आचार संहिता हटते ही उखाड़ दूंगा बोर्डः पप्पू
किच्छा(उद संवाददाता)। स्वजल विभाग द्वारा खानापूर्ति कर गलत तरीके से गांव को खुले में शौच मुक्त किये जाने की खबर छपने के बाद बखपुर गांव के निवर्तमान प्रधान परविंदर सिंह (पप्पू )ने कहा कि आचार संहिता हटने के बाद वह स्वजल विभाग द्वारा गांव में लगाया गए उस बोर्ड को उखाड़ कर फेंक देंगे जिसमें विभाग द्वारा गांव को खुले में शौच मुक्त घोषित कराया गया है। कल उत्तरांचल दर्पण ने गांवों को खुले में शौच किये जाने के नाम पर विभाग द्वारा किये गये भ्रष्टाचार को प्रमुखता से छापा था। खबर के बाद बखपुर गांव के निवर्तमान प्रधान परविंदर सिंह ने कहा कि विभाग द्वारा यह बोर्ड चुपचाप लगाया गया था जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों से इस बाबत सवाल भी किए कि उन्होंने बखपुर गांव को पूरी तरह खुले में शौच मुक्त कैसे घोषित कर दिया। यहां तक कि अभी यह कहना उचित नहीं होगा कि हमारा गांव पूरी तरह से शौच मुक्त हो चुका है। बावजूद इसके विभाग द्वारा फर्जी आंकड़े दिखाकर गांव को खुले में शौच मुक्त घोषित दिखाया गया। उन्होंने कहा कि इसी बीच राज्य के समस्त ग्रामीण क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। वह कानून का सम्मान करते हैं। लिहाजा आचार संहिता को देखते हुए वह अभी कुछ नहीं करेंगे। किंतु आचार संहिता हटने के बाद गांव वालों को साथ में लेकर इस बोर्ड को उखाड़ दिया जाएगा। बता दें कि केंद्र सरकार की योजना के तहत शौचालय बनाने के नाम पर उधम सिंह नगर जनपद में सरकारी धन की बंदरबांट हुई। जिले के समस्त गांव के साथ साथ बखपुर गांव को भी पूरी तरह शौच मुक्त घोषित किया गया है,जो गलत है। इधर गांव के निवर्तमान प्रधान परविंदर सिंह ने जारी बयान में कहा कि आचार संहिता हटने के बाद वह गांव में लगे इस सरकारी बोर्ड को उखाड़ कर फेंकेंगे।