गली मोहल्लों में लाॅकडाउन की उड़ रही धाज्जियां
प्रशासन का ध्यान सिर्फ बाजारों पर,अनजान लोग भी घूम रहे हैं गलियों में
हिमांशु वाष्र्णेय
हल्द्वानी। कोरोना वायरस के खतरे के बीच लाॅकडाउन का लोग पालन तो कर रहे हैं लेकिन इससे लोगों को कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। शासन-प्रशासन लाॅकडाउन का पूरा पालन करने का दम भर रहा है लेकिन सड़कों पर बेवजह घूम रहे लोग कोरोना के संवाहक बन सकते हैं। लोगों की चिंता यह भी है कि अनावश्यक रूप से सड़कों और बाजारों में घूम रहे लोगों पर जब तक नकेल नहीं कसी जाएगी तब तक अपने को सुरक्षित कह पाना संभव नहीं है। लोगों का कहना है कि लाकडाउन का पालन तो हो रहा है लेकिन गलियों में लोग घूम रहे हैं। प्रशासन का ध्यान सिर्फ बाजारों में है। अमूमन देखा जा रहा है कि अनजान लोग भी गलियों में घूम रहे हैं। कुछ लोगों ने बताया कि कोई व्यक्ति लाकडाउन में दूसरे स्थान तक नहीं जा सकता है। विशेषकर दूसरे जिले में तो हरगिज नहीं। ऐसे लोगों का सामान पहुंचाने की व्यवस्था प्रशासन को करनी चाहिए। इधर देखने में यह भी आ रहा है कि जहां कोरेाना वायरस के कारण लोग राशन के लिए परेशान हो रहे हैं वहीं स्मैक धड़ल्ले से बिक रही है। अब इसे पुलिस की लाचारी कहें या मिलीभगत। इसके साथ ही राशन की कालाबाजारी भी खूब हो रही है। वहीं शहर के कई नाले गंदगी से पटे हुए हैं। इससे सांस लेना दूभर हो गया है। दूसरी ओर सरकार को आटा, तेल की मनमानी दरों पर प्रभावी कदम उठाना चाहिए। साथ ही लाॅकडाउन पिरियड में लोग सड़कों और गलियों पर पिकनिक की तरह घूम रहे हैं। शाम ढलते ही नशेड़ी मनचले भी घूम रहे हैं। ऐसे में पुलिस और प्रशासन को सख्ती करनी चाहिए। लाॅकडाउन का पालन करने में नैनीताल के लोग सबसे अच्छे नजर आ रहे हैं। यहां लोग दिन में एक बजे तक की छूट के समय भी सोशियल डिस्टेंस का पालन करते हुए खरीदारी कर रहे हैं। सभी लोगों को नैनीताल वासियों से सीखने की जरूरत है।
लाॅकडाउन में राशन के दाम आसमान पर
हल्द्वानी । लाॅकडाउन के बाद उपजे हालातों में राशन के दाम उछाल मारने लगे हैं। हालांकि प्रशासन यह दावा कर रहा है कि खाद्यान्न की किसी भी तरह की कोई किल्लत नहीं है। लोगों को 24 रुपये किलो बिकने वाला आटा 35 रुपये मिल रही है। 60 रुपये किलो बिकने वाली मलका दाल अब 80 और अरहर की दाल जो पहले 80 रुपये में बिकती थी अब 110 रुपये पहुंच गई है। इससे बेरोजगार और हाथ पर हाथ धरे लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। मंडी से निकलते ही आलू-प्याज के दामों को पर लग जा रहे हैं। मंडी में जो आलू 16 रुपये किलो बिक रहा है वह आलू मंडी से बाहर निकलते ही 25 से 30 रुपये तक बिक रहा है। मंडी के अंदर 12 रुपये प्रति किलो बिकने वाला टमाटर बाहर आते ही 30 से 40 रुपये प्रति किलो बेचा जा रहा है। सामान्य दिनों में आटा का 10 किलो का कट्टा 240 से 250 का मिल जाता था। अब इसके दाम 320 से 340 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। चावल में भी दो से पांच रुपये तक बढ़ोत्तरी हुई है। थोक कारोबारियों का कहना है कि दालों और तेल के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।
वनभूलपुरा में बरती जा रही विशेष सतर्कता
हल्द्वानी। वनभूलपुरा में कोरोना संक्रमित मरीज पाये जाने के बाद प्रशासन सतर्क है जिसके चलते वनभूलपुरा में लाॅक्डाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए आज पुलिस तुस्तैद रही। आज क्षेत्र में सब्जी और फल के ठेले भी नहीं लगने दिये गये। जिसके चलते ठेली व्यवसायियों को निराश होना पड़ा। अलबत्ता राशन की दुकानें एक बजे तक खुली रही। राशन की दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए पुलिस गश्त करती रही। उधर बड़ी मण्डी को भी आज बंद रखा गया। मंडी में दोपहर एक बजे से पहाड़ों के लिए सब्जी की आपूर्ति शुरू की गयी। उधर आज रात नौ बजे दिये जलाने को लेकर लोगों ने जमकर दीये भी खरीदे।