दो पहिया वाहन चालक उड़ा रहे यातायात नियमों की धज्जियां
राज सक्सेना
किच्छा। एक ओर केन्द्र व राज्य सरकार यातायात दुर्घटनाओ पर अंकुश लगाने के लिए कठोर से कठोर नियम बनाकर सड़क दुर्घटना में असमय होती मौतो पर विराम लगाने का प्रयास कर रही है वहीं सड़क दुर्घटनाओ पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी जिन विभागो को दी गयी है वह उस पर खरा नही उतर पा रहे है। यही कारण है कि नगर मे छात्र व आम नागरिक बाईको पर तीन से अधिक सवार होकर बिना हैलमेट के फराटा भरते नगर तथा हाईवे के अलावा लिंक मार्गो पर भी देखे जा सकते है। इन पर सीपीयू, ट्रैफिक पुलिस व सिविल पुलिस के कर्मचारी विभिन्न चैराहो पर तैनात होने के बादवजूद कार्रवाही न होने से विभागीय कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगना लाजमी है। नगर के विभिन्न चैराहो पर सीपीयू कर्मी पैट्रोलिंग करते नजर आते है वही यातायात पुलिस कर्मी व सिविल पुलिस नगर के अनेक स्थानो पर वाहन चैकिंग करती नजर आती है इसके बावजूद विभिन्न स्कूलो के नाबालिग तीन-तीन छात्र एक बाईक पर सवार होकर हाईवे व अन्य मार्गो पर फर्राटा भरते देखे जा सकते हैं। हद तो तब हो जाती है जब नाबालिग बाईक चला रहा होता है और उसके पीछे उसी के परिवार के बुर्जग व बालिग फर्राटा भरते हुए नजर आते है और इन पर अंकुश लगाने वाले मूकदर्शक रहते हैं। यदि इन पर कड़ाई से कार्रवाही हो तो ऐसे फर्राटा वाहन दिखाई नहीं देंगे तथा यातायात दुर्घटनाओ पर काफी हद तक अंकुश लग सकेगा। छात्रो द्वारा एक बाईक पर तीन या उससे अधिक छात्रो के बैठे होने तथा फर्राटा भरने पर स्कूल प्रबन्धन के अलावा अभिभावको की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह नाबालिग छात्र- छात्राओ को बाईक स्कूटी न चलानें दें। स्कूल प्रबन्धन को चाहिए कि ऐसे छात्र- छात्राओ पर अंकुश लगाये जो नाबालिग होने के बावजूद बाईक व स्कूटी से स्कूल पहुॅच रहे है। या तो ऐसे छात्र-छात्राये स्कूल परिसर मे ही वाहन खड़े कर रहे है या स्कूल के निकट किसी भी खाली प्लाट में पार्किग कर स्कूल मे उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। अगर अभिभावक व स्कूल प्रबन्धन अपनी इस जिम्मेदारी को अच्छी तरह निभा ले तो नाबालिकगो द्वारा बाईको पर फर्राटा भरना स्वतः ही समाप्त हो जायेगा।
पुलिस, सीपीयू व ट्रैफिक पुलिस से पहले जिम्मेदारी परिवार एवं विद्यालय की बनती है कि नाबालिको के हाथो दोपहिया वाहन किसी सूरत मे नही होने चाहिए। इसके बावजूद भी दोपहिया वाहनो पर बच्चो को सवार पाने पर विभागीय स्तर पर कठौर कार्रवाही की जानी चाहिए।
डा0 अमित श्रीवास्वत
नाबालिगो वाहन चालको के खिलाफ पुलिस द्वारा सघन चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है। स्कूली छात्रो तथा नाबालिगो को बाईक चलाते हुए पकड़े जाने पर चालान की प्रक्रिया अमल मे लायी जा रही है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी, सुरजीत कुमार