किच्छा में रपटा पुल की जगह बड़ा पुल बनाने की मिली स्वीकृति

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किच्छा। मुख्यमंत्री द्वारा किच्छा के विकास के लिए की गई घोषणाओं में से महत्वपूर्ण घोषणा किच्छा नदी पर रपटा पुल के स्थान पर बड़ा पुल बनाने की स्वीकृति शासन से मिल गई है तथा इसके प्रथम चरण में डी0पी0आर0 बनाने हेतु 75 लाख की ध्नराशि शासन द्वारा जारी करते हुए शासनादेश द्वारा उक्त पुल के निर्माण की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। जानकारी देते हुए विध्यक राजेश शुक्ला ने बताया कि इस घोषणा पर स्वीकृति के साथ ही मुख्यमंत्री की 2019 में किच्छा में की गई 13 घोषणाओं में से 10 घोषणाओं पर ध्न स्वीकृत हो चुका हैतथा घोषणा संख्या 115/2019 के द्वारा किच्छा में रपटा पुल के स्थान पर पुल बनाने की घोषणा की थी जो अब स्वीकृत हो गई। विध्यक राजेश शुक्ला ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान उन्होंने किच्छा नदी पर पुल बनाने हेतु तत्कालीन मुख्यमंत्री से आग्रह किया था परंतु पुल के स्थान पर रपटा पुल स्वीकृत हुआ जो सिडकुल को कार्यदायी संस्था के रूप में बनाने हेतु तय किया गया, वह पुल कांग्रेस शासन के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया तथा अध्ूरा छोड़ दिया गया। 2017 में भाजपा सरकार के आने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से इस पुल की शिकायत की गई तो उन्होंने जांच बिठाई, जांच में भ्रष्टाचार की पुष्टि हुई, पुल का बाकी भुगतान रोक दिया गया कार्यदायी संस्था को ब्लैक लिस्ट किया गया तथा मुकदमा पंजीकृत हुआ, साथ ही साथ लोक निर्माण विभाग ने जांच में बताया कि इस स्थान पर रपटा पुल सफल नहीं होगा। यहां बड़ा पुल बनाया जाए। विध्यक शुक्ला ने बताया कि उन्होंने 2019 दिसंबर में मुख्यमंत्री के अभिनंदन समारोह में इस मुद्दे को उठाया तो मुख्यमंत्री ने पुल बनाने की घोषणा की थी। शुक्ला ने कहा की घोषणा पर प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति मिलना व प्रथम चरण की ध्नराशि स्वीकृत होना सुखद है। इससे नदी पार के दर्जनों ग्राम के निवासियों का किच्छा पहुंचना आसान होगा। उन्हें पुलभट्टðा होकर 10 किलोमीटर का अनावश्यक चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा तथा किच्छा के ध्ैराडाम, नजीमाबाद, बखपुर, ध्ंध्, चाचर हसनपुर, भगवानपुर, रुद्रपुर सानी, माता फार्म, राजस्थान फार्म, शहदौरा फार्म, बरी, बरा, अजीतपुर, सेमलपुरा, बरी फार्म, अलीनगर सहित दर्जनों गांव के हजारों निवासियों को लाभ मिलेगा।

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