बेखौफ धधक रही कच्ची शराब की भट्टियां
मनोज श्रीवास्तव
काशीपुर। कुटीर उद्योग के रूप में पनपते जा रहे अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश लगाने में आबकारी महकमा पूरी तरह नाकाम है। यही कारण है कि जहां एक और सरकार के राजस्व को प्रतिमाह करोड़ों का चूना लग रहा है वहीं अवैध शराब का सेवन कर मौत के मुंह में जाने का सिलसिला भी जारी है। अवैध शराब की लत ने कई परिवारों को भूखमरी के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया। ज्ञातव्य है कि आबकारी विभाग की लापरवाह नीतियों के कारण पिछले लगभग दो दशक के करीब से अवैध शराब का गैरकानूनी कारोबार यहां क्षेत्र में खूब फल फूल रहा है। रम्पुरा खाईखेड़ा गढ़ीनेगी कनकपुर छोटी बरखेड़ी बड़ी बरखेड़ी खड़कपुर देवीपुरा समेत कुंडा व आईटीआई थाना क्षेत्र के दर्जनों गांवों मैं नित्य प्रति लाखों लीटर अवैध शराब बनाई तथा बेची जा रही है। व्यापक पैमाने पर किए जा रहे गैरकानूनी कारोबार की जानकारी आबकारी विभाग को है। अवैध शराब के कारोबारियों पर हाथ डालने से आबकारी पुलिस कतरा रही है। और तो और आबकारी की नाक के नीचे टांडा उज्जैन चैकी क्षेत्र में डेढ़ दर्जन से अधिक अड्डे आबाद है लेकिन आबकारी कभी इस ओर ताकती तक नहीं। मजे की बात है कि आबकारी के छापे में कभी कोई कारोबारी पकड़ा नहीं जाता। कार्यवाही के नाम पर थोड़ी बहुत शराब जब्त करते हुए लहन नष्ट कर अपनी पीठ आप थपथपा ली जाती है। सूत्रों की मानें तो कार्यवाही से पूर्व ही आबकारी कर्मी कारोबारियों को इसकी इत्तला कर देते हैं ताकि सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे। गौरतलब है कि पूर्व में अवैध शराब पीकर रुड़की में हुई दर्जनों मौतों के अलावा काशीपुर में भी अब तक तमाम जिंदगियां अवैध शराब का सेवन कर मौत के मुंह में चली गई लेकिन गोरखधंधा आज तक बंद नहीं हो सका। इसी तरह मुस्तैदी के नाम पर माल बटोरने के फेर में कई परिवारों को भुखमरी के कगार पर ला दिया। प्रदेश की भाजपासरकार आबकारी के भ्रष्ट अधिकारियों को चिन्हित कर यदि उन पर नकेल नहीं करती तो भविष्य के परिणाम गंभीर हो सकते हैं।
अंग्रेजी शराब की दुकान पर सेल्समैन करते हैं मनमानी
काशीपुर। अंग्रेजी शराब की दुकानों पर बैठे सेल्समैन महकमे के अधिकारियों से सांठगांठ कर बड़े गड़बड़ घोटाले में लिप्त बताए जा रहे हैं। मनमानी रेट पर शराब बेचने से लेकर एक्सपायर्ड बियर आदि की खपत करना इनकी आदत में शुमार है। टांडा उज्जैन चीमा चैराहा तथा गंगी बाबा रोड पर खुली अंग्रेजी शराब की दुकानों के बारे में सूत्रों का कहना है कि यह समय की पाबंद नहीं है। अधिकांश दुकानों पर रेट लिस्ट चस्पा न होने के कारण आए दिन झगड़ा फसाद की नौबत भी बनी रहती है। वहीं हरियाणा पंजाब से लाई जाने वाली तस्करी की शराब भी नगर के तमाम स्थानों पर बेचे जाने की खबर है।
सार्वजनिक स्थल पर पिलाई जाती है शराब
काशीपुर। सार्वजनिक स्थानों पर यदि जाम से जाम टकराने की बात की जाए तो काशीपुर को सर्वाधिक मुफीद माना जाने लगा है। यहां रोडवेज बस स्टैंड आवास विकास मोड़ गांधी आश्रम रोड हल्द्वानी बस स्टैंड के सामने रेलवे स्टेशन के सामने चीमा चैराहे पर एमपी चैक के आसपास खुली दुकानों पर पीएम हाउस की ओर जाने वाले मार्ग पर अंडे के ठेले पर महेश पुरा पुलिया के समीप मछली के ठेले पर लक्ष्मीपुर पट्टðी मजरा स्टेडियम मोड ढेला पुल से महेशपुरा पुलिया के बीच तथा जसपुर खुर्द स्थित संडे मार्केट के आसपास सड़क किनारे आधा दर्जन स्थानों पर खुलेआम शराब पिलाए जाने का क्रम जारी है।