पत्रकारों ने सीएम को भेजा ज्ञापन

11 सूत्रीय मांगों के निस्तारण के लिए उठाई आवाज

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रूद्रपुर (उद संवाददाता)। विगत 1 सप्ताह से पत्रकारों के दमन के खिलाफ देहरादून में उत्तराखंड पत्रकार संयुत्तफ संघर्ष मोर्चा के बैनर तले प्रिंट इलेक्ट्रॉनिक तथा वेब मीडिया की पत्रकार लोकतांत्रिक तरीके से धरने पर बैठे हैं। लेकिन सरकार ने अब तक उनकी मांगों को संज्ञान लेकर उसका समाधान नहीं किया जिसको लेकर आज शहर के तमाम पत्रकारों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम उत्तम सिंह चैहान को ज्ञापन सौंपा। एडीएम को दिये गये ज्ञापन में कहा गया कि विज्ञापन नियमावली 2016 उल्लेिखत किए गए विज्ञापनों मे से अमर बलिदानी श्री देव सुमन जयंती के अवसर पर होने वाले विज्ञापन को रोके जाने पर तत्काल खेद व्यत्तफ किया जाए तथा आइंदा ऐसी मनमानी न किए जाने को लेकर संकल्प प्रदर्शित किया जाए, पिछले 5 वर्ष से रुकी हुई अखबारों की सूचीबद्धता की कार्यवाही शुरू की जाए तथा जब तक नई नियमावली बन रही है तब तक पुरानी नियमावली के अनुसार ही पिछले 4 वर्ष से रोके गए अखबारों को विज्ञापन जारी किए जाए, वेब मीडिया की सूचीबद्वता के लिये नियमावली के अनुसार हर छह महीने मे एक बार एंपैनलमेंट किया जाये, सूचीबद्वता के बाद दी जाने वाली धरोहर राशि की बाध्यता को समाप्त किया जाये, केन्द्र सरकार वेब मीडिया में जीएसटी की दर को कम करे या खत्म करे। प्रिंट मीडिया की तरह जीएसटी पर कम शुल्क लगाया जाये, वेब पोर्टल में कार्यरत मीडिया प्रतिनिधियों को भी मान्यता दिलाने के लिये मानक बनाये जायें तथा वेब मीडिया में कार्यरत घ्मीडिया कर्मियों को जिला स्तर की मान्यता दी जाए। पत्रकारों ने कहा कि क्योंकि विगत 2 साल से नई न्यूज पोर्टल का इंपैनलमेंट नहीं किया गया है तथा 8 महीने से एक भी विज्ञापन नहीं दिया गया है इसलिए पिछले 6 माह से जितने भी न्यूज पोर्टल न्यूनतम यूजर्स का मानक पूरा करते हैं उन सभी को ए बी सी के अनुसार विज्ञापन जारी किया जाए , उत्तराखंड लोक संपर्क विभाग देहरादून में पत्रकारों के कल्याण योजना तथा पेंशन योजना से संबंधित 43 प्रकरण अभी तक लंबित हैं उनका तत्काल निस्तारण किया जाए, हमारा राज्य हर हफ्ते बाजार से करोडों रुपये कर्ज उठा रहा है, इसलिए मितव्ययिता को ध्यान में रखते हुए अन्य राज्यों की पत्र-पत्रिकाओं को विज्ञापन दिया जाना तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए, उत्तराखंड के वेब पोर्टलों को विज्ञापन देने के बजाय सीधे गूगल को विज्ञापन दिए जाने पर तत्काल रोक लगाई जाए। ज्ञापन देने वालों में केवलकृष्ण बत्रा,भरत शाह, अनिल चैहान, राजकुमार फुटेला, परमपाल सुखीजा, फणीन्द्र गुप्ता, मनीष कुमार, विकास कुमार, राकेश रावत, अशोक कुमार, अजय चड्डा, शुभोदिति मंडल आदि पत्रकार शामिल थे।

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