जमीनी विवाद में की पुलिस कर्मी की हत्या

पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, एएसपी ने किया खुलासा

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गदरपुर(उद संवाददाता)। उत्तर प्रदेश में कांस्टेबल पद पर तैनात पुलिसकर्मी की जमीनी विवाद में हत्या की गयी थी। जिसका खुलासा आज एएसपी जगदीश चन्द ने कर दिया। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि कुछ नामजद व दो अन्य फरार हैं पुलिस जिनकी तलाश कर रही है। ग्राम चंदेला बिलासपुर निवासी मयंक कटारिया यूपी पुलिस में कांस्टेबल पद पर तैनात था। जिसकी खालसा ढाबा गदरपुर में गत दिनों गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। पुलिस इस मामले की छान बीन में जुट गयी थी और मुखबिर की सूचना पर चंदेला बिलासपुर निवासी मनोज दुबे पुत्र रामकिशन दुबे और मुकरन्दपुर गदरपुर निवासी बलजीत सिंह उर्फ जोत पुत्र गुरबक्श सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि वर्ष 2005 में जनार्दन दुबे ने अपने पट्टे की डेढ़ एकड़ जमीन ढाई लाख में मयंक के पिता दयानन्द को बेंची थी जो पट्टे की होने के कारण बेंची नहीं जा सकती थी। जिस पर मनोज दुबे की मां ने रामपुर न्यायालय में केस कर अपनी जमीन 2 माह पूर्व वापस ले ली। जमीन पर पुलिस कर्मी मयंक के परिजनों ने प्लाटिंग कर उसे बेच दिया। जिस पर जमीन खाली कराने को लेकर मनोज दुबे पर दबाव बनाये जाने लगा। 12 अगस्त को मनोज दुबे ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर मयंक की हत्या का षड़यंत्र रचा और समझौते को बुलाया। लेकिन सभी लोगों के वहां न पहुंचने के कारण समझौता नहीं हो पाया। 13 अगस्त को मनोज ने अपने साथी गौरव उर्फ निक्का उर्फ मोहित, बलजीत सिंह उर्फ जोत, उदय वीर सिंह उर्फ सन्नी के साथ शराब पी और मयंक की गोली मार कर हत्या करवा दी और मौके से फरार हो गये। पुलिस ने रजपुरा नम्बर 1 गदरपुर निवासी उदयवीर उर्फ सन्नी पुत्र अमीर सिंह, मुकरंदपुर निवासी बलजीत सिंह उर्फ जोत पुत्र गुरबक्श सिंह, आवास विकास गदरपुर निवासी गौरव उर्फ निक्का उर्फ मोहित पुत्र राजकुमार समेत एक अज्ञात नकाबपोश और एक अन्य अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने मनोज और बलजीत को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष जसविन्दर सिंह, एसआई मदन सिंह बिष्ट, विनय मित्तल, गणेश भट्ट, ललित बिष्ट, एसओजी प्रभारी तुषार बोरा, एसआई योगेश कुमार, एसटीएफ निरक्षक एमपी सिंह धानक, एसआई विनोद चंद जोशी समेत अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे।

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