कोरोना के खिलाफ सामूहिक जंगः घर-घर में जलाया गया जागरूकता का ‘दीया’

उत्तराखंड में बुजुर्गो,महिलाओं,युवाओं के साथ छोटे बच्चों ने भी जलाये दीये , आतिशबाजी के साथ लोगों ने की नारेबाजी,सीएम त्रिवेंद्र ने जताया आभार

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ऊधमसिंहनगर/देहरादून(उद ब्यूरो)। कोरोना वायरस की महामारी से लोगों की दिनचर्या में व्याप्त मायूसी के बीच रविवार की रात्रि में उत्तराखंड में विजय का पर्व ‘दीपावली’ जैसा माहौल बन गया। देश के पीएम नरेंद्र मोदी के आहृवान पर रात के नौ बजते ही लोगों ने अपने घरों की लाइटें बंद कर दी और फिर दीयों, मोमबत्ती, मोबाइल की फ्लैश लाइट, लालटेन, टार्च आदि की रोशनी के साथ अपने घर की छतों व बालकनी में पहुंचने लगे। इस दौरान बच्चे, बूढ़े और युवा,सभी ने उम्मीद का दीपक जलाकर कोरोना से जंग में एकजुट होने का संदेश दिया। कुमाऊं मंडल के साथ ही राजधानी दून में भी पीएम मोदी की मुहिम का व्यापक असर देखा गया है। इस बीच लोगों ने पूजा अर्चना करने के साथ ही आतिशबाजी कर भारत माता की जय के जयकारे भी लगाए। जबकि लोगों ने पीएम मोदी के संदेश की सराहना करते हुए इसे कोरोना के खिलाफ जंग में विजय हासिल करने के लिये ऐतिहासिक कदम बताया है। प्रदेश के विभिनन जनपदों में जनप्रतिनिधियों ने जागरूकता का संदेश दिया। नैनीताल,अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत, ऊधमसिंहनगर नगर में भी लोगों ने अपने घर में दीये जलाये। हरिद्वार समेत रूद्रप्रयाग,पौड़ी, चमोली,टिहरी आदि क्षेत्र में भी लोगों ने पीएम की अपील का समर्थन किया। वहीं राजधानी देहरादून स्थित राजभवन में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, प्रदेश के कैबिनेट मंत्रियों समेत तमाम राजनीतिक दलों के लोगों ने भी कोरोना के खिलाफ जंग में शामिल लोगों का हौसला बढ़ाने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर दीप जलाए। रविवार रात नौ बजे राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राजभवन में परिवार के साथ दीप जलाए। इस दौरान उन्होंने महामारी से लड़ रहे सभी डाॅक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों व अन्य लोगों का आभार भी जताया। नौ बजते ही सोशल मीडिया पर प्रदेशवासियो ंने अपने अपने घर पर दीपक जलाते हुए फोटो और वीडियो शेयर कर जागरूकता का संदेश देने का सिलसिला शुरू हो गया। इस दौरान अधिकांश लोगों ने उचित शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वीडियो संदेश में देश की जनता से कहा था कि पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट तक घर की लाइटें बंद दरवाजे पर या बालकनी में मोमबत्ती, दीया, टाॅर्च या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाएं। लाॅकडाउन और प्रधानमंत्री की अपील का पालन करते हुए कई लोगों ने बाजार जाने बजाय घर पर ही आटे का दीया बनाया। प्रधानमंत्री की इस अपील को लेकर प्रदेश में अंधेरा बढ़ने के साथ लोगों का उत्साह भी बढ़ता जा रहा था। नौ बजने से पहले ही लोग अपनी बालकनी और घर के द्वार पर आकर खड़े हो गए। नौ बजते ही घरों की सारी लाइटें बंद कर दी गईं। इसके साथ ही घरों की बालकनी में नजर आने लगे टिमटिमाते हुए छोटे-छोटे दीप। जो साफ संदेश दे रहे थे कि कोरोना को हराने के लिए हर देशवासी एकजुट है। बच्चों में भी खासा उत्साह देखने को मिला। वहीं प्रधानमंत्री की अपील को लेकर लोग बेहद उत्साह में दिखे। नौ बजते ही कई लोगों ने आतिशबाजी शुरू कर दी। पटाखों के शोर से लोगों को परेशानी भी हुई। लोगों का कहना था कि लाॅकडाउन से प्रदूषण काफी हद तक कम हुआ था, लेकिन आज की आतिशबाजी ने इसे बराबर कर दिया। वहीं राजधानी देहरादून में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में पत्नी और दो पुत्रियों के साथ दीप प्रज्वलित किए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पूरे देश व प्रदेश ने संयम व एकजुटता का परिचय दिया है वह प्रेरणादायक है। सभी को धैर्य व संयम बना कर रखना है और सुरक्षित शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने भी सपरिवार दीप जलाए। जबकि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, यशपाल आर्य,मदन कौशिक, अरविंद पांडे, सुबोध उनियाल, हरक सिंह रावत,रेखा आर्या, धन सिंह रावत समेत वरिष्ठ भाजपा नेताओं व भाजपा विधायकों ने अपने अपने घर पर सरिवार के सदस्यों के साथ दीया प्रज्वलित कर कोरोना से जंग जीतने के लिये पीएम मोदी की अपील का समर्थन किया। प्रधानमंत्री के आहवान को सफल बनाने पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि कोरोना के खिलाफ संघर्ष में उत्साह बढ़ेगा और हम इसे हराने में सफल होंगे।

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