विधानसभा सदन में गूंजा फाॅरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा का मामला
विपक्ष ने वेल में आकर काटा हंगामा
गैरसैंण(उद सहयोगी)। गैरसैंण में विधानसभा के बजट सत्र के दूसरा दिन 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ हो गई। आज सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा के मामले पर सरकार को घेरा। साथ ही वेल में पहुंचकर हंगामा किया। इसे नियम-58 में सुनने के आश्वासन पर विपक्षी विधायक माने। प्रश्न काल में श्रम मंत्री हरक सिंह श्रमिकों को दी जाने वाली सुविधाओं पर विपक्ष व सत्ता पक्ष के विधायकों के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निर्माण श्रमिकों की संख्या 2.98 लाख है उन्हें श्रमिक टूल किट, सिलाई मशीन सुविधाओं को मुहैया कराया जा रहा है। वहीं बजट सत्र में बेरोजगारी का मुद्दा भी गरमाया। सदन में विपक्ष ने बेरोजगारों का मामला उठाया। विपक्ष ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास किया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदेयश ने कहा कि सरकार निष्पक्ष फाॅरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा कराने में असफल रही है। इस बीच मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने विपक्ष के हंगामे की बीच आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट विधानसभा में पेश की। इसके तहत सकल घरेलू उत्पाद में 6.87 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।राज्य की विकास दर में वर्ष 2017- 18 में 7.84 प्रतिशत की वृद्धि आंकी गई। राज्य में प्रतिव्यक्ति आय एक लाख 98 हजार 738 है, जबकि कृषि और खनन में ग्रोथ रेट नेगेटिव है। पशुपालन में गोवंशीय और महिवंशीय नेगेटिव ग्रोथ 9.38 है। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ा है। सूबे में फाॅरेस्ट कवर 8.04 प्रतिशत बढ़ा है। माना जा रहा है कि करीब 54 हजार करोड़ के इस बजट में सरकार का मुख्य फोकस रोजगार, स्वरोजगार को बढ़ावा देने, आजीविका के साधनों को बढ़ाने के साथ ही ग्रामीण और शहरी अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर रहेगा। सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने कहा बजट जनता की भावनाओं के अनुरूप होगा। इस बजट में हर वर्ग का ख्याल रखा गया है। बजट समावेशी होगा। साथ ही सीएम ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष बजट में सहयोग करे। विपक्ष अगर हंगामा करता है तो वह करता रहे। हम सिर्फ बजट पर ध्यान देंगे। आज बजट पेश किया जाएगा, जबकि कल गुरुवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इसके बाद आय-व्यय पर भी चर्चा होगी।
संसदीय कार्यमंत्री के लिए नहीं खुला विधानसभा भवन का गेट
गैरसैंण। बजट सत्र के दूसरे दिन एक अजीब सा घटनाक्रम देखने को मिला। दरअसल कार्यकारी संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक 10 बजे सुबह विधानसभा भवन पहुँचे लेकिन विधानसभा भवन का मुख्य दरवाजा बंद था। ये देख संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक भड़क गए और उन्होंने कर्मचारियों को फटकार लगाई और तब जाकर कर्मचारियों ने दरवाजा खोला। नियम के अनुसार विधानसभा के दरवाजे को सुबह 9 बजे खुल जाना चाहिये क्योंकि विधायकों को सूचनाएं हाउस में देनी पड़ी है। उसके साथ ही कर्मचारियों को विधायकों के लिए लगाई गई नियम 58 ,नियम 53 और नियम 310 की सूचनाओं के जवाब भी इकट्टे करने होते हैं। वहीं इस मामले में कांग्रेसी विधायक करन माहरा ने कहा कि विधायकों को सूचनाएं देनी होती है। माहरा ने कहा कि अगर दरवाजा संसदीय कार्य मंत्री खुवाएँगे तो ये बड़ी चिंता की बात है। भाजपा विधायक चंदन राम दास ने कहा कि गंभीर मामला है और इस बारे में विधानसभा अध्यक्ष से बात की जाएगी।