तो क्या जंग लगी मशीनों से बनाया जायेगा गदरपुर का बाईपास—

न्यायालय के आदेश के अनुपालन में मार्ग का निर्माण कार्य पडा है ठप्प

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गदरपुर। (उद संवाददाता)। गदरपुर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले बाईपास मार्ग का निर्माण कार्य आरम्भ न होने से मुख्य बाजार में दिनों-दिन यातायात की स्थिति गंभीर होती जा रही है। आये दिन जाम की समस्या ने कारोबार को तो प्रभावित किया ही है, गदरपुर कस्बे का विकास भी बाधित होकर रह गया है। बीती 29 अप्रैल 2019 को व्यापार मंडल के महामंत्री मनीश फुटेला द्वारा रूके पडे बाईपास मार्ग के निर्माण कार्य को लेकर उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी जिसके अनुपालन में न्यायालय द्वारा 15 मई 2019 को पारित आदेश में एनएचएआई को दिसम्बर 2019 या जनवरी 2020 तक निर्माण कार्य को पूर्ण कराने को कहा गया था लेकिन मौजूदा समय में बाईपास मार्ग पर एक दिन भी कार्य नहीं हो सका। बाईपास मार्ग के निर्माण के लिए एनएचएआई की कार्यदायी संस्था गल्फार के बिचपुरी के पास बने स्टोर में खडी तमाम मशीनरी में जंग लग चुकी है। यहां बाईपास मार्ग में बनने वाले अंडर पास में लगने वाले सीमेंट के पैनलों का निर्माण किया जाता है, जो फिलहाल बंद पडा हुआ है। मेंटीनेंस के अभाव में बाईपास मार्ग के निर्माण में प्रयुक्त की जाने वाली सामग्री कबाड में तब्दील होती जा रही है। नाम न छापे जाने की शर्त पर स्टोर में तैनात कर्मचारी ने बताया पिछले तीन वर्शों से कार्य बंद है। सारी मशीनरी एवं सामान धीरे-धीरे गल रहा है, जिसको पुनः व्यवस्थित करने में लाखों रूप्ये का खर्च आयेगा। ऐसे में एनएचएआई और उसकी कार्यदायी संस्था गल्फार जंग लगी हुई मशीनों केे दम पर उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में सीमित अवधि में बाईपास मार्ग का निर्माण कैसे पूरा कर सकेगा, यह यक्ष प्रश्न बनकर रह गया है। बता दें कि गदरपुर में बाईपास मार्ग का निर्माण किये जाने की मांग दशकों पुरानी हो चुकी है। बाईपास न बन पाने की स्थिति में सिडकुल सहित अन्य क्षेत्रें से आने जाने वाले भारी वाहनों की आवाजाही से नगर के मुख्य बाजार में आये दिन यातायात की व्यवस्था चरमरा रही है, जिसका असर कारोबार पर भी पढ रहा है और दुर्घटनाओं का ग्राफ भी बढता जा रहा है।

एनएचएआई से भूमि सम्बंधी आदेश प्राप्त होगें उसके बाद तुरंत बाईपास मार्ग का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा।
-कर्नल आरपी सिंह, जनरल मैनेजर, गल्फार
बाईपास मार्ग निर्माण में आडे आ रहीं दो सबसे बडी अडचनों धन की कमी और भूमि सम्बंधी विवाद का निवारण हो चुका है और हमारा प्रयास रहेगा कि जल्द से जल्द कार्यवाही पूर्ण हो और गल्फार अतिशीघ्र बाईपास मार्ग के निर्माण कार्य को पूरा करे ताकि जनता को राहत मिल सके।
-बीपी पाठक, परियोजना निदेशक, एनएचएआई

आदेश की अवमानना होने पर ली जायेगी न्यायालय की शरणः मनीष
गदरपुर। रूके हुए बाईपास मार्ग के निर्माण के लिए याचिका दायर करने वाले व्यापार मंडल महामंत्री मनीष फुटेला ने आदेश के अनुरूप निहित तिथि तक कार्य पूर्ण न करने पर आदेश की अवमाननता पर न्यायालय की शरण लेने की चेतावनी दी है। मनीष फुटेला का कहना है बाईपास मार्ग के निर्माण को लेकर न तो शासन और न ही प्रशासन गंभीर है। आरटीआई से मांगी गई सूचना में एनएचएआई ने पहले मिट्टी की कमी तो उसके बाद भूमि अधिग्रहण से सम्बंधित अवरोध बताकर बाईपास निर्माण के कार्य में देरी होने की बात कही थी लेकिन उसका निस्तारण करने में कभी भी दिलचस्पी नहीं दिखाई है, जिससे क्षेत्रीय जनता, व्यापारियों एवं किसानों को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड रहा है।

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