्का देकर आगे किया जा रहा है। जिसके बाद पुलिस ने फिर आंसू गैस के गोले छोड़े हैं और पानी की बौछार की जा रही है। किसानों की ओर से पुलिस पर पथराव किया गया है। अंबाला पटियाला बॉर्डर पर किसानों और पुलिस में टकराव जारी है। किसानों ने जबरन हरियाणा सीमा में प्रवेश कर लिया है, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। किसान अब अपने ट्रैक्टर पर चढ़कर जबरन आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं और लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। किसानों के प्रदर्शन पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर लिखा कि किसानों से समर्थन मूल्य छीनने वाले कानून के विरोध में किसान की आवाज सुनने की बजाय भाजपा सरकार उन पर भारी ठंड में पानी की बौछार मारती है। किसानों से सबकुछ छीना जा रहा है और पूंजीपतियों को थाल में सजा कर बैंक, कर्जमाफी, एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन बांटे जा रहे हैं।