जिम्मेदारी से भाग रहे हैं प्रभारी मंत्री कौशिकः बेहड़

पूर्व मंत्री ने प्रभारी मंत्री मदन कौशिक पर साधा निशाना

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रूद्रपुर(उद संवाददाता)। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ ने कहा कि राष्ट्रीय विपत्ति की इस घड़ी में जनपद के प्रभारी मंत्री मदन कौशिक लापता हैं। जिस कठिन समय में उन्हें जनपद में मौजूद रहते हुए कोविड 19 से जुड़े सभी कार्यक्रमों की समीक्षा करनी चाहिए थी ऐसे में उनका अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ना उनकी लापरवाही दर्शाता है। श्री बेहड़ ने कहा कि घनी आबादी वाले उधम सिंह नगर जिले के लिए यह नाजुक पल हैं जहां महामारी कभी भी घातक बन सकती है। इन स्थितियों में श्री कौशिक को प्रबुद्ध नागरिकों, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के लोगों से मिलना चाहिए था, राय मशविरा कर जिले में लोगों की सहायता के लिए समस्याओं से जूझने को रणनीति तैयार करनी चाहिए थी, मगर उनका कोई अता-पता नहीं है। श्री बेहड़ ने कहा कि यदि प्रभारी मंत्री जनपद में अपना दायित्व संभालते तो आज जब किसान फसल की कटाई व माल ढुलाई के लिए परेशान है तो इस समस्या का भी प्रभावशाली हल निकालते। प्रदेश के जिन किसानों की जमीनें यूपी में हैं उनपर भी कोई त्वरित फैसला कर उन किसानों को राहत पहुंचाते। परंतु यह समझ से परे है कि आखिर क्यों प्रभारी मंत्री कौशिक अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। यदि मंत्री अपनी जिम्मेदारी समझते तो राशन किटों के जरिये सरकारी खजाने को लूटने का षडयंत्र रचने वाले भी ऐसे मंसूबे नहीं बना पाते। यही नहीं जब भाजपा के ही एक पदाधिकारी व देवभूमि व्यापार मंडल के नगर महामंत्री ने जब इस घोटाले का पर्दाफाश करना चाहा तो जिला पूर्ति अधिकारी ने उन्हें नोटिस भेजने के साथ एफआईआर की धमकी तक दे डाली। ऐसे में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की चुप्पी भी हैरान करती है कि राष्ट्रहित की बात करने वाले और सरकारी खजाने को लूट से बचाने वाले पदाधिकारी का एक जिला पूर्ति अधिकारी उत्पीड़न करने की कोशिश कर रहा है मगर पार्टी आलाकमान या वरिष्ठ लोगों ने अपने संगठन के व्यक्ति की मदद करना भी मुनासिब नहीं समझा। यहां तक कि किसी ने जिला पूर्ति अधिकारी की कायशैली की भत्र्सना तक नहीं की। ऐसे धमकी भरे पत्र जारी करने वाले अधिकारी के लिए सत्तारूढ़ पार्टी का नरम रवैया समझ से परे है। वहीं राशन किट घोटाले के मामले में श्री बेहड़ ने कहा कि कल तक इस पूरे मामले की अगुवाई कर रहे एक व्यापार मंडल के कतिपय नेता आज पोल खुल जाने पर इस घटना को दो रिश्तेदारों की आपसी लड़ाई बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। जबकि पूरा नगर जानता है कि इसका नेतृत्व कौन कौन से व्यापार मंडलों के नेता कर रहे थे और प्रशासन से अपने राजनीतिक प्रभाव का फायदा उठाकर लाभ लेना चाह रहे थे। श्री बेहड़ ने कहा कि प्रभारी मंत्री को स्वयं जिले में आकर कमान संभालनी चाहिए ताकि देवभूमि की औद्योगिक राजधानी की इज्जत और शासन पर लग रहे बट्टे को हटाया जा सके।

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