शौर्य के 20 सालः कारगिल के नायकों को किया याद
नई दिल्ली/देहरादून/रूद्रपुर। प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और भारतीय सेना ने शुक्रवार को ऑपरेशन विजय में भाग लेने वाले सैनिकों की वीरता को याद करते हुए कारगिल युद्ध की 20वीं वर्षगांठ मनाई और शहीदों को नमन करते हुये अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। 20वें कारगिल विजय दिवस के मौके राजधानी देहरादून समेत अन्य जिलों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। दून के गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत अन्य नेताओं और पूर्व सैन्य अधिकारियों ने पुष्प अर्पित किए। देहरादून के गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि भारत को वीर प्रसूता कहा गया है। यहां जब एक जवान शहीद होता है तो 100 जवान पैदा होते हैं। उत्तराखंड गौरवान्वित है कि आजादी से पहले और बाद में जितने भी युद्ध हुए यहां के वीरों ने आगे बढ़कर शहादत दी। सीएम ने कहा कि भारत आज सशक्त बन चुका है। भारत की सेना का दुनिया में लोहा माना जाता है। मुख्यमंत्री ने पूर्व सैनिकों से कहा कि यह सरकार आपके लिए है। कहा, अपर मुख्य सचिव पूर्व सैनिकों की समस्याओं के निस्तारण के लिए नोडल अधिकारी होंगे। कहा कि सरकार ने 1905 हेल्पलाइन भी शुरू की है, जिसकी निरंतर समीक्षा भी की जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा सहस्रधारा रोड पर 75 बीघा भूमि पर शौर्य स्थल बनेगा। अब तक हुए विभिन्न युद्ध व आपरेशन में घायल व शहीद सैनिकों के नाम डिजिटल फार्मेट में मौजूद होंगे। एक क्लिक पर उनकी पूरी जानकारी मिलेगी। वहां सैनिकों के आश्रितों के भी व्यवसायिक कोर्स चलेंगे। सीएम ने कहा कि सचिवालय में एंट्री के लिये सैनिकों को प्रवेश पत्र की आवश्यकता नहीं होगी। उनकी आइडी ही इसके लिए वैध होगी। कहा कि सैनिकों व पूर्व सैनिकों को मुझसे मिलने के लिये अपाइंटमेंट की जरूरत नहीं है। वे जब चाहे मुझे मिल सकते हैं। इससे पहले ले जनरल (सेनि) ओपी कौशिक ने कहा कि मैं कारगिल से भावनात्मक रूप से जुडा हूं। मैं वहां रहा, मेरे बेटे ने वहां सेवा दी और अब मेरा पोता वहां तैनात है। कहा कि शहीदों का ये बलिदान सदियों तक समाज को प्रेरणा देता रहेगा। वहीं, विधायक गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड वीरों की भूमि है। आजादी से पहले और आजादी के बाद भी जब कभी देश पर विपदा आई उत्तराखंडी वीर अग्रणी भूमिका में रहे। जब कभी कोई सैनिक शहीद होता है तो कुछ दिन तक लोग उसके घर जाते हैं, लेकिन बाद में उधर कोई नहीं झांकता। शहीद के परिवार के लिए बाकी जिंदगी मुश्किलों भारी होती है। ऐसे में राज्य सरकार ने यह व्यवस्था की है कि शहीद के परिवार के किसी एक व्यक्ति को योग्यता अनुसार नौकरी देंगे। सीएम की प्रमुख घोषणाएं- सैनिकोंध्पूर्व सैनिकों को सीएम से मुलाकात के लिये नहीं लेना होगा अपाइंटमेंट। सचिवालय में एंट्री के लिये सैनिकों-पूर्व सैनिकों को प्रवेश पत्र जरूरी नहीं। सेना की आधिकृत आइडी पर मिलेगा प्रवेश। सैनिकोंध्पूर्व सैनिकों की समस्याओं के निस्तारण के लिये अपर मुख्य सचिव नोडल अधिकारी। सहस्रधारा रोड पर 75 बीघा भूमि पर बनेगा शौर्य स्थल,भूमि चयनित। डिजिटल फार्मेट में अंकित होंगे अब तक के सभी युद्धध्आपरेशन में शहीद व घायल सैनिकों के नाम। शौर्य स्थल पर सैनिक आश्रितों के लिये व्यवसायिक कोर्स भी। मसूरी में 20 वें कारगिल विजय दिवस के मौके पर आइटीबीपी की ओर से रैली का आयोजन किया गया। रैली गांधी चैक, लाइब्रेरी बाजार से मॉल रोड, शहीद स्थल, पोस्ट आफिस, स्टेट बैंक चैक, रेलवे आउट एजेंसी, शहीद स्थल, मॉल रोड होते हुए गांधी चैक में समाप्त हुई। इस मौके पर सेनानी प्रशासन परमिंदर सिंह सहित अनेक अधिकारी और अधीनस्थ अधिकारी उपस्थित रहे। टिहरी में कारगिल विजय दिवस पर जनपद में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। नई टिहरी स्थित कुलणा मार्केट के समीप युद्ध स्मारक स्थल पर जिलाधिकारी डॉ वी षणमुगम ने शहीदों के चित्रों पर पुष्पच्रक अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक देशभक्ति कार्यक्रम प्रस्तुत किये। हरिद्वार में जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कार्यालय में कारगिल युद्ध में शहीद जवानों की याद में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी दीपेंद्र चैधरी, एसडीएम कुश्म चैहान आदि की मौजूदगी में उनकी वीर गाथा को याद किया गया। प्रोजेक्टर के माध्यम से कारगिल युद्ध की झलकियों को दिखाया गया। रुद्रपुर- सन् 1999 मे हुए कारगिल युद्ध के शहीदो की स्मृति मे कारगिल दिवस को जनपद भर मे शौर्य दिवस के रूप मे श्रद्धापूर्वक मनाया गया। मुख्य कार्यक्रम जिला मुख्यालय पर पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक स्थल एवं विकास भवन मे आयोजित हुए। पुलिस लाइन सहित स्मारक स्थल पर जिलाधिकारी डा0 नीरज खैरवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरिंदरजीत सिंह, क्षेत्रीय विधायक राजकुमार ठुकराल, अपर जिलाधिकारी जगदीश चन्द्र काण्डपाल,उत्तम सिंह चैहान,जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कै0 रंनजीत सिंह सेठ, विभिन्न विभागो के अधिकारियो, जनप्रतिनिधियो व भूतपूर्व सैनिको द्वारा कारगिल युद्ध मे शहीद हुए जनपद के हवलदार पदम राम व राइफलमैन अमित नेगी के चित्रो पर पुष्पचक्र अर्पित किये। तद्उपरान्त विकास भवन में विभिन्न स्कूली बच्चों ने देश भक्ति पर आधारित सांस्कृति कार्यक्रमो का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पुलिस लाईन मे पौधारोपण कार्यक्रम भी किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी डा0 नीरज खैरवाल ने कारगिल दिवस के शहीदो को नमन करते हुए कहा कि जिन वीर सैनिको ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर किये है, उन्हे याद करने के साथ उनकी कुर्बानी के बारे मे भी सोचे। उन्होने कहा वीर शहीदो के परिवारो के प्रति हमारा जो दायित्व बनता है, उसे पूरा किया जाए। उन्होने कहा हर आम व्यक्ति वीर शहीद परिवारो की समस्याओ को जाने व उनके निस्तारण को आगे आये यही वीर शहीदो को सच्ची श्रद्धान्जली होगी। उन्होने कहा भ्रष्टाचार हमारे देश को खत्म कर रहा है हमे इस पर जरूर वार करना चाहिए। उन्होने कहा जो भी भूतपूर्व सैनिक समाज सेवा का कार्य करना चाहते है, वे आगे आये प्रशासन तत्परता से उनका सहयोग करेगा। उन्होने कहा देश प्रेम की भावना सभी मे जागृत होनी चाहिए, हमे जो जिम्मेदारियां दी गयी है, हम यदि अपनी जिम्मेदारियो का निर्वहन सही ढंग से करे सभी कार्य आसानी से हो जायेंगे। क्षेत्रीय विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा शहीदो के कारण ही हमे आजादी का यह स्वच्छ वातावरण मिला है। हम सभी को देश के प्रति समर्पण का भाव जिन्दा रखना होगा। उन्होने कहा सैनिक कठिन परिस्थितयो मे भी सीमाओ पर देश की रक्षा कर रहे है, हम उनके परिजनो को सम्मान दे साथ ही सैनिको का कोई भी कार्य हो उसे प्राथमिकता से पूर्ण करे। मुख्य विकास अधिकारी मयूर दीक्षित ने शौय दिवस के अवसर पर शहीद सैनिकों को नमन करते हुये कहा हमे देश के प्रति अच्छी सोच रखनी होगी तभी देश आगे बढेगा। उन्होने बच्चों को मन लगाकर पढने,दिये गये कार्यो को मन लगाकर करना व अधिकारियोध्कर्मचारियों को सैनिको व भूतपूर्व सैनिको के कार्यो को वरियता के अधार पर पूर्ण करने को कहा। इस अवसर पर सीडीओ मयूर दीक्षित, क्षेत्रीय विधायक राजकुमार ठुकराल,अपर जिलाधिकारी जगदीश चन्द्र काण्डपाल,जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने संयुक्त रूप से क्रांसकन्ट्री दौड में प्रतिभाग करने वाले बच्चो को पुरस्कृृत किया। संचालक राजबहादुर शर्मा ने सन् 1999 मे हुए कारगिल युद्ध के कारणो एवं कारगिल मिशन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होने कहा कारगिल युद्ध मे भारतीय सेना ने अपने अदम्य साहस का प्रदर्शन करते हुए कारगिल युद्ध को जीता। उन्होने बताया इस युद्ध मे देश के 527 जवान शहीद हुए जिसमे प्रदेश के 75 व जनपद के 02 जवान शामिल है। इस युद्ध मे देश के 1363 जवान घायल हुए। उन्होने बताया कि इस युद्ध मे शहीद हुए जवानो की स्मृति मे प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को कारगिल दिवस शौर्य दिवस के रूप मे मनाया जाता है। इस अवसर पर रा0बा0इं0का0 रूद्रपुर, आर्य कन्या इण्टर कालेज, जनता इण्टर कालेज व गुरूनानक इण्टर कालेज के छात्र-छात्राओ द्वारा देशभक्ति व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। कार्यक्रम मे अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चैहान,मुख्य शिक्षा अधिकारी एके सिंह,सीएमओ शैलजा भट््ट,एसपी देवेन्द्र पिंचा,उप जिलाधिकारी मुक्ता मिश्र,तहसीलदार डा0 अमृृता शर्मा,मुख्य कोषाधिकारी भूपेन्द्र प्रसाद काण्डपाल,सुरेश परिहार, सहित अन्य लोग उपस्थित थे।