पेपर मिल में छत से गिरकर युवक की मौत
ग्रामीणों ने मिल गेट पर शव रखकर किया प्रदर्शन
पेपर मिल में छत से गिरकर युवक की मौत
उत्तरांचल दर्पण संवाददाता
किच्छा । पेपर मिल में छत पर काम कर रहा वेल्डिंग मैकेनिक छत से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। आनन-फानन में उसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक की मौत की सूचना से परिजनों में कोहराम मच गया। जिसके बाद मृतक के परिजन व ग्रामीण मिल गेट पर मुआवजा की मांग करते हुए शव रख कर प्रदर्शन शुरू कर दिया । सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया, परंतु वे नहीं माने और अपनी मांग पर अड़े रहे। मिल प्रबंधक द्वारा उचित मुआवजा दिए जाने के आश्वासन के बाद परिजन व ग्रामीण शांत हुए। हंगामा शांत होने के बाद पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली। जानकारी के अनुसार ग्राम कुर्रेया में आवास विकास किच्छा निवासी अंकुर पपनेजा की के एम पेपर मिल के नाम से फर्म है। बताया जा रहा है कि पेपर मिल में 35 वर्षीय लखबीर सिंह छत पर वेल्डिंग का काम कर रहा था कि अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और वह नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया । घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया और प्रबंधक के सहयोग से घायल कर्मचारी को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय ले जाया गया । जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया । लखबीर की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया । पीएम होने के बाद परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों व परिजनों ने लखबीर सिंह के शव को पेपर मिल के गेट के सामने रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया ।
ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी सुरजीत कुमार , कोतवाल उमेश कुमार मलिक , चैकी प्रभारी आर सी बेलवाल सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को शांत कराने का काफी प्रयास किया , परंतु वे नहीं माने । ग्रामीणों का कहना था कि मृतक लखबीर सिंह के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं और लखबीर की मौत के बाद बच्चे अनाथ हो गए हैं तथा उनके सामने भरण पोषण तथा रोज रोजी रोटी का भी संकट खड़ा हो गया है । पुलिस अधिकारियों से वार्ता के बाद पेपर मिल स्वामी अंकुर पपनेजा ने मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिए जाने का भरोसा दिलाया , जिसके बाद मामला शांत हो गया । मिल स्वामी अंकुर पपनेजा ने बताया कि काम करने के दौरान कर्मचारी को हेलमेट, बेल्ट सहित सुरक्षा के अन्य उपकरण उपलब्ध कराए गए थे बावजूद इसके दुर्घटना हो गई । मामला निपटने के बाद ग्रामीणों ने आंदोलन समाप्त कर दिया और मृतक के शव को लेकर घर चले गए। ग्रामीणों के प्रदर्शन समाप्त करने के बाद पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।