लाकडाउन के चलते अपराधों के ग्राफ में आई भारी गिरावट
पति-पत्नी के झगड़े के मामलों में भी आई भारी कमी
सौरभ बजाज
हल्द्वानी, (उद संवाददाता)। हल्द्वानी शहर की आपराधिक घटनाओं की संख्याओं में लाकडाउन के चलते भारी कमी आई है। सभी थानों की रिपोर्ट यह बता रही है कि 22 मार्च यानी जनता कफ्र्यू के दिन से चोरी, सड़क का झगड़ा, शराब पीकर गाड़ी से टक्कर मारना, झपटमारी से लेकर पति-पत्नी के झगड़े के मामलों का ग्राफ गिर गया है बल्कि यह कहा जाए कि एक तरह से खत्म ही हो गया है। शहर में महिलाओं व युवतियों से छेड़खानी के मामले सबसे ज्यादा रहते थे वह भी सामने नहीं आ रहे हैं। वजह यह है कि सामान्य लोगों के साथ ही आम जनता घर से बाहर नहीं निकल पा रही है। बेवजह सड़क पर दिखने वाले लोग पुलिस को देखते ही घर की ओर दौड़ते हैं। यदि हम हल्द्वानी शहर की थाना-चैकियों पर एक नजर डालें तो वह इस प्रकार रही। 22 मार्च के बाद काठगोदाम में लाकडाउन में सर्वाधिक आठ मुकदमे दर्ज हुए हैं। लाकडाउन उल्लंघन में 17 व स्मैक तस्करी में एक मामला सामने आया है। बनभूलपुरा थाने में 22 मार्च से अब तक लगभग 20 केस दर्ज हुए हैं। ये सभी लाकडाउन उल्लंघन से जुड़े हुए हैं। करीब 2 हजार अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मुखानी थाने में लाकडाउन पीडियम में 17 केस दर्ज किए गए। इसमें आठ आबकारी एक्ट, सात लाकडाउन नियम तोड़ने को लेकर जुड़े हैं। एक मुकदमा भड़काऊ पोस्ट व दूसरा आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी करने से संबंधित है। इसके अलावा शराब तस्करी को लेकर कोतवाली में 27 केस दर्ज हुए हैं। इस दौरानहल्द्वानी में सर्वाधिक अपराधिक घटना उपकारागार में बंदी की हत्या का रहा। हीरानगर क्षेत्र उपकारागार में रविवार को यह हादसा हुआ था। फरियादियों का भी उपकारा गार में आजावाही कम हुई है। इसके साथ ही नशे के कारोबार में भी काफी अंकुश लगा है। पहले जहां अकेले बनभूलपुरा क्षेत्र में ही नशे के विरूद्ध कई मामले सामने आ जाते थे इन दिनों इन पर भी पूर्ण रूप से विराम लगा हुआ है। एकाध मामले को छोड़ दिया जाए तो नशे के सौदागरों की संख्या में भी गिरावट आई है।