गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी के बिल की प्रतियां जलाईं
गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी के बिल की प्रतियां जलाईं
उत्तरांचल दर्पण संवाददाता
रूद्रपुर। गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाए जाने का शासनादेश जारी होने के विरोध में आज उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन कारी परिषद ने बिरोध प्रदर्शन किया और इस शासनादेश को ‘काला बिल’ करार देते हुए बिल की प्रतियां जलाई। परिषद ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने की पुरजोर मांग की। बता दें बीते दिवस गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाये जाने के बिल पर राज्यपाल ने मोहर लगा दी। इसके विरोध में चिन्हित राज्य आंदोलन कारी समिति के केंद्रीय अभियान समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह बिष्ट के नेतृत्व में आज विरोध प्रदर्शन करते हुए शासनादेश की प्रतियां जलाई गयी। इस दौरान अवतार सिंह बिष्ट ने कहा कि जिस तरह से राज्यपाल ने उत्तराखंड के शहीदों और जन आकांक्षाओं के विरुद्ध राज्य की त्रिवेंद्र सरकार द्वारा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाए जाने के बिल पर स्वीकृति की मुहर लगाई है वह राज्य के जहां शहीदों की भावना का अपमान है वहीं राज्य की जनता की जन आकांक्षाओं की भी हत्या है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण अनेकों शहादतो और आंदोलनों के बाद हुआ है। शहीदों और राज्य निर्माण आंदोलन कारियों की सदैव गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाए जाने का ना केवल संकल्प रहा है बल्कि भावना भी रही है। उन्होंने कहा कि जब तक गैरसैंण को उत्तराखंड की राजधानी नहीं बना दिया जाता तब तक तक ये लड़ाई जारी रहेगी। विरोध करने वालों में मोनू ,केके भारती, हरीश खेड़ा ,अमन खेड़ा संजय आदि शामिल थे।