फीस माफी के लिए आंखों पर काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
सरकार पर लगाया निजी स्कूल प्रबंधकों को लूट की खुली छूट देने का आरोप
रूद्रपुर। लाॅकडाउन अवधि की स्कूल फीस माफ करने की मांग को लेकर आज विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों एवं अभिभावकों ने डीडी चैक पर आंखों में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गयी। विरोध प्रदर्शन के दौरान सपा नेता तजेंद्र सिंह विर्क ने कहा कि कई दिनों से स्कूल फीस माफी के लिए आंदोलन के बावजूद सरकार और स्कूल प्रबंधन के कानों में जूूं नहीं रहेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार निजी स्कूल प्रबंधकों से मिली है। सरकार ने निजी स्कूल प्रबंधकों को लूट की खुली छूट दे रखी है। इसी लिए स्कूल बंद होने के बावजूद ट्यूशन फीस के नाम पर अभिभावकों का खुला आर्थिक शोषण किया जा रहा है। विर्क ने कहा कि सरकार धृतराष्ट्र की भूमिका निभा रही है। सरकार ने आंखों में काली पट्टी बांध रखी है। इसी लिए आज सरकार को जगाने के लिए उन्होंने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया है। विर्क ने कहा कि स्कूल फीस माफ करने के लिए सरकार ने कोइ कदम नहीं उठाया तो आगामी 3 सितम्बर को जिले भर के अभिभावक जोरदार प्रदर्शन करेंगे। फिर भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला तो निजी स्कूल प्रबंधकों की मनमानी के खिलाफ हाईकोर्ट की शरण ली जायेगी। पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष संदीप चीमा ने कहा 22 मार्च से निरंतर लाकडाउन होने के कारण पिछले पाँच माह से सभी शिक्षण संस्थाएं बंद हैं एवं बच्चों को आनलाइन पाठयक्रम पढ़ाए जा रहे हैं। लाकडाउन के बाद आम जनमानस जो दैनिक कार्य, व्यवसाय, दुकान, छोटे मोटे उद्योग धंधो चलाकर एवं मेहनत कर अपने परिवारों का भरण पोषण कर रहे थे, उनका लाकडाउन के कारण अधिाकतर कारोबार प्रभावित हुआ है। उनकी दैनिक व मासिक आय समाप्त हो गयी है। अभिभावकों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में जहां काम धंधे खत्म हो गए हैं, आम जनता बड़ी मुश्किल से अपने घर का दैनिक भरण पोषण कर रही है। ऐसी स्थिति में इन परिवारों को बच्चों की स्कूल की फीस देने में तमाम कठिनाइयां आ रही हैं। इसलिए प्राइवेट शिक्षण संस्थाओं को अभिभावकों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए ऐसी आपदा में लाकडाउन अवधि की फीस माफ करनी चाहिए। जिसका निरंतर समाजसेवियों, अभिभावकों व सामाजिक संगठनों द्वारा अनुरोध किया जा रहा है। लेकिन सरकार इसे लेकर गंभीर नहीं हैं। जिसके चलते स्कूल प्रबंधन लगातार अभिभावकों पर फीस के लिए दबाव बना रहे हैं। इस दौरान सीपी शर्मा, नंद लाल, नाजिम, जाकिर हुसैन, बलजीत सिंह आदि सहित कई लोग मौजूद थे।