बाजार में भीड़ भविष्य के लिये खतरे की घंटी
खुलकर उड़ रही सोशल डिस्टेन्स की धज्जियां, नही पहन रहे लोग मास्क
बाजार में भीड़ भविष्य के लिये खतरे की घंटी
काशीपुर। देश में जिस तेजी के साथ कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद में इजाफा हो रहा है इस लिहाज से देखा जाए तो आने वाले दिनों में तस्वीर बेहद भयावह हो सकती है। लेकिन इसके बावजूद आम तबका महामारी के खतरे को लेकर जागरूक नहीं हो पा रहा। ग्रीन जोन की श्रेणी में आने के बाद बीते 4 मई से आॅड इवन के फार्मूले पर आम जनता की सुविधाओं को देखते हुए मार्केट खोले जाने के फरमान तो जारी किए गए लेकिन बाजारों में बेतहाशा बढ़ती भीड़ तथा सोशल डिस्टेंस को दरकिनार किए जाने का जो नजारा देखने को मिल रहा है वह भविष्य के लिए बड़े खतरे की घंटी साबित हो सकता है। बाजारों में खरीदारी के लिए निकले लोग मुंह पर मास्क लगाने से भी गुरेज करते देखे जा रहे हैं। इसके अलावा प्रशासन के तमाम ताकीद किए जाने के बावजूद बैंकों के बाहर खड़े लोग सोशल डिस्टेंस को नजरअंदाज कर रहे हैं। इसी तरह है आज पोस्ट आॅफिस में भी अनियंत्रित भीड़ एक दूसरे से धक्का-मुक्की करती नजर आई। यहां मुख्य द्वार पर आने वाले लोगों के लिए ना तो किसी प्रकार के सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई थी और ना ही कोई सुरक्षाकर्मी पोस्ट आॅफिस के आसपास नजर आया। अंदर हाॅल में लाइन में खड़े अधिकांश लोगों के चेहरे पर मास्क तक नहीं थी लेकिन किसी भी डाक कर्मी ने आगंतुकों से इस बावत पूछने तक की जहमत नहीं उठाई। केंद्र सरकार के उपक्रम का यहां जब यह हाल है तो अन्य सरकारी अर्द्ध सरकारी कार्यालयों का क्या हाल होगा अंदाजा स्वता लगाया जा सकता है।
तंबाकू निर्मित उत्पादों की हो रही कालाबाजारी
काशीपुर। तंबाकू निर्मित उत्पादों पर सरकार द्वारा सख्त पाबंदी लगाए जाने के बावजूद यहां लाॅक डाउन में गली मोहल्लों में खुली दुकानों पर गुटखा बीड़ी सिगरेट सुरती की पुड़िया आदि की जमकर कालाबाजारी की जा रही है। जानकार बताते हैं कि थोक कारोबारियों द्वारा तंबाकू निर्मित उत्पादों का जखीरा जमा किया गया है।अखबारों में तमाम बार खबर प्रकाशित किए जाने के बावजूद अब तक कारोबारियों के स्टाॅक नहीं चेक किए गए। इसी तरह क्षेत्र के तमाम मेडिकल स्टोरों पर प्रतिबंधित दवाइयां धड़ल्ले से बेचे जाने की खबर प्रकाश में है। टांडा उज्जैन में नशीली दवाइयों को बेचे जाने का गोरखधंधा कुछ ज्यादा ही फल-फूल रहा है।